झूठ तब तक ही असर दिखाता है जब तक सत्य को मजबूती के साथ साबित नहीं कर दिया जाता
|प्रकाश पुरोहित ने सूरत, गुजरात से समस्या भेजी है कि-
हम तीन भाई हैं। मेरी शादी 2005 में, दूसरे भाई कि 2013 में और सबसे छोटे भाई की शादी फरवरी 2015 में हुई है। सब से छोटे भाई की पत्नी को जन्म से ही दिल के वॉल्व की बीमारी है, यह बात छुपा कर उस के सास ससुर ने मेरे भाई और मेरे परिवार के साथ धोखाधड़ी की है। सितम्बर 2015 में मेरे भाई को इस बीमारी का पता चला तो हम सब को बताया। 14 अक्टूबर को उसके ससुर जी हमारे घर आकर कुलदेवी मंदिर जाने के बहाने से अपनी पुत्री को ले गये! 4 नवंबर के अखबार में खबर आई कि उसने मेरे भाई और परिवार पे 498ए का केस कर दिया है। अब हमे क्या करना चाहिए?
समाधान-
आप के भाई को तुरन्त बिना कोई नोटिस दिए धारा 9 हिन्दू विवाह अधिनियम में उस की पत्नी को लाने के लिए आवेदन प्रस्तुत कर उस में न्यायालय से नोटिस जारी कराना चाहिए।
छोटे भाई की पत्नी को दिल के वाल्व की जन्म से बीमारी है यह एक तथ्य है जिसे छुपाया नहीं जा सकता। मुकदमा दर्ज हुआ है तो अन्वेषण अधिकारी आप से भी पूछताछ करेंगे। आप सारी बात उन्हें बताइए और तथ्यों को साबित करने के लिए गवाहों के बयान कराइए। इस से भी पुलिस न मानती लगे तो तुरन्त 438 दंड प्रक्रिया संहिता में अपनी अग्रिम जमानत कराने का प्रयत्न करिए।
यदि धारा 438ए का मुकदमा फिर भी चलता है तो आप उसे लड़िए और तथ्यों को मजबूत सबूतों के साथ रखिए। सत्य तो सत्य रहता है। वह साबित हो जाता है। लेकिन झूठ तब तक अपना असर दिखाता है जब तक कि मजबूती से सत्य को साबित नहीं किया जाता। इस कारण आप को इस लड़ाई को लड़ने में सत्य को मजबूती के साथ साबित करना होगा।
मेरा भाई जिसका मौत २६/१०/२०१५ को हो गया है . लोगो कहना है की वो कुछ दिनों जुआ खेल रहा था. इस बात का हम लोगो को भी चिंता थी जिसके हम उसे घर से पैसा देना कर दिए लेकिन उसको कोई शुद्ध पर पैसा दिया और वो उसे भी
हार गया जिसके कुछ दिन बाद ही मौत हो गई। और अब लोग उस पर आत्महत्या का आरोप लगा रहें हैं।
अब हमे आगे क्या करना चाहिए
बहुत अच्छी सलाह
Ratan Singh Shekhawat का पिछला आलेख है:–.गौरी का इतिहास और पृथ्वीराज