वक्त के पहले कोई कार्यवाही न करें
|समस्या-
मेरे विवाह को 6 महीने हो चुके हैं, विवाह के एक सप्ताह में ही पत्नी की माँ का दखल हमारे परिवार में बहुत ज्यादा होने लगा। दिन भर मेरी पत्नी अपनी माँ से फ़ोन में बात करती रहती और उनकी माँ उन्हें गलत राय देकर हमारे घर की सुख शांति छीन रही थी। उनकी माँ का मेरे पैसे में बहुत ज्यादा लालच है। मेरी पत्नी अपनी माँ के कहने पर ही सब कुछ करने लगी । लालच का स्वरूप ऐसा था कि लड़की ने उटपटांग डिमांड मेरे सामने रखने लगी, जैसे कि मेरे भाइयों को व्यापार करवा के दो या मेरे मायके में कुछ मदद करो, सोने की मांग की गई। उनकी माँ का दखल इतना हो गया कि वो कहने लगी कि अपने परिवार से अलग होकर रहो इस परिवार में नही रहना मुझे। आखिर मुझे थक हार के रोज के झंझट से अलग होना सही लगा। शादी के 3 महीने में मैं अपने परिवार से अलग हुआ और किराये के मकान में रहने लगा। अलग रहने के बाद भी उनकी माँ का दखल खत्म नहीं हुआ और बढ़ता ही गया। अब उनकी माँ कहने लगी कि घर खुद का होगा तो ठीक है वरना हमें तलाक चाहिए। किराये के मकान में लड़की नहीं रहेगी। इन बातों के बाद मेरी पत्नी मायके में रहने लगी और वापिस आने की शर्त रखी कि घर अपना खरीदोगे तो आउंगी वरना नहीं। साथ ही साथ इल्जाम लगाए की मुझे गाली दी मुझे मारा है और झूठे केस की धमकी दे रही है। गाली दे के बात करना तो जैसे आदत हो गई है माँ और बेटी की। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूँ। मेरे ससुराल में पैसा ही सब कुछ है और बहुत लालची लोग हैं। उन्होंने इस सबके बीच परिवार सहित हमारे शहर में रहने की बात की। जो मैंने मना कर दिया। दखल उसकी माँ का है और लालची भी उसकी माँ ही है। बीच बीच मे पैसो की मांग आती रहती है। क्या कोई लड़का पत्नी की खिलाफ दहेज प्रताड़ना केस कर सकता है? क्या क्रूरता का आधार है? कानूनी रूप से मै क्या कर सकता हूं, सुझाव दें। अगर मैं तलाक लेता हूं तो क्या मुझे पैसे देने पड़ेंगे?
-राहुल, कटनी, मध्यप्रदेश
समाधान-
अभी आप के विवाह को एक वर्ष पूरा नहीं हुआ है। उसके पहले तलाक के लिए कोई आवेदन दिया जाना संभव नहीं है। अभी तलाक का कोई आधार भी नहीं है। आप की पत्नी स्वयं ही आप का घर छोड़ कर गयी है। क्रूरता का आधार अभी बनना आरंभ हुआ है लेकिन पर्याप्त प्रतीत नहीं होता है। परित्याग का आधार भी तब बनेगा जब पत्नी को छोड़ कर गए 2 वर्ष हो जाएंगे। इस कारण अभी केवल परिस्थितियों के पकने की प्रतीक्षा करनी होगी। आप दहेज प्रताड़ना का कोई मुकदमा नहीं कर सकते। हाँ, पुलिस को यह शिकायत रजिस्टर्ड डाक से भेज दें। पुलिस इस पर कोई कार्याही नहीं करेगी लेकिन इस का रिकार्ड रहेगा जो आगे काम आएगा। वक्त के पहले कोई भी कार्यवाही करने से आप का ही नुकसान होगा।
पत्नी और उसके मायके वालों की अनुचित मांगो को पूरा करना या उनमें से एक को भी मानना उचित नहीं है। आप हर मांग को सख्ती से इन्कार करते रहें। वह भरण पोषण के लिए कोई मुकदमा करती है या फिर कोई मिथ्या मुकदमा करती है तो उसे मजबूती से लड़ें। मिथ्या मुकदमा तो कोई भी कर सकता है। आप का पड़ोसी, परिचित कोई भी। तब भी तो आप उससे आप कानूनी लड़ाई लड़ेंगे ही तो ऐसा ही समझिए।
जब आप की पत्नी को छोड़ कर गए दो वर्ष हो जाएँ, उसके बाद आप तलाक के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके पहले कोई भी कार्यवाही करना ठीक नहीं होगा। इन दो वर्षों में आप की पत्नी एक दिन भी आप के साथ आ कर रही या आप अपनी ससुराल जा कर रहे तो परित्याग का यह आधार समाप्त हो सकता है। इस का ध्यान रखें। दो वर्ष बाद आप के पास क्रूरता और परित्याग दो आधार होंगे।