क्या मैं अपने वास्तविक पिता की संपत्ति में हिस्सा प्राप्त कर सकती हूँ?
| सुमन देवी ने पूछा है –
मेरा जन्म मेरे पिता के निवास पर ही हुआ था, लेकिन मेरी माता ने मेरे पिता को छोड़ कर दूसरे गाँव में किसी अन्य व्यक्ति से नाता विवाह कर लिया। अब मेरे पिता, माता और माता के दूसरे पति का देहान्त हो चुका है। मैं अपने पिता की संपत्ति में हिस्सा लेना चाहती हूँ परन्तु मेरे पास अपने पिता की पुत्री होने का कोई प्रमाण नहीं है। मुझे क्या करना चाहिए?
उत्तर-
सुमन जी,
आप का अपने वास्तविक पिता की संपत्ति में चाहे वह उन की स्वयं की अर्जित की हुई हो, अथवा पैतृक हो हिस्सा है। लेकिन यह भी आवश्यक है कि आप को किसी भी कार्यवाही करने के पहले इस तथ्य को साबित करने वाला सबूत जुटाना पड़ेगा कि आप अपने पिता की पुत्री हैं।
अपने पिता की पुत्री होने की साक्ष्य जुटाने के लिए आप अपने पिता के गाँव में ऐसे साक्षियों को तलाश कर सकती हैं जो न्यायालय के समक्ष यह बयान दे सकें कि आप की माता जब आप के पिता को छोड़ कर नाते गई थी तब आप पैदा हो चुकी थीं। आप के जन्म का साक्ष्य भी मिल सकता है। निश्चित रूप से उस गाँव में जहाँ आप पैदा हुई थीं आप के जन्म के सबूत अवश्य होंगे। इस बात की गवाही देने वाला व्यक्ति भी मिल सकता है कि जब आप की माता नाते आई तब आप को साथ ले कर आई थी। इस बात की गवाही तो आप के धर्मपिता के परिवार का ही कोई सदस्य दे सकता है। आप के नाना नानी के परिवार के लोग यदि मौजूद हों तो वे भी साक्ष्य दे सकते हैं।
साक्ष्य जुटाने के लिए आप को प्रयत्न तो करने होंगे। जब आप इस तरह की साक्ष्य जुटा लें तो आप अपने पिता की संपत्ति के विभाजन का वाद न्यायालय में प्रस्तुत कर सकती हैं। न्यायालय में यदि कोई विवाद उत्पन्न हो तो आज कल डीएनए परीक्षण की तकनीक भी मौजूद है। यदि आप के पिता की अन्य संताने मौजूद हों तो उन के डीएनए सैंपल और आप के डीएनए सैंपल का उपयोग भी किया जा सकता है।
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5 Comments
गुरुवर जी,बहुत सुंदर और अच्छी जानकारी प्राप्त हुई.एक भ्रम था वो भी डॉ टी.एस.दराल को दिए जवाब से दूर हो गया.
अच्छी जानकारी दी है आपनें.
@डॉ टी एस दराल
डॉ. साहब। स्वअर्जित सम्पत्ति जीवित रहते तो पिता की स्वयं की होती है। यदि उस की वसीयत न की गई हो तो उस की मृत्यु के बाद उस में भी पुत्री का उत्तराधिकार तो है ही। यहाँ इस समस्या में पिता की मृत्यु हो चुकी है। इस कारण से यह उल्लेख किया गया है।
क्या स्वयं की अर्जित की गई संपत्ति पर भी पुत्री का हक़ होता है ?
देहांत से पहले भी या बाद में ही ?
बहुत काम की जानकारी दी है आपने
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