कष्ट के लिए खेद !
|पाठकों!
पिछली 24 मार्च के उपरान्त तीसरा खंबा पर कोई आलेख प्रकाशित नहीं किया जा सका। इस के अनेक कारण रहे। पहले तो तीसरा खंबा जिस सर्वर से प्रकाशित हो रहा था, उस पर हेकर्स का हमला हुआ। हमने बहुत प्रयत्न किए कि हैकर्स से पीछा छुड़ाया जा सके। काफी श्रम और समय व्यय करने के उपरान्त हम एक सीमा तक इन हेकर्स से मुक्ति प्राप्त करने में समर्थ भी हुए। लेकिन हेकर्स नाम और डोमेन बदल कर पुनः पुनः प्रकट हो कर तंग करते रहे। हेकर्स के अतिरिक्त एक समस्या और भी थी कि उस सर्वर से तीसरा खंबा खुलने में समय लग रहा था। इस से पाठकों को परेशानी होती थी और हमें भी। अंततः हमने सर्वर बदलने का निर्णय लिया और सर्वर बदल दिया गया। सर्वर बदलने से हेकर्स से तो पीछा छूटा ही साथ ही तीसरा खंबा खुलने की गति तेज भी हुई। हालांकि तीसरा खंबा के पिछले कुछ आलेख अभी तक भी डाटाबेस में वापस नहीं लौटाए जा सके हैं। पर शीघ्र ही उन्हें भी यहाँ ेले आया जाएगा।
सर्वर बदलने के बाद कोशिश हुई कि तीसरा खंबा का स्वरूप यथावत रखा जाए। हम यह काम कर ही रहे थे कि अचानक कोई ऐसी समस्या हुई कि तीसरा खंबा सभी कंप्य़ूटरों पर खुल रहा था लेकिन इस के संचालक के कंप्यूटर पर उस का खोला जाना असंभव हो गया था। संचालक का कंप्यूटर जिस इन्टरनेट कनेक्शन से जुड़ा था उस से जुड़े अन्य कंप्युटरों पर भी यह नहीं खुल रहा था। सभी को जाँचने पर पता लगा कि केवल तीसरा खंबा ही नहीं अपितु जिस सर्कंर से तीसरा खंबा संचालित होता है उस से संचालित होने वाला कोई भी जाल पृष्ठ इस कंप्यूटर पर नहीं खुल रहा है। यह भी पता लगा कि कंप्यूटर में कोई समस्या नहीं है। अन्य इंटरनेट कनेक्शनों से जुड़े कंप्यूटरों पर यह खुल रहा था लेकिन वहाँ तीसरा खंबा का काम कर पाना असंभव था। इंटरनेट सेवा प्रदाता को शिकायत की गई। लेकिन सेवा प्रदाता के इंजिनियरों का काम करने का समय और तीसरा खंबा के संचालक की उपलब्धता के समय में मेल न हो सकने के कारण चार दिनों तक यह समस्या बनी रही। आज सुबह और दोपहर बाद तक इंटरनेट कनेक्शन जाँचने पर तीसरा खंबा खोला नहीं जा पा रहा था। अंततः कल साँयकाल सेवा प्रदाता के इंजिनियर और तीसरा खंबा के संचालक का मेल हुआ और इंटरनेट कनेक्शन जाँचा गया तो तीसरा खंबा आसानी से खुल रहा था। दोनों ही हैरान थे कि इतने दिन क्या समस्या थी और आज उस समस्या का अंत कैसे हुआ? काफी प्रयत्न किए जाने पर भी इस समस्या का मूल नहीं खोजा जा सका। तीसरा खंबा पर अब नया आलेख प्रस्तुत करना संभव हो गया है। हालाँकि यह मानसिक परेशानी तीसरा खंबा के संचालक और उस के तकनीशियनों को रहेगी कि आखिर इतने दिन समस्या क्यों बनी रही। यह भी चिंता का विषय रहेगा कि इस तरह की समस्या कहीं पुनः उपस्थित न हो जाए।
खैर! अंत भला सो सब भला। तीसरा खंबा का प्रयास है कि आज से ही उस पर नए आलेख प्रस्तुत कर पाना संभव हो जाए। इस बीच तीसरा खंबा के पाठकों और उपयोगकर्ताओं को बहुत परेशानी हुई। बहुत से पाठकों ने अपनी कानूनी समस्याएँ हमें भेजीं लेकिन हम उन का समाधान प्रस्तुत नहीं कर सके। तीसरा खंबा के उपयोगकर्ताओं और पाठकों को जो परेशानी हुई उस के लिए हमें खेद है। हमारा प्रयास रहेगा कि हम पाठकों से हमें मिली समस्याओं में से उन की गंभीरता के आधार पर प्राथमिकता से समाधान प्रस्तुत करें। हमें आशा है कि तीसरा खंबा को आप का सहयोग मिलता रहेगा।
-दिनेशराय द्विवेदी
प्रणाम सर जी,
तीसरा खम्बा का मैं नियमित इंतजार करता हूँ. एक वकील के तौर करियर की शुरुआत में मुझे तीसरा खम्बा के रूप में आप जैसे अनुभवी एव विद्वान् अधिवक्ता का मार्गदर्शन और आशीर्वाद मिल रहा है, इसके लिए मैं ह्रदय से आपका आभारी हूँ. आप के हर लेख से मुझे कुछ नया सीखने को मिलता है.
मैं यही दुआ करता हूँ कि तीसरा खम्बा निरंतर मजबूत होता रहे और अधिक से अधिक लोगों से जुड़ता रहे.
सर्वर की समस्या और हेकरों के हमले के बाद तीसरा खम्बा पुनः गतिशील है. पर यह मेरी सहज जिज्ञासा है कि क्या आप सर्वर की उक्त समस्या और हेकरों के खिलाफ कोई विधिक कार्यवाही करने वाले हैं या नहीं. क्योंकि यहाँ पर सेवा में कमी का मामला बन रहा है साथ ही आई टी एक्ट का भी उल्लंघन किया गया है.
धन्यवाद
नमस्कार सर जी ,आपका बहुत बहुत धन्यबाद जो आपने इतनी मेहनत करके तीसरा खम्बा ko दौबारा चालू कर दिया ,क्योकि तीसरा खम्बा मेरे लिए इतना जरुरी हो गया हैकि मैं जब तक इसे न पढ़ लू भूख ही नहीं लगती ……….dhanybaad