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आप को अपनी पत्नी को ईमानदार दाम्पत्य का एक अवसर देना चाहिए।

handshakeसमस्या-
आकाश वर्मा ने देवरिया, उत्तर प्रदेश से पूछा है-

मेरा नाम आकाश वर्मा है। मैं जिला देवरिया, उत्तर प्रदेश का रह्ने वाला हूँ। मैं दूसरे शहर मे एक पब्लिक सेक्टर (महारत्न कम्पनी) में काम करता हूँ। मेरी शादी मई २०१३ में हुयी है। अप्रैल में मंगनी होने के बाद मैं, मेरी पत्नि से लगभग रोज रात को दस बजे के आस-पास फोन पर बात करता था। लेकिन जब भी मैं फोन करता था तो उसका फोन हमेशा एंगेज होता था।  फिर वो पहले वाला फोन काट कर मुझसे बात करती थी। शादी के कुछ दिन बाद वो अपने मायके चली गयी और मैं अपने ऑफिस वापिस आ गया। अगले दो महिने वो अपने मायके में ही रही। दिन में  मैं ड्युटी करता था और रात दस बजे के आस-पास ही अपनी पत्नि को फोन करता था। लेकिन उसका फोन रोज ही एंगेज होता था। फिर वो पहले वाला काल काट कर मुझ से  बात करती थी। मैं फोन पर लगभग एक घंटा बात करता था और कभी-कभी चैटिंग भी करता था। मेरे बिना पूछे ही वो कहती थी कि वो अपनी सहेली से बात कर रही थी। मैं ने कभी उस पर बिना वजह शक नही किया। फिर दो महीने के लिये वो मेरे देवरिया वाले घर पर आकर रह्ने लगी। इस दौरान भी मेरी उसी तरह उससे फोन पर बातें होती थी, उसका फोन हमेशा एंगेज होता था और वो कहती थी कि सहेली का भी न० रिलायंस का है जिस पर फ्री में बात होती है और वो पढाई की बातें करती रह्ती है। कई बार तो रात के दो बजे भी उसका फोन एंगेज रह्ता था लेकिन फिर भी मेरे मन में कभी कोई शक वाली बात नहीं आयी। फिर वो मेरी मम्मी के साथ मेरे पास आकर रहने लगी। यहाँ पर भी वो खाली समय में काफी देर तक फोन पर बात करती रह्ती थी। मेरी मम्मी को भी यही लगता था कि वो अपने घर पर या किसी सहेली से बात कर रही होगी। लेकिन करीब २० दिन बाद एक रात को वो मेरे बगल में लेट कर फोन पर चैटिंग कर रही थी तो मैंने पूछा कि किससे चैटिंग कर रही हो,  तो उसने कहा कि सहेली से, उस समय मुझे कुछ शक हुआ तो मैंने उसका फोन देखने के लिये मांगा लेकिन उसने फोन देने से मना कर दिया। इस से मेरे मन में शक पड़ गया और मैंने जबरदस्ती उस से फोन छीन लिया और देखा तो वो एक लड्के से फोन पर चैटिंग कर रही थी और उल्टे-सीधे बदतमीजी वाले मैसेज कर रही थी। इस पर मैं उस से बहुत नाराज हुआ। तो वो कहने लगी कि वो उसके बचपन का दोस्त है।  मैं केवल उस से बातें कर रही थी। मैं ने कहा कि तुम झूठ क्यों बोली?  साफ-साफ बता देती कि मैं एक लड्के से बात कर रही थी। तो वो बोली कि कहीं आप नाराज ना हो जायें इसलिये नहीं बताया। उस दिन के बाद मैं ने एक हफ्ते तक उससे कोई बात नही की। फिर वो मुझसे बहुत माफी मांगने लगी और दुबारा ऐसा नहीं करने की बात कही, तो मै मान गया और धीरे-धीरे फिर सामान्य हो गया। लेकिन दस दिन बाद मेरा फोन खराब होने की वजह से किसी काम के लिये मैं ने उसका फोन मांगा और काम करने के दौरान मैंने फोन में देखा कि उस ने अपनी ढेर सारी नंगी तस्वीरे (बिना कपडों के) उस लड्के को भेजी थी। ये सारी तस्वीरे हमारे बेडरूम में खींची गयी थी। मैंने उस दिन उस को खूब डांटा और अगले दिन उस को ले जा कर उसके मम्मी पापा के पास छोड दिया और उसके मम्मी पापा भाई बहन को सारी बातें बताई। पूछ्ताछ के दौरान पता चला कि पहले भी रात में वो ना तो किसी सहेली से बात करती थी और ना ही कोई रिलायंस का नम्बर है, वो उसी लड्के से रात रात भर बात करती रहती थी। अब यह सारी घटना मेरे तथा उसके परिवार को मालूम हो चुकी हैI
मैं इस घटना को किसी भी तरह से भूल नही पा रहा हूँ। मैं  बहुत दुखी हूँ,  मुझे मेरी पत्नी से हद से ज्यादा नफरत हो चुकी है। मैं ने, अपने और उसके मम्मी पापा को कह दिया है कि अब मै उस के साथ नहीं रह सकता हूँ। उस के मम्मी पापा का कह्ना है कि एक बार माफ कर दो आगे से ऐसा नहीं करेगी। लेकिन मैं उसे माफ नही कर सकता और उससे तलाक लेना चाह्ता हूँ। मेरे मम्मी पापा चाहते हैं कि आपसी सहमति से बात चीत करके तलाक हो जाये। लेकिन उसके मम्मी पापा अभी भी कह रहे है कि एक बार माफ कर दो। अब यह सारी घटना मेरे तथा उसके परिवार को मालूम हो चुकी है। लेकिन मैं तलाक लेना चाहता हूँI
मुझे यह डर लग रहा है कि कहीं वो लोग हमारे ऊपर दहेज, मानसिक प्रताडना, या शारिरिक प्रताडना का झूठा केस ना कर दें। अभी तक हमने कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की है। मेरी पत्नी अभी भी अपने मायके में है और सबूत के तौर पर उसका मोबाईल मेरे पास है जिस में वो सभी तस्वीरे हैं जो उस लड़के को भेजी गयी हैंI मैं, मेरी पत्नि से तलाक लेना चाह्ता हूँ। मैं किस प्रकार अपनी पत्नी से तलाक पा सकता हूँ?

समाधान-

भी आप के विवाह को एक वर्ष नहीं हुआ है। इस कारण सब से पहले तो आप को यह जान लेना जरूरी है कि विवाह विच्छेद के लिए कोई भी आवेदन चाहे वह सहमति से विवाह विच्छेद का ही क्यों न हो न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किया जा सकता। आप के विवाह का कोई भी आवेदन मई 2014 के बाद ही प्रस्तुत किया जा सकेगा।

दूसरी बात ये भी आप को जान लेना चाहिए कि यदि सहमति से विवाह विच्छेद के लिए आप की पत्नी सहमत नहीं होती है और आप स्वयं विवाह विच्छेद का आवेदन प्रस्तुत करना चाहते हैं तो उस के लिए आप के पास हिन्दू विवाह अधिनियम के अन्तर्गत विवाह विच्छेद के लिए जो आधार पतियों के लिए वर्णित हैं उन में से ही किसी आधार पर आप यह आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं और विवाह विच्छेद की डिक्री प्राप्त कर सकते हैं। आप ने जो भी तथ्य यहाँ प्रकट किए हैं उन में ऐसा कोई आधार हमें आप के पक्ष में दिखाई नहीं दिया जिस के कारण आप के पक्ष में विवाह विच्छेद की डिक्री पारित की जा सकती हो। इस कारण जब तक विवाह विच्छेद का कोई आधार आप के पास न हो आप विवाह विच्छेद की डिक्री प्राप्त करने की तो क्या उस के लिए आवेदन प्रस्तुत करने की बात सोच भी नहीं सकते।

प की पत्नी विवाह पूर्व क्या थी? इस से तो आप के विवाह का कोई संबंध नहीं है। विवाह के बाद भी उस ने एक दोस्त से अनेक बार फोन पर बात की, उसे अश्लील संदेश प्रेषित किए और उसे अपने नग्न चित्र भेजे। इन सब से कोई भी आधार प्रकट नहीं होता है। कोई भी लड़की बहक कर ऐसा कर सकती है। यदि वह लड़की सच्चे दिल से अपनी इस करतूत पर शर्मिंदा है और खुद को सुधारना चाहती है तो उसे सुधरने का अवसर देना चाहिए। हमारे विचार में यदि आप की पत्नी अपने व्यवहार पर शर्मिंदा है और आप के साथ ईमानदार दाम्पत्य जीवन बिताना चाहती है तो आप को उसे यह अवसर देना चाहिए। अभी तक यह संदेह तो आप को भी नहीं हुआ है कि उस के किसी लड़के के साथ शारीरिक संबंध हैं या वह कभी उस के साथ जीवन बिताने की सोचती भी हो।

क और बात कि आप की पत्नी यदि आप के विरुद्ध घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना और अमानत में खय़ानत के मुकदमे कर सकती है और आप से निर्वाह भत्ता भी प्राप्त करने का मुकदमा भी कर सकती है। निर्वाह भत्ता आप को विवाह विच्छेद के बाद भी तब तक देना पड़ सकता है जब तक वह स्वयं दूसरा विवाह न कर ले या पर्याप्त रूप से अपना निर्वाह करने लायक आत्मनिर्भर न हो जाए।

न परिस्थितियों में भी आप को अपनी पत्नी को सुधार करने और ईमानदार दाम्पत्य जीवन बिताने का एक अवसर तो आप को देना ही चाहिए। फिर भी यदि स्थिति ऐसी हो कि विवाह विच्छेद ही अनिवार्य हो जाए तो आप की पूरी कोशिश इसी बात की होनी चाहिए कि विवाह विच्छेद सहमति से हो तथा इस सहमति में निर्वाह भत्ता भी एक मुश्त तय हो जाए। जिस से आप इस रिश्ते से पूरी तरह मुक्त हो सकें।

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