एटीएम से पैसा निकला, क्या उपभोक्ता अदालत में जाया जाए?
|जलालुद्दीन खान पूछते हैं-
मैं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का खाताधारक हूँ.जुलाई माह में मैं एटीएम से पैसा निकालने गया तो एटीएम में रसीद उप्लब्ध नहीं थी, मैने पैसा नहीं निकाला और ऑन स्क्रीन बैलेंस देख कर चला आया। लेकिन पैसे कि सख्त ज़रुरत थी.इसलिए दोबारा गया और रसीद ना होने के बाद भी 2000 रुपया निकाला। इसके बाद फिर मैने ओन स्क्रीन अपना बैलेंस चेक किया तो पता चल कि 2000 के अलवा भी 20000 रुपया बैलेंस से कम है। मैं ने उसी बैंक को इस की लिखित शिकायत दी। बैंक ने इस शिकायत का जवाब तीन माह बाद दिया जिस में लिखा था कि आप के खाते से पैसा निकल गया है। अपना पासवर्ड और एटीएम कार्ड संभाल कर रखें। मैं ने आज तक अपना पासवर्ड और एटीएम कार्ड किसी को नहीं दिया और न बताया। फिर बैंक स्टेटमेंट 20000 रुपए की निकासी उसी समय दिखा रहा है जब मैं ने सिर्फ बैलेंस चैक किया था। जब मैं ने संबंधित अधिकारी का ध्यान इस तरफ दिलाया तो वह कहने लगा कि चेक करते समय जो आप के पीछे आदमी था उसी ने आप का पैसा निकाला है। जब मैं ने पैसा निकालने का ऑप्शन सेलेक्ट ही नहीं किया तो आखिर मेरे पीछे वाला मेरा पैसा कैसे निकाल सकता है? यह मेरी समझ में नहीं आया। बैंक का लिखित उत्तर प्राप्त होने से पहले मैं बैंक जा कर बार बार इस बारे में पूछताछ करता था। बैंक का जो अधिकारी इस तरह के मामले देखता है उस ने मुझे बताया कि इस की जाँच मुम्बई के अधिकारी करेंगे और सुनवाई के लिए आप को बुलाया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं कुछ नहीं हुआ। बैंक ने इस मामले को हल्के से लेते हुए सिर्फ एक पत्र लिख कर निपटा दिया।
मैं ने इस मामले को कंजुमर फोरम में ले जाने के संबंध में एक वकील साहब से बात की तो वह बोले कि आप साबित नहीं कर पाएंगे कि पैसा आपने नहीं निकाला है। कुछ फायदा नहीं होगा। मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूँ? मेरा पैसा तो गया ही यदि किसी ने निकाला है तो उसे अपराध की सजा नहीं मिली और अगर मेरा पैसा बैंक के खजाने में ही है तो मैं इस का पता कैसे लगा सकता हूँ? क्या उपभोक्ता अदालत में मुझे इस मामले को ले जाना चाहिए
उत्तर-
जलालुद्दीन भाई !
आप की शिकायत जायज है। आप जानते हैं कि एक अपराध हुआ है। उस की शिकायत होनी चाहिए और आप को पुलिस को दर्ज करानी चाहिए। यदि आप की शिकायत पुलिस दर्ज नहीं करती है तो आप अदालत में शिकायत प्रस्तुत कर के निवेदन कर सकते हैं कि इस शिकायत को पुलिस को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने और अन्वेषण करने के लिए भिजवाएँ।
बैंक द्वारा इस तरह के मामले को तीन माह तक लटकाना और जवाब नहीं देना सेवा में त्रुटि है। फिर उन्हों ने जो जवाब दिया है वह बहुत अजीब है उस का अर्थ तो यह निकलता है कि आप ने ही पैसा निकाला है। प्रत्येक एटीएम उस का उपयोग करने वाले का चित्र लेता है। उस से पता लगाया जा सकता है कि उस समय कौन आप के पहले और बाद आया था। उस से पूछताछ की जा सकती है। लेकिन बैंक ने जवाब देने में अपरिमित देरी की है यह भी सेवा में कमी और त्रुटि है। आप इस के लिए उपभोक्ता अदालत के समक्ष शिकायत कर सकते हैं। बैंक को सेवाएँ प्रदान करने में त्रुटि करने तथा कमी करने के
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12 Comments
Mere atm se 5 lac rupye nikal gay. 1 lac cash 4 lac transfer kiya gaya jabki atm mere paas hi tha.
Icici bank me pata kiya to undone bataya ki mere hi atm card se Sara paisa nikala h .
Ye ghatna 1/10/2016 ki h
Aap koi madat kar sakte h
हमने भी पिछले दिनों इस प्रकार की गडबडी की खबरे अखबारों में पढ़ी है | पैसा अपनी जेब में रखे इससे अच्छी सलाह हो ही नहीं सकती |
और हम अमेरिका जैसा देश बनने के सपने देख रहे हैं जहां 95 फिसदी से अधिक का काम प्लास्टिक मनी से होता है.. कभी कभी तो डर लगता है कि मेरे सभी कार्ड अगर खराब या गुम हो गये तो मैं पास में पैसे होते हुये भी कंगाल हो जाऊंगा..
जानकारी भी काम की है.
आपकी कानूनी राय बहुत ही सटीक है। यह न केवल उपभोक्ता के लिए बल्कि वकीलों के लिए भी उपयोगी है। बसंत पंचमी की बधाई ।
बहुत सही सलाह दी आप ने , लेकिन ऎ टी एम मशीन मै रिकार्ड भी रहता है कि आप ने क्या क्या किया, आप बेंक वालो से बोल कर उस रिकार्ड की कापी ले सकते है, जिस मै समय मिंट ओर सेंकिड भी लिखे होते है, ओर यही एक सबूत है,
ऐसा खतरा ATM मे रहता है ?
जानकारी उपयोगी है।
बसंत पंचमी की बधाई ।
आपने बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी, इसके लिए साधुवाद। आपकी जानकारियों से लोग जागरुक हो रहे हैं और उन्हें सही रास्ता दिखाई देता है। आपके इस परमार्थ के लिए आपका शुक्रिया।
धन्यवाद
यह ATM की गड़बड़ी है. आज IT व सुचना तंत्र इतना विकास कर गया है फिर भी इसमें कितनी ही खामी है. ATM सेवा की गड़बड़ी के कई उदहारण है. खुद मैं भी अपने साथ देखा हूँ. सहरसा, बिहार के SBI के ATM में एक बार हुआ कि ATM से पैसा निकालने के बाद भी फिर बैलेंस चेक करने पर पहले वाला ही बैलेंस बताता था. और यदि आप चाहें तो उस ATM से बताये जा रहे बैलेंस के आधार पर पुनः पैसा निकाल सकते थे. इस स्थिति में यदि आप उस ATM से बैलेंस चेक करते थे तो कुछ और बताता था और बैंक में जाकर बैलेंस पूछते थे तो कुछ और बताता था. बैंक अधिकारी को इस बात की जानकारी थी. पर फिर भी उस ATM को बंद नहीं किया गया. पर कई दिनों तक यही स्थिति रही और इस अवधि में कई लोग को अपने मूल बैलेंस से अधिक पैसा हाथ लग गया. तब फिर बैंक उस ATM को बंद किया. बाद में बैंक उन सभी ग्राहकों को जिसने बैलेंस से अधिक की रकम निकाला था, उसे रजिस्ट्री पत्र भेजकर अधिक निकली गयी राशि जमा करने को कहा. इस घटना में एक मैं भी था.
अब मैं अपने ही साथ घटी दूसरी घटना को बताता हूँ. यह घटना दूसरा मेरे ही एक SBBJ के खाता का है. इसमें हुआ यह कि ATM से पैसा निकाल तो लिया, पर आज वर्षों बीत गया पर मेरे खाता में से उस रकम की निकासी हुई. उस निकासी के स्थान पर खाता में उतनी रकम की निकासी व फिर उतनी ही रकम की जमा दिखाया जा रहा है. मैं चाहकर भी जानबूझकर इसकी सूचना बैंक को यह सोचकर नहीं दिया कि यदि कहूँगा तो वह बिना गड़बड़ी तक पहुंचे ही मुझसे पैसा ले लेगा. हाँ मैं यह जरुर सोचा कि बैंक खुद इस गड़बड़ी तक पहुँच कर जिस दिन उस पैसा की दावा करेगी तो उस दिन मैं वह पैसा दे दूंगा. पर आज वर्षों बीत गए पर कभी ऐसा दावा मेरे पास नहीं आया.
उपरोक्त दोनों घटना ATM के गड़बड़ी को साबित करता है. मेरे साथ की इस घटना से यदि जलालुद्दीन भाई को फायदा हो तो मैं इस घटना का प्रमाण प्रस्तुत कर जलालुद्दीन भाई की सहायता करने को तैयार हूँ.
धन्यवाद.
आपका
महेश
http://popularindia.blogspot.com/
बहुत उपयोगी जानकारी जो आज जनसाधारण के लिये भी बहुत ही उपयोगी है.
बसंत पंचमी की घणी रामराम.
रामराम
Dwivedi sir, mahatwapoorn jankari ke liye aabhar..
वसंत पंचमी की शुभकामनायें
जय हिंद…
यह जानकारी भी काम की है.