हिन्दू विवाह में विवाह विच्छेद बिना न्यायालय की डिक्री के संभव नहीं है।
|समस्या-
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश से अंबुज ने पूछा है –
क्या केसरवानी (गुप्ता) जाति में नपुंसकता के आधार पर अदालत के बाहर नोटरी से म्यूचुयल डाइवोर्स हो सकता है? और क्या ये वैध है? सर, मेरा केस कोर्ट मे लास्ट स्टेज पर है और इसी ग्राउंड पर अपने विवाह को नल एण्ड वायड घोषित करने के लिए रिट दाखिल कर रखी है। मेरी शादी जिस लड़की से हुई थी उसने अपनी पहली शादी में इसी तरह से तलाक़ लिया है और हम लोगों को ये भी नही बताया कि उसकी एक शादी पहले भी हो चुकी है।
समाधान-
केवल इतने से तथ्यों से आप की सहायता करना संभव नहीं है। जिस से आप का विवाह हुआ है वह पहले से विवाहित थी और उस ने नोटेरी के यहाँ पूर्व पति से तलाकनामा लिखवा कर तलाक ले लिया था और आप को नहीं बताया था तो एक तो आप से यह तथ्य छुपाया गया। गुप्ता जाति के लोग आदिवासी नहीं होते और हिन्दू विधि से शासित होते हैं। हिन्दू विधि में तलाक बिना न्यायालय की डिक्री के संभव नहीं है।
यदि आप की पत्नी ने पूर्व पति से न्यायालय की डिक्री के माध्यम से तलाक लिया था और आप ये साबित कर देते हैं कि पत्नी का आप के विवाह से पूर्व भी विवाह हो चुका था तो उस के साथ आप का विवाह वास्तव में नल एंड वॉयड ही है वह न्यायालय से शून्य होने की घोषणा हो जाएगी।
sir, please send me step by step marriage procedure in hindu methology
मेरी शादी भी 22/11/11को बड़े धूमधाम से हुई जिसमे मेरा 3 लाख रू. का कर्ज हुआ जिसे अभी भी चुका रहा हूँ। मेरी पत्नी का अपने मायके मेँ किसी और के साथ प्रेम संबंन्ध होने व पसंद की शादी न तथा माँबाप के दबाव मे आकर शादी होने के कारण झुठा मुकदमा करने की धमकी देकर मेरी पत्नी व ससुरालवालोँ ने मुझसे नोटरी द्वारा किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही न करने व गुजारा भत्ता न लेने की शर्त पर शपथपत्र/तलाकनामा/स्त्रीधन व 25 हजार रू. थानेदार के सामने 30/08/12 को ले लिया व मेरे द्वारा कोर्ट से तलाक लेने की बात कहने पर मुह बंद कर रहने वरना पुन: झुठा केस करने व जान से मारने की धमकी देकर मेरी पत्नी ने दिसंबर या जनवरी मे चोरी से दूबारा मंदिर मेँ शादी कर ली। वहाँ से 3 महिने बाद ही मेरी पत्नी वापस अपने मायके मे आ कर बैठ गई है । अब मै क्या करू –
1.क्या मुझे शपथपत्र के आधार पर कोर्ट से तलाक मिल सकता है?
2.क्या मेरे या मेरे परिवार के खिलाफ पुन: मेरी पत्नि झुठा मुकदमा कर सकती है?
3.क्या मुझे गुजारा भत्ता देना पड़ेगा ? यदि हाँ तो कितना और क्योँ? (मेरा वेतन 21 हजार).
4. आगे मुझे क्या करना चाहिए?
सर मुझे कमप्यूटर पर हिन्दी टाईप करना नही आता और हर किसी के साथ अपनी समस्या बताने से मेरा मजाक उड़ाया जाता है अत: आप से निवेदन है कि मुझे आप उचित सलाह देने की महान कृपा करे क्योँकि मै बहुत डिप्रेशन मे रहता हूँ जो कि मेरी आत्महत्या का कारण कभी भी बन सकता है।
सही राय दी आपने ।े