विवाह के लिए मना करने की हिम्मत करें
|समस्या-
जयपुर, राजस्थान से प्रियंका ने पूछा हैः
मेरी आयु 23 वर्ष है। मैं एक टेक्सटाईल कम्पनी में नौकरी करती हूँ। मेरे परिवार के लोग मुझ पर विवाह के लिए बहुत अधिक दबाव बना रहे हैं। लेकिन मैं अभी विवाह के लिए बिल्कुल तैयार नहीं हूँ। उनके दबाव डालने कि वजह यह है कि मेरे चाचा की लड़की ने जो मेरे साथ जयपुर में ही नौकरी करती थी, चुपचाप बिना घर वालों की सहमति के अपनी मर्जी से कोर्ट मैरिज कर ली। जिस से पूरे परिवार और हमारे खान-दान में कोहराम मच गया है। परिवार वालों का मानना यह है कि लड़कियों को बिल्कुल भी आजादी नहीं देनी चाहिए और वे समाज में यह बात पता लगे इस से पहले मेरी भी शादी कर देना चाहते हैं। मैं इस तरह अपना कैरियर बर्बाद नहीं करना चाहती क्योंकि मैं आगे खुद का टेक्सटाईल का व्यवसाय करना चाहती हूँ। लेकिन हमारा पूरा खान-दान बस शादी के पीछे पड़ा है। वो लोग मेरे चाचा की लड़की के किए की सजा मुझे दे रहे हैं और मेरा पूरा केरियर बर्बाद करने पर तुले हैं। आप मुझे बताएँ कि मै क्या करूँ? मैं अपने जीवन को बचाने के लिए कानून की मदद किस प्रकार ले सकती हूँ। क्या मैं इस मामले में न्यायालय से सहायता ले सकती हूँ? न्यायालय से किस प्रकार सहायता मुझे प्राप्त हो सकती है।
समाधान-
आप को सब से पहले यह जान लेना चाहिए कि बिना आप की सहमति के कोई भी आप का विवाह नहीं कर सकता। चाहे वे आप के माता-पिता हों या अन्य कोई और। सामान्यतः माता-पिता कभी भी अपने बच्चों का अहित नहीं चाहते, लेकिन उन पर सामाजिक दबाव बनाया जाता है। माता-पिता समाज में रहते हैं और सोचते हैं कि समाज से अलग हो कर वे कुछ नहीं कर सकते। इसी कारण वे अपने ही बच्चों पर विवाह के लिए दबाव बनाने लगते हैं। आप को सब से पहले चाहिए कि आप अपनी माँ को और फिर अपने पिता को अपने विश्वास में लें। उन्हें कहें कि आप की चचेरी बहिन ने जो किया है आप नहीं करेंगी। यदि कभी वैसी स्थिति आई भी तो उन्हें बताए बिना और उन्हें विश्वास में लिए बिना आप ऐसा कुछ भी नहीं करेंगी। यदि आप चाहें तो अपनी माता जी को कुछ समय अपने साथ रहने को कहें। वे कुछ दिन आप के साथ रहेंगी तो उन में आप के प्रति खोया हुआ विश्वास वापस लौटेगा। उन्हीं के माध्यम से आप अपने पिता में भी विश्वास उत्पन्न कर सकेंगी।
यदि लड़के लड़की सहमत नहीं हों तो कोई भी माता पिता आप का विवाह नहीं कर सकते। लेकिन स्वयं लड़के लड़की ही कमजोर पड़ जाते हैं। यदि आप कमजोर न पड़ेंगी और विवाह से मना करने की हिम्मत बनाए रखेंगी तो आप का विवाह भी आप के माता-पिता और परिजन आप की इच्छा के विरुद्ध नहीं कर सकते। कहीं रिश्ते की बात भी चले तो ऐसा तो नहीं कि लड़के से आप को मिलने का मौका ही नहीं मिलेगा। आप लड़के को साफ बता दें कि आप अभी अपना कैरियर बनाना चाहती हैं और विवाह नहीं करना चाहतीं आप के परिवार के लोग ही आप पर दबाव बना रहे हैं। यदि आप पर बहुत दबाव बनता है और विवाह की तैयारी होने लगती है तो आप जिला कलेक्टर और जिले के पुलिस अधीक्षक को सीधे सूचित कर सकती हैं कि आप का विवाह आप की मर्जी के बिना किया जा रहा है उसे रुकवाया जाए। राजस्थान पुलिस के सभी थानाधिकारियों से ले कर सभी उच्चाधिकारियों के ई-मेल पते इस लिंक पर उपलब्ध हैं यहाँ क्लिक कर के उन्हें प्राप्त किया जा सकता है। आप जिस पुलिस थाना क्षेत्र में आप का विवाह होना हो वहाँ के थानाधिकारी से ले कर एस.पी., आई.जी और डी.जी. तक को आप सिर्फ एक ई-मेल कर के सूचना दे सकती हैं। इस सूचना को पुलिस द्वारा छुपाया नहीं जा सकता और उस पर उन्हें कार्यवाही करनी पड़ेगी। इस के अतिरिक्त आप अपने विवाह को रुकवाने के लिए अपने माता-पिता और जिस लड़के के साथ आप का विवाह तय हो उस के और उस के माता-पिता को पक्षकार बनाते हुए दीवानी वाद प्रस्तुत कर सकती हैं और न्यायालय से उन के विरुद्ध निषेधाज्ञा प्राप्त कर सकती हैं। लेकिन इस के लिए आप को किसी वकील की सहायता प्राप्त करनी होगी।
श्री दिनेश जी यहाँ आपने बहुत ही मत्वपूर्ण जानकारी दी है अक्सर यह देखा जाता है माता पिता और परिवार के लोग लड़के और लड़की पे अनावश्यक विवाह के लिए दबाव डालते है जिसके पीछे उनका मकसद सिर्फ अपनी झूटी सामाजिक प्रतिष्ठा को बचना होता है कई बार प्रेम करने वालो को इस दबाव के कारन अपनी जान तक देने को मजबूर होना पड़ता है लकिन हमारा समाज यह बात कब समझेगा की विवाह सिर्फ उनकी इज्जत बचाने के लिए नहीं बल्कि एक साथ दो चार- जीवन बर्बाद न हो इस बात को भी ध्यान मै रखकर करना चाहिए
दुःख तो इस बात का है आज भी हमारा सामाज जाती- पाती के चक्कर मै कई प्रेम करने वालो को घर से भागने या फिर जान देने के लिए मजबूर कर रहा है
आपकी उपयोगी जानकारी के लिए – (उन सभी युवक और युवतियों की और से जो आज भी जाती पाती और समाज की पीड़ा को झेल रहे है )
धन्यवाद !
आपका प्रशंसक और अनुज
शोर्य मिश्रा
सामयिक प्रश्न और ध्यान देने वाला जवाब।