मकान मालिक किराया बढ़ाने को कहता है क्या करें?
समस्या-
गौरव पाटनी ने मालवीय नगर जयपुर से पूछा है-
मैं ने सितम्बर 2012 में एक दुकान 2000/- रुपया प्रतिमाह में किराए पर ली थी। मकान मालिक ने मौखिक आश्वासन दिया था कि वह दो वर्ष तक किराया नहीं बढ़ाएगा। लेकिन उन्हों ने 2 वर्ष पूरे होने के पहले किराया 500 रुपया प्रतिमाह बढ़ा दिया। अब मकान मालिक का देहान्त हो गया है और उस की लड़की मकान की देखरेख करती है। वह फिर किराया बढ़ाने के लिए कह रही है। वह कोई किरायानामा लिखने को भी तैयार नहीं है। वह 2500/- रुपए पर 10% किराया बढ़ाना चाहती है। मैं किराया नियमित रूप से अदा कर रहा हूँ। उस की तीन दुकानें हैं, एक खुद उस के पास है एक उस के मित्र के पास है पहले एक किराएदार से कमरा खाली कराने के लिए उस के मित्र ने एक रात बहुत न्यूसेंस किया था। पुलिस उसे थाने भी ले गई थी लेकिन राजनैतिक पहुँच के कारण दूसरे दिन ही वह वापस आ गया। मैं नियमित रूप से किराए की रसीदें ले रहा हूँ। कृपया मुझे बताएँ कि मुझे क्या करना चाहिए?
समाधान-
राजस्थान के जिला मुख्यालयों पर राजस्थान किराया नियंत्रण अधिनियम-2001 प्रभावी है। मकान मालिक और किराएदार के बीच के संबंध और जरूरी शर्तें इस अधिनियम से प्रभावी हैं। इस अधिनियम की हिन्दी व अंग्रेजी की द्विभाषी प्रति कानून की किताबों की दुकान पर 100 रुपए से भी कम कीमत पर उपलब्ध है। प्रत्येक उस व्यक्ति को जो किराएदार है या ऐसा भूस्वामी है जो अपनी संपत्ति को किराए पर देता है या देने की इच्छा है, यह पुस्तक खरीद लेनी चाहिए। जिस से उसे किराएदार और मकान मालिक के बीच के कानूनी संबंधों के बारे में जानकारी हो सके और जब भी कभी जरूरत हो उस किताब से स्वयं निर्देश प्राप्त कर सके।
इस कानून के अध्याय-2 धारा 6 व 7 में यह निश्चित किया गया है कि किराया प्रतिवर्ष कितना बढ़ाया जा सकता है। यदि किराएदार इस कानून के अनुसार प्रतिवर्ष किराया बढ़ाने से इन्कार करे तो मकान मालिक और यदि मकान मालिक किराया अधिक बढ़ा कर देने का आग्रह करे तो किराएदार किराया अधिकरण में आवेदन प्रस्तुत कर कानूनी किराया तय करवा सकता है।
आप ने जिस तिथि को दुकान किराए पर ली थी उस के ठीक एक वर्ष बाद कानून के अनुसार उस के किराए में 5% की वृद्धि होनी चाहिए थी। अर्थात सितम्बर 2013 से किराया 2000 के स्थान पर 2100 हो जाना चाहिए था। इसी तरह सितम्बर 2014 में 2200 होना चाहिए। अर्थात आप बेसिक किराए का 5% प्रत्येक वर्ष बढ़ाएंगे। यहाँ बेसिक किराया वही है जिस पर आप ने दुकान पहले पहल किराए पर ली है। दस वर्ष तक किराया बढ़ाने की दर यही रहेगी। लेकिन दस वर्ष बाद बढ़ा हुआ किराया बेसिक में शामिल हो कर नया बेसिक बन जाएगा। आप के मामले में सितम्बर 2022 के पहले यह किराया 3000 प्रतिमाह हो जाएगा जो नया बेसिक होगा। सितम्बर 2022 में आप को किराए में 150 रुपए प्रतिमाह की वृद्धि करनी होगी। इस तरह सितम्बर 2022 से यह किराया 3150 होगा इसी तरह सितम्बर 2023 से यह किराया 3300 प्रतिमाह हो जाएगा।
अब यदि आप का मकान मालिक दुकान का किराया बढ़ाने को कहता है तो आप उस से झगड़ा न करें। किराया बढ़ा कर दें, लेकिन रसीद तुरन्त प्राप्त करें। क्यों कि मकान मालिक ने किराया कानून के खिलाफ बढ़ाया है इस कारण आप किराया पूनरीक्षण के लिए किराया अधिकरण में आवेदन करें कि आप का किराया निर्धारित किया जाए। इस काम के लिए आप को किसी स्थानीय वकील की सहायता प्राप्त करनी होगी।
Sir gudmorning .sir meri bhi ek samsya hai. Plz uchit salustion de. Meri bhi dukane ha. .ek dukan 1976 ki hai . dusri 2001 ma life thi. Dono ka kirayanama bna hua hai. Dono ka kirya alag alag deta hu by check .
Woh bi kiraya dugna karna chahta ha .kya karu. Mane apne vakel San se baat ki thi. Usne kaha tha agar kirayanama par kirya bdana nahi likha .fir vo bda nahi Sakta. Kya WO thik keh raha ha ji bataiyee plzz. Muje court ma kirya JMA karwana chahiye
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