नशा मुक्ति के लिए समूह बना कर काम करें
|समस्या-
सन्दीप बागची ने नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश से पूछा है-
एक साल पहले मेरी मुलाकात मेरे दूर के भाई से हुई जिन्हें कोडीन सीरप लेने की आदत करीबन 10 बर्षों से है। उनकी इस लत को देख कर में बहुत ही निराश हुआ और उनकी इस लत को छुड़ाने के प्रयास में लगा रहा। लेकिन इसी चक्कर में, मैं खुद कोडीन की लत का शिकार हो गया। तकरीबन एक साल तक मैंने कोडीन का सेवन किया और बहुत कुछ मुश्किलों का सामना किया और अनुभव किया। मैं किस मोड़ पर आ के खड़ा हूँ। और मैं अपने आप को और अपने घर को बर्बाद कर रहा हूँ और इसी सोच के चलते मैंने पिछले एक माह से मैंने कोडीन की लत छोड़ दी। लेकिन सर इस एक साल के दौरान मैंने यह जरूर सीखा और देखा है कि इस तरह के बहुत से लोग हैं जो कोडीन के नशे के शिकार हैं और मेरे ही सामने बहुत से नये लोग मेरी तरह इसमे फँसते जा रहे है। मैंने यह भी जाना और अनुभव किया है कि कोडीन की लत में जो पड़ा है वह स्वयं तो बर्बाद हुआ ही, साथ ही साथ उनके परिवार भी बर्बाद हो रहे हैं।
कोडीन सीरप का बिज़निस हमारे यहाँ पूरे जिले स्तर पर चल रहा है और इस तरह के बिज़निस को बंद करवा कर ही लोगों को इसकी लत से दूर किया और दूर रखा जा सकता है (न रहेगा बॉस ओर ना ही बजेंगी बासुरी) और उनके परिवार वालों को और इसमें जुड़ने वाले नए लोगों को तभी बचाया जा सकता है। मैं यह चाहता हूँ कि इन सभी सीरप सप्लाई करने वालों की शिकायत कर इसको क़ानूनन तौर पर बन्द किया जाये। इन मेडिकल लाइसेंसी, ड्रग्स माफियाओ की शिकायत में कहा कर सकता हूँ व कहाँ करना उचित रहेगा? क्या इस शिकायत में मैं और मेरे वो भाई भी जो अनेक वर्षों से कोडीन का सेवन कर रहे हैं और वो भाई जो इसकी लत में अभी अभी जुड़ते जा रहे हैं क्या ड्रग खरीदने के कारण खुद भी फँस सकते हैं? कृपया कर कोई कानूनी मार्गदर्शन दीजिये सर इस बारे में।
समाधान-
कोडीन एक दर्द निवारक दवा है जो अफीम से तैयार होती है। अफीम होने के कारण अधिक मात्रा में लेने से यह नशा देती है और नियमित रूप से लेने पर इसके नशे की आदत पड़ जाती है और फिर उससे पीछा छुड़ाना कठिन हो जाता है। क्यों कि यह एक दवा है इस कारण यह खुले आम मेडीकल स्टोर पर मिल जाती है। इस दवा को कड़ाई के साथ केवल डाक्टर के प्रेस्क्रिप्शन पर ही बेचा जाना चाहिए। पर इस नशे की शीशी पर दवा का लेबल होने के कारण इसे नशे के रूप में बेचा जाना बहुत आसान है। इस कारण नशा बेचने वाले व्यापारी इसका धन्धा मेडीकल स्टोरों के माध्यम से कर रहे हैं।
इस का नियन्त्रण ड्रग कंट्रोलर के हाथों में है। जिला कलेक्टर की जिम्मेदारी है कि वह अपने जिले में पैर पसार चुकी इस आदत से लोगों का पीछ छुड़वाने के लिए इस की बिक्री पर नियन्त्रण के लिए अपने जिले की मशीनरी को चुस्त करे। आपको चाहिए कि आप ड्रग कंट्रोलर और जिला कलेक्टर से खुद मिलें और उन्हें इस नशे की आदत से हो रही बरबादी के बारे में बताएँ और समझाएँ कि इस ड्रग के नशे को रोका जाना कितना जरूरी हैं। इस की बिना प्रेस्क्रिप्शन के बिक्री अवैध है, इस कारण आप इसकी शिकायत पुलिस को भी कर सकते हैं। आपके जिले में नशा मुक्ति केन्द्र भी होगा और कुछ संस्थाएँ भी होंगी जो नशा मुक्ति का कार्य करती होंगी। यदि कोई संस्था पहले से नशा मुक्ति का काम कर रही हो तो उससे जुड़ कर आप यह काम बेहतर तरीके से कर सकते हैं। जहाँ तक आपका प्रश्न है, आपने यह ड्रग खरीदना बन्द कर दिया है, आप इसमें नहीं फँसेंगे। नशा करने वालों का भी इस मामले में फँसना संभव प्रतीत नहीं होता है।
जिला जज के न्यायालय के साथ ही विधिक सेवा प्राधिकरण भी स्थापित है। आप विधिक सेवा प्राधिकरण को शिकायत कर सकते हैं कि जिले में लोगों को कोडीन के नशे का आदी बनाया जा रहा है। जिला कलेक्टर और औषधि नियंत्रक को आदेश दें कि वह कोडीन की बिक्री पर नियंत्रण के लिए सख्त कार्यवाही करे। फिर भी हमारी सलाह है कि इस तरह के अवैध धन्धे में लगे लोग प्रतिरोध करते हैं, वे अपने धन्धे को बचाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इस कारण इस काम को अकेले शुरू न करें। किसी स्थापित संस्था की मदद लें या फिर पहले समूह बनाएँ और उसके माध्यम से काम करें।