पत्नी जब ब्लेक मेल करे, तो क्या करें?
|तीसरा खंबा के सहयोगी ब्लाग अदालत के टूलबार के माध्यम से एक पाठक से हमें निम्न समस्या प्राप्त हुई थी….
सर! मेरी शादी मई 2004 में हुई थी। लेकिन पत्नी शादी के बाद से ही मायके में रहने लगी। मैं घर लाता हूँ तो दस दिन से अधिक नहीं रहती है। धमकी देती है कि जहर खा लेंगे, फाँसी लगा लेंगे, समाज में तमाशा करेंगे, दहेज केस में फंसा देंगे, पत्नी के घर वाले भी धमकी देते हैं और पैसे मांगते हैं। समाज के लोगों ने समझाने की कोशिश की लेकिन सब बेकार गया। सर पत्नी तीन साल से भी अधिक समय से मायके में ही रहती है। कई बार कोशिश भी की लेकिन आती नहीं है। घऱ वाले और पत्नी धमकी मारती है कि पैसे ला कर दो, नया घर बना कर दो। सर, मैं मानसिक रूप से परेशान हो गया हूँ। मेरी कोई इच्छा नहीं है क्यों कि वे दस दिन से अधिका मेरा पास रही नहीं. सर, सुनने में आया है कि मेरी पत्नी ने मेरे ऊपर भऱण पोषण, घरेलू हिंसा और दहेज का केस लगाने वाली है। मेरे माता-पिता सीधे सादे हैं। सर, मैं यह जानना चाहता हूँ कि मैं अपने बचाव में क्या कर सकता हूँ। सर,कृपया जल्दी जवाब देने का कष्ट करें वरना एक बेकसूर घर और बरबाद हो जाएगा मेरे ई-मेल पर मुझे सलाह देने का कष्ट करें। – आप का ?????
हम ने उक्त सज्जन को जो उत्तर दिय़ा वह इस प्रकार है…..
????? जी!
आप की समस्या को कुछ तो आप ने बढ़ा लिया है। वास्तव में आप की पत्नी और ससुराल वाले आप को ब्लेक-मेल कर रहे हैं। वे जानते हैं कि ऐसा किया जा सकता है। सब से पहले तो आप उन की किसी भी बात का उत्तर देना और प्रतिक्रिया करना बंद कर दें। उन्हें लगे कि आप उन की परवाह नहीं करते हैं। पत्नी को लाने के बारे में सोचना और कुछ भी करना बंद कर दें। आप ने यह नहीं बताया कि आप किस प्रांत से हैं। यदि आप के प्रांत में पुलिस द्वारा स्थापित परिवार परामर्श केन्द्र हो तो वहाँ अपनी सारी कहानी लिखते हुए एक शिकायत करिए। पुलिस आप की पत्नी और ससुर को बुला कर कार्यवाही करेगी जिस का विवरण भी रखेगी। कभी आप की पत्नी ने आप पर मुकदमा किया तो आप को उस से मदद मिलेगी। जिस तरह से आप की पत्नी और ससुर आप को ब्लेकमेल कर रहे हैं उस की शिकायत भी पुलिस को कीजिए। आप की पत्नी तीन साल से अधिक समय से आप के संपर्क में नहीं है और उस के पिता के यहाँ रह रही है इस कारण से 498-ए का मामला नहीं बनता है। यदि आप के विरुद्ध कोई मुकदमा या प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज हो जाए तो उसे खारिज कराने के लिए आप को हाईकोर्ट में सीधे कार्यवाही करनी चाहिए। यदि आप के विरुद्ध मुकदमा हो ही जाए तो आप को किसी समझदार वकील की सहायता लेनी ही पड़ेगी। आप चाहें तो अभी किसी वकील से मिल कर धारा-9 हिन्दूविवाह अधिनियम के तहत पत्नी से वैवाहिक संबंधों की पुनर्स्थापना का दावा करें। यदि दावे में आदेश हो जाने पर भी वह नहीं आती है तो आप तलाक ले सकते हैं। या फिर सीधे ही इस आधार पर कि आप की पत्नी ने तीन साल से अधिक समय से आप का परित्याग कर रखा है, तलाक की अर्जी दाखिल करवा सकते हैं। पर आप को अपनी समस्या ले कर पुलिस और अदालत के पास तो जाना ही होगा।
उक्
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14 Comments
प्रणाम दिर्वेदी जी
असल में लड़की के घरवालो की दखलंदाजी ज्यादा हो गई है इसीलिए अब घर टूट रहे है.
लड़की k माँ बाप लड़के की बात ही नै सुनते unhe सिर्फ अपनी लड़की ही सच्ची लगती है और अपनी बेफ़्कूफी से अपनी लड़की का घर खराब कर लेते है.
लड़की को घर बिठा लेते है जिस kaaran लड़के और लड़की में प्यार ही नहींबन pata.
समाज मे आजकल इस प्रकार के केस ज्यादा देखने मे आ रहे है ।
jankari ke liye dhnywad .hmare aspas adhiktar ldki ke mata pita kanun ka aad me ssural valo ko mansik tklif dete hai.
एक कहावत याद आ गई कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते।
अच्छी जानकारी ,आभार.
ऎसा केस हम ने भी देखा है,जानकारी देने के लिये धन्यवाद, ओर राम बचाये ऎसे लोगो से पता नही किस के गले पड जाये.
धन्यवाद
आपने उन महोदय को सही सलाह दी है . असल में वे सज्जन मानसिक रूप से दबाब में आ गए है लगता है . आभार.
जानकारी मे इजाफ़ा हुआ. शुभकामनाएं.
रामराम.
पत्नी से 'लाल-मेल' तो हम भी हुए थे, मगर ये ब्लैक मैल ! नया ज़माना है भाई।
जब तक समाज सामाजिक समस्याओं को कभी पत्नी की और कभी पति की समस्या बताकर विभक्त करता रहेगा तब तक ऐसी ही समस्याएं जन्म लेती रहेंगी। यह समस्या न तो पति अकेले की है और न ही पत्नी की, यह समाज की समस्या है और सम्पूर्ण परिवार को इस पर चिन्तन करना चाहिए। आज प्रत्येक जाति का अपना पंजीकृत समाज है तो इन समाजों को इन बातों को सुलझाने के लिए आगे आने चाहिए। इस प्रकार की घटनाएं आम हैं, यदि हम सर्वे करें तो इसकी बहुत बड़ी संख्या मिलेगी। कानून केवल कानूनी कार्यवाही करता है लेकिन समाज की समस्या को समाज को ही निपटाना चाहिए।
मेरी शादी तो नही हुई है और ऎसी परेशानी की उम्मीद भी नही है लेकिन शायद ये जानकारी किसी को सलाह देने के काम आ जाये…
धन्यवाद
ऐसी बातें समाज में बढ़ रही हैं ….अगली कड़ी की प्रतीक्षा रहेगी….
आपसी ताल-मेल की कमी।
अगली कड़ी का इन्तज़ार है।
काम की जानकारी (कईयों के लिए :))
साधुवाद!