परीक्षा में सफल उम्मीदवार नियुक्ति प्राप्त करने के लिए क्या करें?
|पाठक जलालुद्दीन भाई ने अपनी समस्या इस तरह सामने रखी है ……….
महोदय,
1994 में उ.प्र. सरकार ने प्रदेश में उर्दू अनुवादक कम क्लर्क के पद की जिला स्तरीय परीक्षा आयोजित की जिस में जिला देवरिया में हुई परीक्षा विवादित हो गई। सरकार ने जाँच कर के परीक्षा को रद्द कर दिया और पुनः करा लिया। इस पर पहली परीक्षा के सफल उम्मीदवार उच्च न्यायालय चले गए। इस के कारण दूसरी परीक्षा के चुने हुए उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए और कहा कि न्यायालय का निर्णय आ जाने पर नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे। पहली परीक्षा वाले उम्मीदवार उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय दोनों स्थानो से हार गए। लेकिन उन में से दो उम्मीदवार अलग से सुप्रीम कोर्ट गए और वहाँ से अपने लिए नियुक्ति का आदेश करा लाए। अब राज्य सरकार एक ही मामले में दो तरह के आदेश कह कर रिव्यू करने की कह कर दूसरी परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को नियुक्ति नहीं दे रही है और रिव्यू भी नहीं कर रही है। जब कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को हुए दो वर्ष से अधिक हो चुके हैं। दू्सरी परीक्षा के सफल उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट में 2009 में अपील दाखिल की तो सुप्रीम कोर्ट ने उसे यह कहते हुए खारिज कर दिया कि, आप अब तक कहाँ थे। इस तरह शासन प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण 60 लोग रोजी रोटी के लिए परेशान हो रहे हैं। सरकार कुछ भी करने को तैयार नजर नहीं आती। अब दूसरी परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को क्या करना चाहिए कि जिस से सरकार उन के पक्ष में नियुक्ति पत्र जारी कर दे?
उत्तर …
जलालुद्दीन जी,
सारी लड़ाई, जब पहली परीक्षा वाले लड़ रहे थे तब दूसरी परीक्षा वाले तमाशा देख रहे थे। जब कि उन्हें पता था कि मुकदमा चल रहा है और वे उस से प्रभावित हो रहे हैं। अब सुप्रीमकोर्ट में वे तब गए जब कि सुप्रीमं कोर्ट का निर्णय हुए दो वर्ष हो चले थे। सुप्रीम कोर्ट ने तो यही कहना था कि ‘आप अब तक कहाँ थे?’
न्याय का यह प्रथम सिद्धांत है कि जिसे भी न्याय चाहिए उसे जल्द से जल्द अदालत में पहुँचना चाहिए। इस तरह सुप्रीम कोर्ट में जाने में उन्हों ने बहुत देरी कर दी।
अब तो एक ही रास्ता दूसरी परीक्षा के सफल उम्मीदवारों के सामने शेष है। उन्हें राज्य सरकार को नोटिस देना चाहिए कि वे उन के साथ न्याय करें और नियुक्ति प्रदान करें। यदि सरकार दो माह में नियुक्ति प्रदान नहीं करती है तो वे हाईकोर्ट के समक्ष रिट दाखिल करेंगे। दो माह की अवधि पूरी होने पर सरकार के विरुद्ध दू्सरी परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को नियुक्ति देने का निर्देश प्राप्त करने के लिए रिट याचिका दाखिल करनी चाहिए। इस के लिए आप को अपने हाईकोर्ट के किसी सक्षम वकील की सेवाएँ प्राप्त करनी चाहिए।
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2 Comments
लेकिन यह दो दो बार परिक्षा होती ही क्यो है? अगर किसी कारण से दोवारा होती है तो वो कारण स्पषट करना चाहिये, फ़िर दुसरी परिक्षा लेनी चाहिये, ओर जो पहली परिक्षा मै प्रथम आया वो दुसरी मैभी प्रथम ही आयेगा, लेकिन अब जब से सब हो ही गया तो कोई क्या करे?? आप ने बहुत सुंदर सलाह दी.
धन्यवाद
अरे वाह, ये तो बहुत ही उपयोगी जानकारी प्रदान की है आपने। यह बहुत से अभ्यर्थियों के काम आएगी।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }