दादा से उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति में मृत बुआ के उत्तराधिकारियों का हक है।
|हस्तीमल ने नागौर, राजस्थान से पूछा है-
मेरा घर मेरे पिताजी के नाम रजिस्टरित है (मेरी दादी औरमेरी बुआ से तर्कनामे से, एक बुआ का देहान्त हो गया) यह घर मेरेदादाजी को उनके पिताजी से बख्शीश में मिला था। अब मैं ने नगरपरिषद मेग्राण्ट एक्ट के तहत पट्टे के लिए आवेदन किया है तो मेरी स्वर्गवासी बुआ केलड़के ने आपत्ति दर्ज करवाई है। क्या उसका हक बनता है?उसने वकील से मुझे नोटिस भेजा है मुझे क्या करना चाहिए।
समाधान-
उक्त मकान आप के दादा जी को उन के पिता जी से बख्शीश (गिफ्ट) में प्राप्त हुआ था। इस तरह वह आप के दादा जी की स्वअर्जित संपत्ति हुई। यह संपत्ति दादा जी के देहान्त के उपरान्त उन के उत्तराधिकारियों को प्राप्त हुई। जिस में आप के पिता जी, आप की दादी तथा दो बुआएँ सम्मिलित थीं।
आप की दो बुआओँ में से एक का देहान्त हो चुका है जो आप के दादा जी के जीवनकाल में हुआ या फिर दादा जी के देहान्त के बाद हुआ यह आप ने प्रकट नहीं किया है। लेकिन यदि पिता की मृत्यु के समय पुत्री जीवित हो तो वह उत्तराधिकारी होती है, यदि वह जीवित नहीं हो तो उस के पुत्र-पुत्री उत्तराधिकारी हैं। इस तरह हर हाल में आप की मृत बुआ के उत्तराधिकारियों को आप के दादा जी से उत्तराधिकार प्राप्त हुआ है और इस मकान में उन का हिस्सा है।
आप की दादी तथा एक बुआ ने आप के पिता के नाम उन के हिस्सों का हक त्याग कर दिया है। इस से उन के हिस्से उन्हें प्राप्त हो गए हैं। लेकिन मृत बुआ का हिस्सा आप के पिता को प्राप्त नहीं हुआ है। इस तरह आप की मृत बुआ के पुत्रों ने उक्त मकान में अपने हिस्से का जो दावा किया है वह सही है। अच्छा हो आप के पिता आप की मृत बुआ के उत्तराधिकारियों आप को फूफा, उन के पुत्रों व पुत्रियों सभी के साथ आपसी बातचीत कर के मकान की कीमत का मूल्यांकन कर के उन का जो भी हिस्सा बनता है उस की कीमत दे कर उन के हिस्से का पंजीयन अपने पिता के नाम करवा लें। यही एक मात्र उपाय आप के लिए श्रेष्ठ है।
आप ने यह भी नहीं बताया है कि आप के पिता जीवित हैं या नहीं। यदि जीवित हैं तो ठीक है, अन्यथा उन के हिस्से का भी उत्तराधिकार निश्चित हो चुका होगा और उन के हिस्से की संपत्ति में भी आप के अलावा आप के पिता जी के उत्तराधिकारियों आप की माता जी, व भाई बहनों का हिस्सा पैदा हो चुका होगा। आप जो भी प्रबंधन करें सोच समझ कर करें और इस संबंध में स्थानीय वकील से भी राय कर लें जो आप के दस्तावेज देख कर तथा सारे तथ्य जान कर आप को उचित सलाह दे सके।
अगर मेरे नाम नगर परिषद से पट्टा बन जाये तो वो मृत भुआ का लड़का क्या कर सकता है ?