जीवन साथी के परित्याग के आधार पर विवाह विच्छेद का आवेदन किया जा सकता है।
|बलबीर राणा ने मानेसर गुड़गाँव, हरियाणा से समस्या भेजी है कि-
मेरे मित्र मंजुनाथ जो बैंगलौर कर्नाटक से हैं वर्तमान में भारतीय थल सेना में सेवारत हैं। उन की शादी हुए 6 साल हो गए लेकिन पत्नी शादी के बाद से ही उनके घर में नहीं रहती। वह अपने मायके रहती है। बीबी के मर्जी के मुताविक दोस्त सब कुछ करने को तैयार है। उन की बीबी के मुताविक घर मेरे मायके के पास बनाओ तब रहूंगी। दोस्त ने कई बार सैन्य परिवार आवास भी लिया। लेकिन वो आने को राजी नहीं हुयी। अब दोस्त तलाक लेना चाहता है लेकिन बीबी तैयार नहीं है, ना ही उनके घर आने को तैयार है। वह अभी किसी प्राइवेट फार्म में नौकरी कर रही है। मैं भी फौजी हूँ। प्लीज मेरे दोस्त की समस्या का समाधान बताये।
समाधान-
आप के मित्र की पत्नी संभवतः आप के मित्र के साथ नहीं रहना चाहती है। कुछ तो है जिस के कारण वह आप के मित्र से दूर रह रही है। इस कारण का पता आप के मित्र को जरूर होगा। यदि यह कारण दूर हो जाए तो आप के मित्र की समस्या हल हो सकती है। यदि कारण मित्र को पता नहीं है तो पता करना चाहिए और समाधान निकालना चाहिए।
यदि इस तरह के प्रयत्न हो चुके हैं और बात बनने की कोई संभावना नहीं है तो डेसर्शन (जीवन साथी के परित्याग) के आधार पर विवाह विच्छेद के लिए न्यायालय में आवेदन किया जा सकता है। यह आवश्यक नहीं है कि आपसी समझौते से ही विवाह विच्छेद हो। आप के मित्र भी अपनी ओर से विवाह विच्छेद का आवेदन कर सकते हैं।
आप के मित्र सक्षम हैं। किसी अच्छे वकील से संपर्क करें और उन्हें अपनी समस्या बता कर उन से विवाह विच्छेद के लिए आवेदन तैयार करवाएँ और उन के निर्देशानुसार उस में पैरवी करें। समस्या का हल निकल आएगा। विवाह विच्छेद के लिए आवेदन करने करने का अर्थ यह नहीं कि विवाह विच्चेद ही होगा। न्यायालय भी काउंसलिंग करती और करवाती हैं। हो सकता है वहाँ कोई ऐसा हल निकल आए जिस से दाम्पत्य बना रह जाए और समस्या हल हो जाए।