किसी ऋण का गारंटर बनने से पहले सारे नियम जान लें, और सोच समझ कर ही गारंटी पत्र पर हस्ताक्षर करें
| जब भी आप किसी बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्था से ऋण लेने जाते हैं तो आप से कहा जाता है कि आप के पास कोई गारंटर है या नहीं। इस का अर्थ यह नहीं है कि आप की ऋण पात्रता पर संदेह किया जा रहा है। लेकिन सभी वित्तीय संस्थाओं का यह नियम है कि वे कुछ खास तरह के ऋण केवल गारंटी के आधार पर ही देती हैं और आप के साथ साथ एक अन्य व्यक्ति के साथ यह संविदा करना चाहती हैं जो आप के द्वारा ऋण चुकाने में कोई चूक किए जाने पर ऋण को चुकाने का दायित्व ग्रहण करे। इस तरह जब आप किसी गारंटीपत्र पर हस्ताक्षर करते हैं तो आप कानूनन इस दायित्व को स्वीकार कर लेते हैं कि यदि ऋणी ऋण को चुकाने में चूक करे तो आप उस के ऋण को चुकाएंगे।
मसलन एक कॉलसेंटर कर्मचारी प्रकाश जुनेजा से उस के एक मित्र ने तीन लाख रुपए के ऋण के गारंटर बनने के लिए कहा। प्रकाश एक घनिष्ट मित्र होने के कारण इस बात के लिए तुरंत सहमत हो गया। ऋण प्राप्त करने के साल भर बाद ही अचानक प्रकाश का मित्र अपनी वर्तमान नौकरी छोड़ दूसरे नगर में दूसरी नौकरी प्राप्त कर ली। अब प्रकाश को यह भी पता नहीं है कि उस का मित्र कहाँ रहता है और क्या नौकरी कर रहा है? इस तरह अब प्रकाश पर अपने मित्र का ऋण अदा करने की जिम्मेदारी आ गई। इस तरह आप के सामने भी ऐसी परिस्थितियाँ आ सकती हैं। हम में से बहुत से ऐसे हैं जिन से किसी मित्र या रिश्तेदार द्वारा गारंटर बनने के लिए कहा जा सकता है। हमारी जैसी संस्कृति है हम अपने मित्र या रिश्तेदार की मदद करने से मना करने में संकोच करते हैं। लेकिन जब भी कभी हम गारंटर बनने को तैयार हों तो हमें यह अवश्य जान लेना चाहिए कि इस के क्या क्या हानिकारक परिणाम हो सकते हैं।
गारंटर वह व्यक्ति है जो उस स्थिति में किसी व्यक्ति के ऋण को चुकाने की जिम्मेदारी लेता है जब कि मूल ऋणी ऋण को चुकाने में कोई चूक करे। लेकिन किसी भी ऋण के लिए गारंटर होना हमेशा ही जोखिम भरा होता है, क्यों कि आप किसी के व्यवहार के बारे में निश्चित नहीं हो सकते। इस कारण किसी के ऋण की जानकारी करने के पहले अच्छी तरह यह जान लेना जरूरी है कि जिस व्यक्ति के ऋण के लिए आप गारंटर होने जा रहे हैं उस की स्वयं की वित्तीय स्थिति कैसी है? गारंटर होना किसी परिचित की ऋण लेने में मदद करने के लिए की जाने वाली एक औपचारिकता मात्र नहीं है, अपितु गारंटर उस लिए जाने वाले ऋण को चुकाने की समान रूप से उतनी ही जिम्मेदारी ग्रहण करता है जितनी की मूल ऋणी की होती है।
हमें किसी भी व्यक्ति का गारंटर होने के पहले इस तरह सोचना चाहिए कि वित्तीय संस्था ऋण के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के बारे में निश्चित नहीं है कि उस की पुनर्भुगतान की क्षमता कैसी है? ऐसी परिस्थिति में गारंटर होने के पहले मूल ऋणी की वित्तीय क्षमता के बारे में गहन जानकारी कर लिया जाना जरूरी है। आप से गारंटर होने के लिए इस लिए कहा जा रहा है कि आप की ऋण चुकाने की क्षंमता विश्वास के योग्य है, लेकिन हमेशा यह इस लिए नहीं होता कि ऋण लेने वाले व्यक्ति की ऋण चुकाने की क्षमता में कोई कमी है। अपितु इस लिए भी गारंटर की मांग की जाती है कि ऋण आवेदक की नौकरी स्थानान्तरणीय होती है, या उसे अपनी नौकरी के
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5 Comments
“Sahsa Pani Ki Ek Boond Ke Liye”
Deadly accurate answer. You’ve hit the bueylesl!
बहुत अच्छी जानकारी दी है.
इस बारे में पहले हमें भी नहीं पता था | आपकी इस पोस्ट के माध्यम से जानकारी हो गयी है |जब हम न्यायिक हिरासत में किसी की जमानत देते है उस परिस्थिति में जमानती की क्या स्थति रहती है ?
दिनेश जी आप ने बहुत अच्छी सलाह दी हम अकसर दो चार महीने की दोस्ती को ही अच्छा समझने लग जाते हे, ओर उस दोस्ती को ओर पक्का करने के लिये ऎसी गारंटी दे देते हे, ओर फ़िर बाद मे पश्चाताप करते हे, आप का धन्यवाद