क्या किसी समाचार पर भी किसी का कॉपीराइट होता है?
| एक पाठक श्री मलखान सिंह आमीन ने पूछा है –
मैं जानना चाहता हूं कि क्या किसी समाचार पर भी किसी का कॉपीराइट होता है? जैसे मान लीजिए बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान या अमिताभ बच्चन कोई पार्टी आर्गेनाइज करते हैं या किसी समारोह का हिस्सा बनते हैं। जाहिर है कि इसकी खबर बनेगी ही। अब इन कार्यक्रमों की खबर बनने और छपने के बाद क्या इन पर कॉपीराइट रहेगा या नहीं? अभी तक मेरी जानकारी में इतना ही है कि न्यूज और किसी भी तरह की सूचना पर किसी का कोई कॉपीराइट नहीं होता।
उत्तर –
मलखान सिंह जी,
प्रश्न पूछने के लिए आभार। आप की जानकारी सही है। किसी समाचार अथवा सूचना पर किसी व्यक्ति का कोई कॉपीराइट नहीं होता है। तीसरा खंबा की चिट्ठी कॉपीराइट किन किन कृतियों में उत्पन्न होता है तथा अवस्थित रहता है? में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि किन किन कृतियों में कॉपीराइट अवस्थित रहता है। यहाँ प्रतिलिप्याधिकार अधिनियम की धारा 13 पुनः उदृत करना उचित होगा। यह निम्न प्रकार है –
13. कृतियाँ जिन में कॉपीराइट अवस्थित रहता है –
(1) इस धारा तथा इस कानून के प्रावधानों की परिधि में सम्पूर्ण भारत में कृतियों की जिन श्रेणियों पर कॉपीराइट अवस्थित रहेगा, वे निम्न प्रकार हैं –(क) मूल साहित्यिक, नाटकीय, संगीतीय और कलात्मक कृतियाँ;(ख) सिनेमा फिल्में; और(ग) ध्वन्यांकन।
इस उपबंध को पढ़ कर आप स्वयं निर्धारित कर सकते हैं कि किन किन कृतियों में कॉपीराइट अवस्थित रहता है और किन किन कृतियों में नहीं रहता है। उक्त प्रकार की कृतियों में से भी कुछ कृतियाँ ऐसी हैं जिन में कॉपीराइट अवस्थित नहीं रहता। इस सम्बन्ध में उपधारा (2) निम्न प्रकार है –
(2) जिन कृतियों पर धारा 40 तथा 41 के प्रावधान लागू होते हैं उन के अलावा उक्त उप धारा (1) में वर्णित कृतियों में कॉपीराइट अवस्थित नहीं होगा जब तक कि वह कृति –< span lang="EN-GB" style="color: navy;">(i) प्रकाशित कृति है तो सर्वप्रथम भारत में प्रकाशित हुई है, और कृति यदि भारत के बाहर प्रकाशित हुई है तो के मामले में प्रकाशन की तिथि पर उस का कृतिकार, या प्रकाशन की तिथि पर कृतिकार जीवित न रहा हो तो उस की मृत्यु की तिथि पर वह भारत का नागरिक हो;(ii) वास्तुकलात्मक कृति के अलावा एक अप्रकाशित कृति के मामले में कृतिकार कृति के संपन्न होने की तिथि को भारत का नागरिक हो या वह भारत में निवास करता हो; और(iii) वास्तुकलात्मक कृति के मामले में कृति भारत में स्थित हो।स्पष्टीकरण – यदि कृति एक संयुक्त कृतित्व है तो इस उपधारा में वर्णित कॉपीराइट के लिए आवश्यक शर्तें सभी कृतिकारों को संतुष्ट करनी होंगी।
इसी धारा की उपधारा (3) व (4) भी यह बताती हैं कि किन किन कृतियों में कॉपीराइट अवस्थित नहीं रहता है –
(3) कॉपीराइट अवस्थित नहीं होगा –(क) किसी भी सिनेमा फिल्म में, यदि फिल्म का महत्वपूर्ण अंश किसी अन्य कृति का उल्लघंन है;(ख) किसी साहित्यिक, नाटकीय या संगीतीय कृति के संबंध में निर्मित ध्वन्यांकन में, यदि ध्वन्यांकन के निर्माण में कॉपीराइट का उल्लंघन किया गया है;(4) किसी भी सिनेमा फिल्म या ध्वन्यांकन में कॉपीराइट उस कृति के कॉपीराइट पर बेअसर रहेगा जिस के सम्बन्ध में या जिस के महत्वपूर्ण अंश के सम्बन्ध में वह सिनेमा फिल्म या ध्वन्यांकन जिस का भी निर्माण किया गया है।
आशा है,आप को आप की जिज्ञासा का उत्तर मिल जाएगा।
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13 Comments
क्या इंटरनेट पर किसी लेख की अपने शब्दों में प्रकाशित करना कापी राईट का उल्लंघन है?
अपनी समस्या https://teesarakhamba.com/कानूनी-सलाह-फॉर्म/ पर रखें
बहुत ही उपयोगीजानकारी। आभार।
——
कम्प्यूटर से तेज़…!
सुज्ञ कहे सुविचार के….
सूचना परक व्याख्यात्मक विश्लेषण परक सार्थक श्रम साध्य पोस्ट शुक्रिया ..कृपया यहाँ भी कृतार्थ करें .http://veerubhai1947.blogspot.com/‘
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/http:// http://sb.samwaad.com-
'Right ' पता न होने पर नुकसान भी हो जाता है!
Write मैं कर रहा था कि कॉपी ही उड़ गयी,
उस पर बुरा हुआ कि वो कॉपी भी छप गयी,
'मुन्नी' के डायलाग थे , शीला के गीत थे,
मेरी तो अस्मिता कि वो घूँघट उलट गयी !
@ उन्मुक्त
इस टिप्पणी के लिए आभार!
आप की टिप्पणी से इस ब्लाग पर प्रकाशित सामग्री हमेशा संवर्धन प्राप्त करती है।
आप का सुझाव मूल प्रश्न को आगे बढ़ाता है। समाचार पर अपने आप में कभी कॉपीराइट नहीं होता। उस पर कॉपीराइट तब तक उत्पन्न नहीं होगा जब कि वह मूल साहित्यिक, नाटकीय, संगीतीय और कलात्मक कृति,सिनेमा फिल्म (जिसमें वीडियो रिकॉर्डिंग सम्मिलित है) अथवा ध्वन्यांकन में से किसी का रूप न ले ले। तब वह समाचार नहीं रह जाएगा। तब उस में समाचार के रूप में नहीं उपरोक्त प्रकार की किसी कृति के रूप में ही कॉपीराइट अवस्थित रहेगा।
वह एक बिलकुल पृथक विषय है। उस पर पृथक से विचार किया जाना चाहिए। जैसे समाचारों के शीर्षकों पर कॉपीराइट होता है, क्यों कि वे एक रचनात्मक कृति हैं। यूके की एक अदालत ने अपने निर्णय में समाचारों के शीर्षकों को एग्रीगेटर पर दिखाने को कॉपीराइट का उल्लंघन माना है पर समीक्षकों का कहना है कि यह निर्णय अपील अदालत में नहीं टिक सकेगा।
आभार जान्कारी का…
दिनेश जी, मैं तो यही समझता था कि किसी सूचना पर तो नहीं पर उस सूचना को किस तरह से वर्णित किया गया है पर कॉपीराइट होता है। जैसे कि,
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान या अमिताभ बच्चन कोई पार्टी आर्गेनाइज करते हैं या किसी समारोह का हिस्सा बनते हैं – इस सूचना पर तो नहीं लेकिन:
उस पार्टी या समारोह में क्या होता है;
उसका जिस प्रकार वर्णन किसी समाचारपत्र में किया गया है,
उस पर शायद कॉपीराइट होता है।
शायद आप इसे स्पष्ट करना चाहें।
उपयोगी जानकारी लेकिन ऐसे मामलों में त्वरित कार्यवाही न होने से लोंगो का मनोबल टूट जाता है.
बहुत सुंदर और उपयोगी जानकारी मिली, आभार.
रामराम.
अच्छी और उपयोगी जानकारी । आभार ।
गुरुवर जी, समाचार और सूचनाओं पर कॉपीराइट संबंधित जानकारी बहुत अच्छी है.इस बारें में साहित्य और लेखन की थोड़ी बहुत जानकारी थी.लेकिन धाराओं का पता नहीं था. लेकिन फिल्म और संगीत के विषय पर भी आज जानकारी प्राप्त हो गई है.
गुरुवर जी, आज "तीसरा खम्बा" ब्लॉग यहाँ http://readerblogs.navbharattimes.indiatimes.com/SIRFIRAA-AAJAD-PANCHHI/entry/%E0%A4%B8-%E0%A4%B5%E0%A4%AF-%E0%A4%97-%E0%A5%9C-%E0%A4%96-%E0%A4%95%E0%A4%B0-%E0%A4%97-%E0%A5%9C-%E0%A4%A8-%E0%A4%96-%E0%A4%A8-%E0%A4%95-%E0%A4%B6-%E0%A4%95-%E0%A4%B7-%E0%A4%A8%E0%A4%B9-%E0%A4%A6-%E0%A4%A4-%E0%A4%B9 पर भी है. जरुर देखें. आज अलेक्सा में तीसरा खम्बा की रैंकिंग 6,71,000 और अनवरत की 5,85,363 है