आप को ठोस सबूतों से साबित करना पड़ेगा कि आप की कोई आय नहीं है।
सलमा ने सूरत, गुजरात से समस्या भेजी है कि-
मेरा सूरत परिवार न्यायालय में धारा 125 दं.प्र.संहिता का मुकदमा चल रहा है। शादी से पहले से मेरे नाम पर मेरे पापा आयकर का रिटर्न फाइल करते थे। जिस के कारण मुझे न्यायालय ने भरण पोषण खर्चा नहीं दिलाया और केवल मेरे बच्चे को 7500 रुपय़ा खर्चा दिलाया गया है और मुझे कुछ नहीं दिलाया गया है। अब रिटर्न भरना बन्द कर दिया है और मेरी कोई आय नहीं है। क्या मेरी भरण पोषण की अर्जी मंजूर हो सकती है। मेरे पति का वेतन 50000 प्रतिमाह है, उसे पीएफ कट कर 47000 रुपए मिलते हैं। उन के पास जमींदारी भी है। मुझे और मेरे बच्चे को कितना भरण पोषण प्रतिमाह मिल सकता है।
समाधान-
आप के पापा आप के नाम से रिटर्न फाइल करते थे। इस का सीधा अर्थ था कि आप की स्वयं की आय थी। इस कारण से आप को भरण पोषण नहीं दिलाया गया। केवल आप की सन्तान को दिलाया गया। आप के पति ने आप और बच्चे के सिवा भी अपने परिवार के अन्य व्यक्तियों को जैसे माता, पिता और भाई बहन को अपना आश्रित बताया होगा इसी कारण आप के बच्चे का खर्चा 7500 रुपए प्रतिमाह निश्चित किया गया है।
अब आप को चाहिए के न्यायालय में सीधे तौर पर यह बयान दें कि आप के पापा आप के नाम से व्यापार करते थे इस कारण से आप की आय थी। उस आय से एकत्र हुए धन को आप के पापा ने आप के विवाह में खर्च कर दिया और व्यवसाय को विक्रय कर के उसे समाप्त कर दिया है और अब आप की कोई आय नहीं है। इस कारण आप को खर्चा दिलाया जाए। आप की कोई आय नहीं रह गयी है इसे आप को ठोस सबूतों से साबित करना पड़ेगा और आप के पापा का भी बयान कराना पड़ेगा। तभी आप को भरण पोषण मिल सकता है।
आप को भरण पोषण कितना मिलेगा इस का कोई अनुमान भी तब तक नहीं लगाया जा सकता जब तक कि आप का आवेदन उस का जवाब तथा दोनों पक्षों की साक्ष्य किसी के सामने न हो। फिर भी इतना कहा जा सकता है कि आप के पति की कुल आय जो न्यायालय माने उस की आधी राशि तक आप को व आप के पुत्र को कुल भरण पोषण के रूप में प्राप्त हो सकती है, इस से अधिक नहीं।