क्या मैं सरकारी नौकरी में रहते हुए काव्य गोष्ठियों में भाग ले सकता हूँ?
| योगेश “योगी” पूछते हैं –
मैं राजस्थान सरकार की सेवा में हूँ। मैं नौकरी में आने से पूर्व से ही हिंदी का कवि हूँ। एक ब्लॉग भी इसी विषय पर लिखता हूँ। मैं ये जानना चाहता हूँ कि “क्या मैं नौकरी में रहते हुए काव्य गोष्ठियों में भाग ले सकता हूँ, साथ ही ब्लॉग, न्यूज़ पेपर में लिखने के सम्बन्ध में भी सलाह दे तो अति कृपा होगी”
उत्तर –
योगेश जी,
इस विषय पर तीसरा खंबा में चार आलेख हाल ही में प्रकाशित किए गए थे। इन में यह चर्चा की गई थी कि सरकारी कर्मचारी क्या कर सकते हैं और क्या नहीं कर सकते। ये चारों आलेख …
(4) सरकारी कर्मचारी प्रकाशन, प्रसारण में कब और किस सीमा तक भाग ले सकते हैं?… भाग-4 आप को पढ़ लेने चाहिए। इस से आप को समझने में मदद मिलेगी कि आप एक सरकारी कर्मचारी होने पर क्या कर सकते हैं और क्या नहीं।
आप के कविता लिखने पर और कवि गोष्ठियों में भाग लेने पर भी किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है। आप ब्लाग, समाचार पत्र और पत्रिकाओं में भी लिख सकते हैं यदि आप का लेख, रचना या अन्य सामग्री साहित्यिक, कलात्मक, या वैज्ञानिक प्रकार की हो, और उस में ऐसा कोई मामला न हो जिसे किसी कानून, नियम या उपनियम के अंतर्गत सरकारी कर्मचारी द्वारा प्रकट करना निषेध कर दिया गया हो। इस के लिए आप को राजस्थान सरकार के कर्मचारियों के लिए बनाए गए आचरण नियम भी अवश्य पढ़ लें।
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7 Comments
U-p-revenue-officers.blogspot.com.
Par bhi ise joda hai.
Thanks to teesra khambha
आपने वैज्ञानिक लेखों का समर्थन किया है। पर क्या अंधविवास टाइप के लेख इसके अंतर्गत प्रतिबंधित हैं। 🙂
——
तांत्रिक शल्य चिकित्सा!
ये ब्लॉगिंग की ताकत है…।
आपने वैज्ञानिक लेखों का समर्थन किया है। पर क्या अंधविवास टाइप के लेख इसके अंतर्गत प्रतिबंधित हैं। 🙂
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तांत्रिक शल्य चिकित्सा!
ये ब्लॉगिंग की ताकत है…।
अच्छी जानकारी,आभार.
वैसे बता दें कि प्रसिद्ध हास्य कवि "ओम व्यास ओम" भी सरकारी कर्मचारी थे।
हम भी लिंक देख लेते हैं.
अच्छी सलाह दी है| सभी सरकारी कर्मचारी जो लेखन कर्म से भी जुड़े हुए हैं लाभान्वित होंगे|