प्रेमी ने दूसरी लड़की से विवाह कर लिया क्या वह मुझ से विवाह करने के लिए तलाक प्राप्त कर सकता है?
|प्रत्येक वयस्क व्यक्ति चाहे वह पुरुष हो या स्त्री, अपने शरीर का स्वामी है। वह जैसे चाहे उस का उपयोग कर सकता है। वह अकेले में स्वेच्छा के साथ किसी के भी साथ यौन संबंध बना सकता है। लेकिन यदि वह इस संबंध के बदले में कुछ प्राप्त करता है तो वह अनैतिक व्यापार कहलाएगा। आप के उस युवक के साथ यौन संबंध बनाना स्वैच्छिक था। आप अपने शरीर की स्वयं स्वामी हैं। आप का उस युवक के साथ स्वैच्छा से संबंध बनाना किसी भी प्रकार से अवैधानिक नहीं था। लेकिन आप का यह अपेक्षा करना कि वह युवक आप के साथ विवाह करेगा, गलत है। उस ने यदि मौखिक रूप से यह वायदा किया हो तो भी आप की यह अपेक्षा गलत है। क्यों कि यदि उस युवक ने यह कहते हुए आप से यौन संबंध बनाया हो कि वह आप से विवाह करेगा तो यह एक छल है। लेकिन यह छल तो उसी दिन सामने आ गया था जब उस ने एक अन्य युवती से विवाह कर लिया और आप को बताया तक नहीं। आप को पता लगने पर भी उस ने यह कहा कि उस के उस की पत्नी के साथ यौन संबंध नहीं बने हैं और वह उस के साथ संबंध नहीं रख कर आप के साथ रखना चाहता है। यह बात भी धोखा देने वाली बात है। यदि वह विवाहित हो कर आप के साथ यौन संबंध रखता है तो यह उस का अपनी पत्नी के प्रति दुष्कृत्य है लेकिन अपराध नहीं। उस की पत्नी चाहे तो इस आधार पर उस से तलाक प्राप्त कर सकती है, लेकिन उस की पत्नी उस से तलाक लेना नहीं चाहती है। वह युवक इस आधार पर अपनी पत्नी से तलाक प्राप्त नहीं कर सकता। उस की पत्नी ने फोन पर आप से यह कहा कि उन के अपने पति के साथ यौन संबंध नहीं हैं। यह बात विश्वास के योग्य नहीं है। एक तो यही स्पष्ट नहीं है कि आप से बात करने वाली लड़की/स्त्री उस की पत्नी ही थी। दूसरे कोई पत्नी जिस का अभी विवाह ही हुआ हो यह कहे कि उसे उस के पति के इतर यौन संबंधों पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वह तलाक नहीं देगी और अपने पति के साथ बिना यौन संबंध बनाए रहती रहेगी। मुझे तो आप के साथी युवक की इस बात पर बिलकुल विश्वास नहीं है कि वह आप से विवाह करना चाहता है।
उस युवक
के पास अपनी पत्नी से तलाक प्राप्त करने का कोई आधार नहीं है। इस कारण से वह अपनी पत्नी के विरुद्ध तलाक की अर्जी लगा तो सकता है। लेकिन कोई आधार नहीं होने के कारण उसे तलाक नहीं मिलेगा। हाँ दोनों पति-पत्नी चाहें तो स्वैच्छा और सहमति से तलाक ले सकते हैं। यदि उस युवक को आप से विवाह करना ही था तो वह दूसरी लड़की से विवाह ही क्यों करता। उस युवक के साथ आप के जो भी संबंध आज तक रहे हैं उन से आप को कोई हक या अधिकार उत्पन्न नहीं हुआ है। यदि वह युवक तलाक के लिए आवेदन करे भी तो दो-चार वर्ष तक तलाक की डिक्री जिस की अपील की अवधि निकल गई हो और अंतिम हो गई हो प्राप्त नहीं कर सकता है। आप स्वयं वयस्क हैं और एक शासकीय कर्मचारी हैं, समझदार हैं। आप यह शिकायत भी नहीं कर सकती कि उस ने आप के साथ विवाह का वायदा करते हुए छल कर के यौन संबंध बनाए हैं, और आप कहें तो भी आप ने जो कहा है उस का सबूत क्या है?
मेरी राय में जो कुछ आपने किया है अथवा आप के साथ जो कुछ भी हुआ है वही बहुत है। इस संबंध को अब आप को सलाम कर देना चाहिए। उस युवक को आप सीधे कह दें कि वह आप से कोई वास्ता न रखे और आप भी उस से कोई वास्ता नहीं रखना चाहती हैं और अपना जीवन अपनी इच्छानुसार जीना चाहती हैं। यदि उसे आप से वास्ता रखना ही है तो पहले अपनी पत्नी से तलाक की डिक्री हासिल कर ले उस के बाद ही वह आप से संपर्क करे, उस से पहले नहीं। आप कम से कम एक-दो वर्ष उस युवक से सभी तरह के संबंध तोड़ कर अपनी नौकरी और उस से संबंधित कामों में ध्यान दें। इस के बाद आप को कोई उपयुक्त जीवन साथी के योग्य व्यक्ति मिल जाए तो उस के साथ विवाह कर के अपना जीवन व्यतीत करें।
दिनेश जी,
आरज़ू चाँद सी निखर जाए, ज़िंदगी रौशनी से भर जाए।
बारिशें हों वहाँ पे खुशियों की, जिस तरफ आपकी नज़र जाए।
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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जिनके आने से बढ़ गई रौनक..
…एक बार फिरसे आभार व्यक्त करता हूँ।
अच्छी राय दी
DINESHJI KO JANM DIN KI BAHUT BAHUT BADHAI EVAM SHUBH-KAAMNAYEN
उम्र के बहाव में इस प्रकार की भूल होना स्वाभाविक है | आपने इन्हें सही जानकारी दी है | जनम दिन की बधाई स्वीकार करे |
अच्छी राय दी आपने लडकी को.
रामराम.