लम्बे समय से किराएदार कैसे अपने पोर्शन के मकान का मालिक बन सकता है?
|रुचिर ने पूछा है…
हम लोग करीब अस्सी साल से भी पहले से एक मकान में किराए से रहते हैं। मकान मालिक अब नहीं रहे। उन के पाँच बेटे और एक बेटी है, उन्हों ने अपनी बूढ़ी मां को नहीं रखा। अब वे नहीं रही। चार-पाँच माह पहले वे शांत हो गईं। मकान का आधा भाग गिर चुका है हमारा पोर्शन ठीक है। अब लड़के आपस में मकान के लिए लड़ते हैं। जब कि सभी के पास अपनी-अपनी प्रोपर्टी है। हम पहले दो कोर्ट से जीत चुके हैं (हाई कोर्ट से भी)। हम जिस पोर्शन में रहते हैं, क्या हम उसे पा सकते हैं? और कैसे? कृपया बताएँ, हमारी चार पीढ़ी वहाँ हो गई हैं, हम वो मकान छोड़ना नहीं चाहते हैं। कृपया मेरा मार्गदर्शन करें!
उत्तर …
रुचिर जी,
आप ने बताया है कि आप उस मकान में चार पीढ़ियों से किराएदार हैं। लेकिन आप दो अदालतों से मुकदमा जीत चुके हैं। यह मुकदमा अवश्य ही आप से मकान खाली कराने के लिए किया गया होगा। मकान मालिक के पास खाली कराने की कोई कानूनी वजह नहीं होने के कारण आप वे मुकदमे जीत गए। आप उस मकान में किराएदार की हैसियत से जब तक चाहें या जब तक कोई कानूनी वजह पैदा न हो जाए जिस के आधार पर अदालत मकान मालिक के हक में मकान खाली कराने की डिक्री हासिल न कर ले तब तक उस मकान में रह सकते हैं।
आप यह ठीक से समझ लें कि किसी किराएदार को एक लम्बे समय तक किसी संपत्ति पर किराएदार के रूप में बने रहने से उस संपत्ति पर कोई मालिकाना हक नहीं मिलता है। किराएदार सदैव ही किराएदार रहता है। उस मकान के मालिकों से खरीद कर ही आप उस पर स्वामित्व का अधिकार पाप्त कर सकते हैं। अन्यथा किसी भी प्रकार से नहीं। अब चूंकि उस मकान के बहुत से मालिक हैं जो आपस में लड़ते हैं। इस कारण से आप की किराएदारी वाले भाग को कोई बंटवारे से अपने हिस्से में नहीं लेना चाहेगा। वह भी उस स्थिति में जब कि आप दो अदालतों से मुकदमा जीत चुके हैं। बंटवारे की सूरत में यह भी हो सकता है कि उस मकान को बेच कर उस की कीमत मकान के मालिकान आपस में बांटें। वैसी सूरत में आप उस मकान को खरीद सकते हैं। चूंकि आप उस में रहते हैं इस कारण से मकान के मालिकान आप को मकान बाजार मूल्य से कम में विक्रय करने को तैयार भी हो सकते हैं। आप चाहें तो उन के सामने मकान को खरीदने का प्रस्ताव भी रख सकते हैं। इस से बात आगे बढ़ सकती है। उस मकान का स्वामित्व हासिल करने का इस के सिवा कोई अन्य मार्ग नहीं है।
More from my site
10 Comments
That’s an intelligent answer to a difficult question xxx
Gee wieirklls, that’s such a great post!
सतीशजी की बात सेपूरी तरह सहमत, यहां पर लोग अपने फायदे के लिए कानून में गलियां निकाल ही लेते हैं
बहुत अच्छी जानकारी!
अति उतम जानकारी.
रामराम.
उपयोगी जानकारी दी है।लेकिन यदि आप बता देते कि किन कारणों के आधार पर किरायदार को निकाला जा सकता है तो बेहतर होता।धन्यवाद।
कनाट प्लेस में अधिकतर किरायेदार दूकानदार करोड़पति हैं जबकि मालिक बाहर सड़क पर पटरी पर बैठता है, किराये के रूप में उसे नाम मात्र को पैसा मिलता है !
कानून के दुरूपयोग के सैकडो उदाहरण हैं …
अच्छी जानकारी मिली.
आप की राय से सहमत है , बहुत अच्छी राय
धन्यवाद
"किराएदार सदैव ही किराएदार रहता है। "
एक दम सही बात, सटीक जानकारी.