क्या खरीदे गए मकान पर विक्रेता का कोई दायित्व आ सकता है?
| लखनऊ से मनीष तिवारी ने पूछा है –
मैं ने चार माह पूर्व एक व्यक्ति से मकान खरीदा है, जिसे खरीदने के लिए मैं ने एक राष्ट्रीयकृत बैंक से ऋण भी प्राप्त किया है। मैं अभी उसी मकान में रह रहा हूँ। अब मुझे लोगों ने बताया है कि मकान के विक्रेता की पत्नी ने उस के विरुद्ध तलाक और खर्चे का मुकदमा कर रखा है और उस ने इस मकान को केवल इस लिए विक्रय किया है जिस से इन मुकदमों के कारण उस पर कोई दायित्व आ जाए तो उस के विरुद्ध उस का मकान कुर्क न कर लिया जाए। क्या इस मकान को खरीदने के कारण मुझे कोई परेशानी उठानी पड़ सकती है?
उत्तर –
मनीष जी,
आप ने जितने से तथ्य अपने प्रश्न में प्रकट किए हैं उस से लगता है कि आप किसी परेशानी में नहीं पड़ेंगे। कोई भी व्यक्ति उस की स्वयं की अर्जित संपत्ति जिस पर कोई भार न हो विक्रय कर सकता है और ऐसी संपत्ति को खरीदने के कारण खरीददार को किसी प्रकार की कोई भी हानि होने की संभावना नहीं है।
आप ने इस मकान को खरीदने के लिए एक राष्ट्रीयकृत बैंक से ऋण प्राप्त किया है। कोई भी बैंक किसी संपत्ति को क्रय करने के लिए साम्य बंधक के आधार पर ऋण प्रदान करती है। किसी संपत्ति को बंधक रखने के लिए वह अपने अधिवक्ता के माध्यम से इस बात की जाँच करवाती है कि उस संपत्ति पर किसी प्रकार का कोई भार तो नहीं है। वह इस बात की भी जाँच करती है कि जो व्यक्ति संपत्ति को विक्रय कर रहा है वह उस संपत्ति का निरापद स्वामी है अथवा नहीं, उसे उस संपत्ति को हस्तान्तरण का अधिकार है अथवा नहीं। यहाँ तक कि कुछ बैंक तो विक्रय पत्र का प्रारूप भी जाँचते हैं तथा उस का अनुमोदन बैंक के विधि सलाहकार द्वारा कर दिए जाने पर ही ऋण प्रदान करते हैं। इस तरह का ऋण सीधे ऋण प्राप्त कर्ता को न दिया जा कर विक्रय पत्र के पंजीयन के समय विक्रेता को बैंकर्स चैक या ड्राफ्ट द्वारा किया जाता है। जिस संपत्ति को क्रय करने के लिए ऋण दिया जा रहा है उस के स्वामित्व हस्तांतरण में यदि किसी भी प्रकार की बाधा हो तो बैंक ऋण देने से मना कर देता है।
आप ने अपने मकान को खरीदने के लिए बैंक से ऋण प्राप्त किया है। इस कारण आप निश्चिंत हो सकते हैं। उस मकान पर विक्रेता के कारण कोई संकट आप के समक्ष उपस्थित होने की कोई संभावना नहीं है। यदि विक्रेता की पत्नी द्वारा किए गए मुकदमों के कारण यदि कोई आर्थिक दायित्व उस पर उत्पन्न होता है तो उसे उस व्यक्ति की उस संपत्ति से वसूल किया जा सकता है जो ऐसे दायित्व के समय उस के स्वामित्व की होगी। आप के द्वारा क्रय किया गया मकान अब आप की संपत्ति है इस कारण उस पर किसी तरह का दायित्व नहीं आ सकता।
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5 Comments
bahut acchi salah
दीपावली के पावन पर्व पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएँ |
way4host
rajputs-parinay
पञ्च दिवसीय दीपोत्सव पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं ! ईश्वर आपको और आपके कुटुंब को संपन्न व स्वस्थ रखें !
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"आइये प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाएं, पटाखे ना चलायें"
बहुत अच्छी जानकारी। धन्यवाद। दीवाली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ|
बहुत अच्छी जानकारी देने के लिए धन्यबाद.