आप को अपने प्यार की अवश्य मदद करनी चाहिए।
|अनाम चंद ने बागपत, उत्तर प्रदेश राज्य की समस्या भेजी है कि-
मैं एक लड़की को पिछले १२ सालो से प्यार करता हूँ और वो भी मुझे बेपनाह चाहती है। मगर गोत्र एक होने के कारण हमारी शादी नहीं हो पायी। तब हम दोनों ने अपने घर वालों की इज्जत के कारण एक दूसरे से अलग होने का फैसला किया। उसके बाद उस लड़की ने अपने बीमार पिता की इज्जत रखने के लिए कहीं और उनके कहने पर शादी कर ली। इस तरह हम दोनों अलग हो गए। मैंने कभी उससे कांटेक्ट करने की कोशिश नहीं की। मैं नहीं चाहता था कि मेरे कारण उसका वैवाहिक जीवन बाधित न। उसके माँ और पिताजी की मृत्यु हो गयी। इस बीच मेरे भी पापा जी भी नहीं रहे। मगर मैंने अपने से छोटी दोनों बहनों की शादी कर दी है। मगर मुझे अब पता चला कि उस लड़की की किस्मत खराब निकली। उसका पति पागल है कई बार उसे मारने की कोशिश कर चुका है। एक बार उसका गला घोंटकर और एक बार चाकू से, दोनों बार उसे उसके घरवालों ने बचाया। होने को तो उसके तीन बच्चे भी हैं मगर वो उसने ससुरालवालों के दबाव में किये थे। उन्हें डर था कि कहीं वो उन्हें छोड़कर न चली जाये। उस लड़की का नाम कविता है कविता बताती है कि उसका पति कई कई दिन बाहर घूमता रहता है, काफी इलाज भी करा लिया उसका मगर कोई फायदा नहीं है। जब भी घर आता है तब गाली गलौच करता है, मारपीट तो आम बात है। सास ससुर भी बाहर से दरवाजा बंद करके निकल जाते हैं। कोई छुड़ाने की कोशिश नहीं करता। क्योकि फिर वो उनके साथ भी मारपीट करता है। जब भी कोई मेहमान घर आता है तो उनसे पैसे मांगने लगता है। अगर कोई बच्चा कुछ चीज खाता हुआ मिल जाता है तो उससे छीन लेता है और न देने पर उसे मारता है। कविता बताती है कि वो अपने पति के घर आने पर डर जाती है कई बार वो डर के कारण पशुओं के कमरे में भी सोई है और एक बार जिंदगी से तंग आकर आत्महत्या की कोशिश भी कर चुकी है। मगर उसके ससुरालवालों ने उलटी करवाकर उसे बचा लिया। मुझ से ये सब नहीं देखा जाता। में उस से शादी करना चाहता हूँ। वो मेरे साथ कहीं भी चलकर रहने को तैयार है। मगर उस के पहले पति से बिना तलाक के ये सब नहीं हो सकता। और उसके मायके में कोई भी ऐसा नहीं है जो उसकी तलाक के मामले में मदद कर सके। क्यों कि वो सब अपनी झूठी इज्जत के कारण चुप रहेंगे। कविता ने अपने ताऊ और बाकी सब से भी बात करने की कोशिश की। मगर सब यही कहते है के जहाँ दस साल काट लिए वहाँ और वक़्त भी कट जायेगा। अभी एक महीने पहले कविता ने मायके आकर वापस जाने से मना कर दिया था। तब उसके ससुराल वालों ने उसके पति को पागलखाने एडमिट करने का वादा करके उसे नशा मुक्ति केंद्र में एडमिट करा दिया है और वो दो महीने से वहीं है। मगर लगता है वो लोग जल्दी ही उसकी छुट्टी कराकर उसे वापस ले आयेंगे और फिर से वही सब आरम्भ हो जायेगा। मुझे क्या करना चाहिए मुझे कुछ समझ नहीं आता मैं उसके लिए कुछ करना चाहता हूँ। मैंने आज तक शादी नहीं की और उसके अलावा किसी से करना भी नहीं चाहता। आप मेरी मदद करें। क्या उस की पहली शादी से तलाक लिए बिना मैं किसी तरीके से क़ानूनी रूप से उसे अपना बना सकता हूँ।
समाधान–
अनाम चन्द जी¡ आप उस महिला कविता से प्यार करते हैं तो आप को उस की मदद अवश्य करनी चाहिए। लेकिन तलाक लिए बिना कविता से विवाह नहीं कर सकते। इस कारण सब से पहला काम यह होना चाहिए कि आप उसे तलाक लेने में मदद करें। फिलहाल वह अपने मायके में रह रही है। आप उस से मिल कर उसे तलाक लेने के लिए तैयार करें। उसे क्रूरता और पति के पागलपन के कारण तलाक मिल सकता है। यदि तलाक की अर्जी लगाने के पहले या बाद में उस के मायके वाले भी उस का साथ देने या उस के तलाक लेने में अड़चन पैदा करें तो आप उसे अपने घर ला कर रख सकते हैं। लेकिन उस का यह रहना एक आश्रित का आप के साथ रहना होगा, एक पत्नी की तरह आप उसे नहीं रख सकेंगे।
आप के घर या आप के साथ आ कर रहने के पहले उस का शपथ पत्र नोटेरी पब्लिक के पास जरूर करवा कर रख लें जिस में उस की सारी परिस्थितियों का संक्षेप में वर्णन करते हुए वह कहे कि पति के साथ ससुराल में रहना संभव नहीं रह गया है और मायके में कोई नजदीकी रिश्तेदार नहीं है। इस परिस्थिति में आप उस की मदद करते हुए एक आश्रित के रूप में उसे अपने पास रखने को तैयार हैं और वह स्वैच्छा से आप के साथ रह रही है।
जब कविता का तलाक हो जाए तो उस के बाद आप उस महिला से विवाह कर सकते हैं। सगोत्रीय विवाह आप के इलाके में बहुत खराब नजर से देखे जाते हैं। इस से आप को कुछ सामाजिक परेशानियाँ हो सकती हैं। उन का ध्यान रखें और उन का मुकाबला कर सकने की स्थिति हो तो यह सब करें।
अनामचंदजी.. आपके माँगने पर वकील साहब द्वारा क़ानूनी सलाह भी दी आपको गयी है.. और आपके अपने कुछ विचार भी हैं.. उसमे हम कोई हस्तकक्षेप नहीं कर रहे..लेकिन आम जनधारणा में जो सगोत्रीय विवाह की वर्जना हे उसपर हम जरूर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करना चाहते हैं.. वे अकारण हैं अथवा नहीं.. इस हेतु आप इस लेख को भी अवश्य पढ़िए.. यह हमने भी पढ़ा था उसे ही दे रहे हैं::-एक दिन डिस्कवरी पर जेनेटिक बीमारीयों से सम्बन्धित एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम देख रहा था … उस प्रोग्राम में एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने कहा की जेनेटिक बीमारी न हो इसका एक ही इलाज है और वो है “सेपरेशन ऑफ़ जींस” ..मतलब अपने नजदीकी रिश्तेदारो में विवाह नही करना चाहिए ..क्योकि नजदीकी रिश्तेदारों में जींस सेपरेट नही हो पाता और जींस लिंकेज्ड बीमारियाँ जैसे हिमोफिलिया, कलर ब्लाईंडनेस, और एल्बोनिज्म होने की १००% चांस होती है ..फिर मुझे बहुत ख़ुशी हुई जब उसी कार्यक्रम में ये दिखाया गया की आखिर हिन्दू धर्म में करोड़ो सालो पहले जींस और डीएनए के बारे में कैसे लिखा गया है? हिंदुत्व में कुल सात गोत्र होते है और एक गोत्र के लोग आपस में शादी नही कर सकते ताकि जींस सेपरेट रहे | उस वैज्ञानिक ने कहा की आज पुरे विश्व को मानना पड़ेगा की हिन्दूधर्म ही विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है जो विज्ञान पर आधारित है ..