समस्या- भूपेन्द्र सिंह ने सिवनी, मध्यप्रदेश से पूछा है – 1. मेरे दादा जी के पास 1925 में लगभग 4 एकड खेत था उनके मरने के बाद लगभग 1930 में उसमे मेरे पिता जी एवं बडे पिता जी का नाम संयुक्त रूप से नाम आ गया बाद में मेरे पिता जी को कुछ जमीन का हिस्सा […]
Archive for November, 2018
हिन्दू विधि में दाय के प्रश्न -1
November 30, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितकिसी की मृत्यु के समय कोई संपत्ति या ऋण न हो तो उत्तराधिकार भी नहीं हो सकता।
November 27, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- इन्द्र कुमार कंचनवार ने ग्राम बरघाट, जिला सिवनी, मध्यप्रदेश से पूछा है- मेरे पिता की दो पत्नियां थी। एक पत्नी से 1 संतान। पहली पत्नू की मृत्यु के बाद मेरी माता जी से विवाह हुआ जिन से 2 बेटी एवं 2 बेटे हुए। मेरी सौतेली बहन को उसका हिस्सा 1974 में जब मेरा जन्म […]
मृत पुत्र की संतानों को पुत्र के समान ही दादा की संपत्ति में उत्तराधिकार है।
November 26, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- नितिका चौहान ने ग्राम खेडली, पोस्ट भद्रबाद, जिला हरिद्वार, उत्तराखंड से पूछा है- मेरा जन्म 1992 में हुआ था। मेरे मेरे दादाजी के दो पुत्र मेरे ताऊजी आदित्य कुमार और मेरे पिताजी रविंद्र कुमार थे। मैं रविंद्र कुमार जी की इकलौती संतान हूँ। मेरे पिताजी रविंद्र कुमार जी का देहांत 1994 में हो गया […]
दूसरी वैध पत्नी को भी पहली मृत पत्नी के समान ही उत्तराधिकार प्राप्त होगा।
November 25, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- हरगोबिंद सिंह ने ग्राम पो. मालारामपुरा, जिला हनुमानगढ़, राजस्थान से पूछा है- पत्नी की मृत्यु के बाद पुरूष ने किसी महिला से शादी कर ली, तो इस पुरुष की मौत के बाद इस दूसरी जीवित पत्नी का जमीन-संपत्ति पर क्या हक होगा? मृत पुरुष के दोनों पत्नियों से दो-दो बच्चे इसी पुरूष की संतान […]
धारा 182 आईपीसी असंज्ञेय है, मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत परिवाद पर ही कार्यवाही हो सकती है।
November 24, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- डॉक्टर मोहन कुमार वर्मा ने 31,राम घाट मार्ग कहारवाड़ी, उज्जैन म.प्र. से पूछा है- मैं दिनांक 09.07.2018 को दिवानी प्रकरण मे वसीयती अनुप्रमाणित गवाह दिनेश सोनी के साथ ट्रेन से प्रातः 9.30 बजे शुजालपुर पहुंचा। वहाँ से आटो मे बैठ कर 9.45 बजे वकील साहब के यहाँ गया। वे निजी काम से बाहर गए […]
मानहानि का मुकदमा कहाँ होगा और उसमें कितनी सजा दिलाई जा सकती है।
November 23, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- रमाकांत तिवारी ने ग्राम व पोस्ट- सुरहुरपुर, मुहम्मदाबाद गोहना, जिला- मऊ उत्तर प्रदेश से पूछा है- मेरे मित्र रोशन के दादाजी चार भाई थे। उसके दूसरे नंबर वाले दादाजी का लड़का (रोशन का चाचा), रोशन को बार- बार, जब भी झगडा होता है या किसी अन्य अवसर पर कई बार पंचायत में बोल चुका […]
अचल संपत्ति में बिना पंजीकृत विलेख के हिस्सा नहीं छोड़ा जा सकता।
November 22, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- भागलपुर, बिहार से अभिषेक शर्मा ने पूछा है- हमारा पुश्तैनी मकान है और मेरे पिताजी हमें अपने मकान में जाने नहीं देते हैं, इसलिए हम 10 बरसों से बाहर रह रहे हैं। जब मैं अपने पिताजी से अपना हक़ हिस्सा माँगने के लिए गया तो मेरे पिताजी ने एक स्टाम्प पेपर बनवा के रखा […]
जमीन पर आप का कब्जा मालिकाना है, आप मकान तुड़ा कर नया बनाने में बाधा पैदा करने के विरुद्ध निषेधाज्ञा प्राप्त कर सकते हैं।
November 21, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- अर्पण कुमार जैन ने सिद्धेकेला, जिला बोलानगीर, उड़ीसा से पूछा है- करीब पचास साल पहले मेरे पापा ने एक जमीन खरीदी थी, पेपर में हाथ से लिखवा क़े। पर उस जमीन मेरे पापा के चाचा के लड़के ने अपने नाम पर करवा लिया। पर उस जमीन पर हम ही इस्तेमाल करते हैं। अभी हम […]
सहदायिक संपत्ति कभी अपना चरित्र नहीं खोती।
November 20, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- दीपक शर्मा ने जयपुर, राजस्थान से पूछा है- मेरे दादा जी तीन भाई थे तीनो भाइयों का मौखिक बंटवारा हुआ था और सम्पति के अलग अलग भाग पर अपना अपना कब्जा था, परंतु कोई रजिस्टर्ड बंटवारा नहीं हुआ था।, उन में से एक भाई व उन की पत्नी का 1961 में बिना औलाद स्वर्गवास […]
मिथ्या साक्ष्य देना धारा 193 के अंतर्गत कारावास से दंडनीय अपराध है।
November 19, 2018 को वेबसाईट प्रशासक द्वारा लिखितसमस्या- सत्यनारायण सिंह ने जोधपुर, राजस्थान से पूछा है- मेरी पत्नी द्वारा किसी हाउसिंग स्कीम में मकान पाने हेतु आवेदन करने के लिए रुपए 5000 प्रतिमाह आय का शपथ-पत्र 10 रुपए के गैर न्यायिक स्टांप पर नोटरी से बनवाया गया था। मैं ने उक्त आय प्रमाण पत्र को फैमिली कोर्ट में लंबित गुजारा भत्ता केस […]