उधार चुका देने पर भी चैक न लौटाने पर क्या करें?
| बंटी निहाल ने पूछा है –
मैं बहुत मुश्किल में हूँ। एक व्यक्ति से उधार लिया था और चैक दिया था। पैसे देने के बावजूद वह चैक वापस नहीं किया है और बाउंस करने की धमकी दे रहा है। लेनदेन की कोई लिखत कोई रसीद नहीं है। कोई जानबूझ कर किसी को फँसाना चाहता है तो वह क्या करे? क्या मै चैक चोरी होने का रिपोर्ट लिखवा सकता हूँ? मैं इस मुसीबत से कैसे बच सकता हूँ?
उत्तर –
बंटी जी,
आप ने उधार लिया और उसे चुकाने को चैक दिया, दोनों ने कोई गलती नहीं की। आप ने उधार लिया और चैक दे कर रकम चुका दी, बात यहीं खत्म हो चुकी थी। दोनों के बीच कोई लेन-देन शेष ही नहीं रहा था। आप पर कोई कर्ज था ही नहीं लेकिन आप ने उसे दुबारा उसी कर्ज को जो चैक से चुकाया जा चुका था चुकाने के लिए नकद रकम उसे दे दी। इस तरह उक्त व्यक्ति ने आप से दो बार धनराशि वसूल कर ली। जब आप दुबारा नकद राशि दे रहे थे तो या पहले चैक वापस लेना चाहिए था या फिर उस की रसीद लेनी चाहिए थी। गलती आप की है।
आप जो यह कह रहे हैं कि मैं चैक चोरी करने की रिपोर्ट दर्ज करवा सकता हूँ क्या? आप का यह कथन बिलकुल मिथ्या है। आप ऐसा नहीं कर सकते। यदि करते हैं तो उलटे पुलिस आप को एक मिथ्या रिपोर्ट देने के मामले में फँसा सकती है।
चैक से संबंधित कानून धारा 138 अपरक्राम्य विलेख अधिनियम में यह प्रावधान है कि यदि किसी ने किसी को चैक दिया है तो न्यायालय को प्रथम दृष्टया यह मानना होगा कि चैक किसी न किसी दायित्व के अधीन दिया गया है। यदि कोई व्यक्ति यह कहता है कि चैक दायित्व के अधीन नहीं दिया गया है तो ऐसा उस व्यक्ति को साबित करना होगा। आप के मामले में आपने चैक दायित्व के अधीन ही दिया था। गड़बड़ी यह हुई है कि आप जिस दायित्व से चैक दे कर मुक्त हो चुके थे वही दायित्व आप ने दुबारा चुका दिया है। वह व्यक्ति आप को चैक बैंक में लगा कर धारा 138 का मुकदमा लगाने की बात कह रहा है वह अपराध कर रहा है।
आप मुसीबत से बच सकते हैं, लेकिन उस के लिए आप को उस व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट करवानी होगी कि उस व्यक्ति ने यह कह कर कि वह आप का चैक आप को लौटा देगा, आप से नकद रुपया प्राप्त कर लिया और अब चैक नहीं दे रहा है। लेकिन आप के पास यह प्रमाणित करने को सबूत चाहिए कि आप ने उसे उस का रुपया चुका दिया है। यदि आप किसी प्रत्यक्षदर्शी साक्षी के माध्यम से यह साबित कर सकते हैं कि आप ने उस का रुपया चुका दिया है तो आप ऐसी रिपोर्ट करवा सकते हैं। उस पर पुलिस को कार्यवाही करनी होगी। यदि पुलिस कार्यवाही नहीं करती है तो आप एस.पी. को अपनी रिपोर्ट दें और एस.पी. को रिपोर्ट देने पर भी कार्यवाही नहीं होती है तो इस मामले में न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत कर वहाँ अपने और अपने साक्षी के बयान करवा कर न्यायालय को प्रसंज्ञान लेने का निवेदन करें।
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13 Comments
कृपया मेरे द्वरा जो. ऊपर. बताई गई. समस्या. हे. उसके. लिए. उचित. समादान. देने. देने. की. कृपया. करे. अगर. गलती. से.भी. में. निचली. अदालत. में चूक. गया. To. इतनी. बड़ी. राशि. की दूसरी. अदातल. फीस. कही. से. भी. जमा. नहीं. सकता. हु. जिस. से की. अपर. अदालत. अपील. भी नहीं. कर. सकता. इस. कारन. में बहुत. दुखी. रहता. हु कृपया.
मेरी. जल्द. से जल्द. मदत. करे .
सर में वंदना ट्रैक्टर्स गुना में दिनेश रघुवंशी के यहाँ गुना जिले की एक तहसील मेंही ट्रैक्टर्स. की विक्री का काम. करता. था. जो की वर्ष. २००९. में चालू किया था तो उस समय पर मुझ से दिनेश ने खाली चेक ले लिया था सिक्योरिटी के लिए जिस पर की सिर्फ मेरे साइन. मात्र करा हुआ ही लिया था जिसको की मुझे काम चालू करने के लिए देना व् पड़ा था पर जब वर्ष२०१४ में काम बंद हो गया था तो मुझे डीलर. दिनेश रघुवंशी जी से मेरी उनके.
पास जमा राशि. और ट्रेक्टर्स का कमिशन.की लाखो
की राशि रुपये. लेना निकल रहा था जिसकी मेने उनसे मौखिक. रूप से कई. बार. मांग. की पर. उन्होंने. हमेशा. ताल मटोल. ही. किया. जिस पर की कुछ मौखिक रूप से विवाद. हो. गया. जिस. के. चलते. उन्होंने मेरा सिक्योरिटी का दिया. हुआ. चेक. पर रुपये सत्रह. लाख. पचास. हजार. का. भर. कर. उल्टा. मुझ. पर. ही १३८. की धरा के तहत. केस. कर. दिया. हे. जिस. में की यह. भी. पता. किया जा. सकता. हे. की चेक. पर. साइन. वर्ष. २००९. में ही किया गया था व् और. उस. में राशि और. दिनांक. वर्ष. २०१४. में भर. भर r कर. फर्जी. तरीके. से. केस. लगाया. गया हे जिसकी जाच. के लिए. मेने. धरा. ४५. का आबेदन. भी कोर्ट. में लगा. दिया हे जिस. के. जवाब. में दिनेश ने मेरे धरा ४५. के आबेदन. को. कोर्ट. से ख़ारिज. करने. की मांग. की हे मुझे भय. हे कही. कोर्ट मेरे धरा ४५. के आबेदन. को ख़ारिज. नहीं. कर. दे. तो. मुझे. ऐसी. परिस्थिति. में kya. करना. चाहिए. जिस
से की में अपने. केस. को जीत. सकु. और. मेरे. जीवन. में अँधेरा. होने. से बच. सके. किर्पया. उचित. से उचित. सुझाव. और. जानकारी. मुझे
जरूर. देने. की किरपा. करे . धन्यवाद. मोब. न. ९८९३५७९१२६. ९३००८३५०५६. No iHeV ike e e ri
आदरणीय भैया जी आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है- शुक्रिया
bahut hi dardmai,viswaas ghaati,lalchi duniyaa ka najaraa aapke lekh dwaara maila.isiliye to duniyaa se viswaas uthataa ja rahaa hai.seedha aadmi bechaaraa aaj bhi logon ke jhance main aa hi jaataa hai.aapne bahut achchi salha di aapne.achchi jaankaari dene ke liye badhaai aapko.
please visit my blog.thanks.
किसी व्यक्ति के मन में कब बेईमानी आ जाती हैं पता नहीं चलता है.लेकिन आप इससे बचने का बहुत अच्छा रास्ता बताया है.
बढ़िया जानकारी. द्विवेदी जी धन्यबाद.
भूल जाते है क़र्ज़ लेकर लोग,
आप ये क्या जनाब कर बैठे?
दो गुना कर के दे रहे है आप,
उफ़ ! ये कैसा हिसाब कर बैठे.
http://aatm-manthan.com
सही सलाह।
———
टेक्निकल एडवाइस चाहिए…
क्यों लग रही है यह रहस्यम आग…
At last! Someone who unsasrtendd! Thanks for posting!
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (20-6-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
ाच्छी जानकारी। धन्यवाद।
बहुत बड़ी गलती की है जी. नकद भी दे दिया और चैक भी दे दिया? नकद देते समय ही चैक वापस लेना चाहिए था.
You really saved my skin with this inioomatfrn. Thanks!