बन्दी रखने वाला ससुराल छोड़ कर ही आगे बढा़ जा सकता है।
समस्या-
मोनिका ने हिसार, हरियाणा से पूछा है-
मेरी शादी को पाँच महिने हुए हैं। कुछ दिन बाद से ही मरे ससुराल वाले और पति मुझे परेशान कर रहे हैं। शादी से पहले मुझे बताया था कि मेरा पति ड्रिंक नहीं करता है औऱ शादी के बाद मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकती हूँ। लेकिन ये मुझे पढ़ाई नहीं करने देते हैं, न ही नौकरी करने देते हैं। घर से भी नहीं निकलने देते, मुझे कैद कर रखा है। मेरा पति रोज ड्रिंक कर के घर आता है और मुझ से लड़ाई करता है। मुझे मायके भेजने की धमकी देते हैं। मैं पढ़ना चाहती हूँ, आगे बढ़ना चाहती हूँ कुछ बोलती हूँ तो सब मेरे साथ बोलना बन्द कर देते हैं 20-20 दिन मुझ से कोई नहीं बोलता। मायके गयी तो एक माह तक मुझे लेने कोई नहीं आया। मुझे क्या करना चाहिए?
समाधान-
आप के कथनों से एक बात पक्की लग रही है कि आप के ससुराल वालों को आप जैसी बहू नहीं बल्कि घर में बन्द रह कर घर का काम करने वाली बहू चाहिए थी। आम तौर पर विवाह के पहले लोग वायदे कर देते हैं यह सोच कर कि विवाह के बाद सब ठीक हो जाएगा। हमें नहीं लगता कि आप अपनी ससुराल में रह कर पढ़ाई आगे बढ़ा सकती हैं। आप का पति भी ड्रिंक करना नहीं छोड़ेगा। घर के बाहर निकलना भी आप का स्वतंत्रता पूर्वक नहीं हो सकता।
यदि आप इन परिस्थितियों से तंग हैं तो आप अपनी ससुराल छोड़ सकती हैं इस का आप को अधिकार है। क्यों कि आप के साथ ससुराल में वाजिब व्यवहार नहीं हो रहा है जो कि आप के साथ क्रूरता है। यदि आप के मायके वाले सपोर्ट करने में सक्षम हों तो आप मायके जा कर वहाँ नौकरी तलाश कर के नौकरी कर सकती हैं और अपनी पढ़ाई जारी रख सकती हैं। इस के साथ ही आप अपने पति से प्रतिमाह भऱण पोषण राशि प्राप्त कर सकती हैं जिस के लिए आप को धारा 125 दंड प्रक्रिया संहिता अथवा घरेलू हिंसा अधिनियम के अन्तर्गत आवेदन करने होंगे। आप चाहें तो ससुराल वालों की क्रूरता के लिए उन के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करवा सकती है जिस पर धारा 498ए का मामला दर्ज हो सकता है।
आप यदि वास्तव में अपनी परिस्थितियों को बदलना चाहती हैं तो आप को ससुराल छोड़ना ही पड़ेगा। एक बार ससुराल छोड़ दें फिर किसी अच्छे स्थानीय वकील से मिल कर सलाह करते हुए आगे का रास्ता तय कर सकती हैं।
मोनिका जी, मुझे नहीं लगता की आपको इस तरह का केस भी करना चाहिए, आखिर वो आपके पति है,
आप उनको छोड़कर कुछ समय के लिए मायके जाकर देखे. जब वो आपस आने की गुहार करे तो आप उनके सामने शर्त रख सकती है की आप अगर सुधरते है तो में वापस आयुंगी वरना नहीं. इस तरह अगर आप केस करती है तो फिर वो सजा से बचने के लिए समझौता तो करेंगे, लेकिन एक मन में गांठ जरूर पड़ जाएगी की मेरी पत्नी ने मुझ पर केस कर दिया, वो आगे जाकर मेरा क्या साथ देगी ?… आप उनको सुधरने के लिए मजबूर कर सकती है लेकिन रास्ता ऐसा होना चाहिए की वो आपको पाने के लिए मन से सुधरे. केस के डर से तो कोई भी सुधर सकता है.
kya m isi base per case kr skti hu.. drink kr k aate hai ldai krte hai. padne nhi dete,job nhi krne dete,manpasand kapde nhi pahnne dete. khi jane nhi dete. or yha tak ki ek bar mujhe per hath b uthaya tha.
आपकी शादी को सिर्फ पांच माह ही हुए है आपको अपने पति को समझना चाइये शादी के पहले ही आपको सुब देख लेना चाइये था . होताअक्सर ऐसा ही है की लड़की वाले केवल लड़के की प्रॉपर्टी और रुतबा देख कर ही फैसला कर लेते है. और शादी कर देते है
बाद में ऐसी ही स्थिति होती है . अब आपकी शादी हो गए है और जैसा भी है वो आपका पति है. और उसी केसाथ रहना है. खुद को बदिलए प्यार से तो पत्थर को भी पिघलाया जा सकता है. फिर वो तो आपका पति है. उसको बदलने की कोशिश कैरिये और खुद को भी उसमे ढालना सख्ये / परिस्थितियों को बदलना इतना आसान नहीं है. अगर आपके पति में कोई बदलाव नहीं अत है तो १ वर्ष तक इंतज़ार करिये उसके बाद वकील से मिलकर कार्यवाही कर सकती है. /
अगर किसी पति ने प्रश्न किया होता तो शायद आपका जवाब यही होता / देश में कानून सबके लिए बराबर नहीं है. यही सिद्ध करना था/ कुछ गलत कहा हो तो माफ़ी चाहता हु /
m apki bat se puri trh sahmat hu. meri sadi b kuch isi trh hi hui hai.meri soxh b yhi hai ki pyar se kisi ko b bdla ja sakta hai sayad islie ye sab sahan kar rhi hu 5 month se. m apne pti k lie wo sab krti hu jo ek ptni krti hai rat ko drink krk aae tab b wait krti hu etc. but tali ek hath se nhi bjti kabhi. mere pti ko pyar sabad ka mtlb tak nhi pta. usko koi frk nhi padta m uske lie kya krtu hu.
gr wo meri thori b care krte mere lie kabhi stand lete. to mujhe kuch or sochne ki jrurat nhi thi. otherwise m problem k samne khde ho kr ladne me viswas rkhti hu . use dur bhagne me nhi.