पत्नी आप के साथ फिर से रहना चाहती है तो आप को कोशिश कर के देखना चाहिए।
|मनोज कुमार ने भोपाल, मध्य प्रदेश से समस्या भेजी है कि-
मेरी पत्नी ने मेरे ओर मेरे परिवार क विरुढ़ 498ए और घरेलू हिंसा का झूठा मुक़दमा लगाया है। केस गवाही पर चल रहा है। मैं ने अपनी पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर तलाक़ का केस लगाया है वो भी गवाही पर है। मेरी पत्नी ओर मैं दोनों सरकारी कर्मचारी हैं। मेरी पत्नी मेरा और अपना ट्रान्सफर दिल्ली कारवाँ चाहती थी। मेरे ना मानने पर मेरी पत्नी ने पहले घर में सब को आत्महत्या करने की धमकी देकर मुझ पर दबाव बना कर मुझे अपने परिवार से दूर किराए के मकान में रखा। मैं ने परामर्श करवाया और सारी चीज़ें नोटरी कर के परामर्श में वापस लौटा दी थी। इस के बाद मेरी पत्नी ने मुझे बिना बताए सरकारी क्वार्टर अलॉट करवा ली थी ओर उस में रहने चली गई। मैं ने अपने वकील के माध्यम से नोटिस भेज कर साथ रहने कहा तो मेरी पत्नी ने मेरे घर आने से मना कर दिया और मुझे नोटिस के जवाब में सरकारी आवास में आ कर रहने को कहा इसलिए मैं सरकारी आवास में पत्नी के पास रहने चला गया। लेकिन वहाँ भी मेरी पत्नी ओर उसके परिवार वालों ने मुझ पर दिल्ली ट्रासफर के लिए दबाव बनायाषॉ। मेरे ना मानने पर मुझे सरकारी आवास से भगा दिया। आज भी मेरा सामान वहीं पड़ा है। मज़बूरी में मुझे अपने पिता के यहाँ जाना पड़ा। इस के 45 दिनों बाद मेरे खिलाफ झूठी एफआईआर कर दी। मुझे जमानत मिली है। 3 साल हो गये हैं अब मेरी पत्नी ने ट्रान्स्फर की अप्लिकेशन भी दे दी है वापस नहीं ली है और डोमेस्टिक वायलेन्स का केस भी किया है, वो अब मेरे घर में रहना चाहती है। लेकिन मुझे उस के साथ रहना में भय लगता है मैं अपने मां बाप का अकेला बेटा हूँ। मैं ने अपनी पत्नी की धमकियों से परेशान होकर 4-5 बार पहले पुलिस में कंप्लेंट भी की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। मेरी पत्नी अब ना मुझे तलाक़ दे रही है ओर ना ही केस वापस ले रही है। मेरी पत्नी के ऑफीस के ही एक एंप्लायी से संबंधों का भी पता चला है। लेकिन मेरे पास कोई सबूत नहीं मैं ने पीछा भी किया था ओर देखा भी था। कृपया बताएँ कि मैं क्या करूँ जिस से फेक कंप्लेंट ख़तम हो जाए। मेरी पत्नी केवल मुझे परेशान करना चाहती है। मेरे पास केवल परामर्श में दिए अप्लिकेशन की कॉपी है ओर जो गिफ्ट मैं ने लौटाए हैं उस की कॉपी है। मेरी पत्नी के पास कोई भी सबूत नहीं है और ना ही उसने कोर्ट मे कोई साक्ष्य दी है, ना ही पोलीस को कोई सबूत दिया है। क्या केवल मेरी पत्नी के बयान से ही मुझे सज़ा हो जाएगी? मैं अपनी पत्नी के खिलाफ झूठे केस दर्ज करवाने के लिए मानहानि या कोई सा केस दर्ज करवा सकता हूँ।
समाधान-
आप की मुख्य समस्या यह है कि आप की पत्नी चाहती है कि आप दिल्ली ट्रांसफर करवा कर उस के साथ वहां रहें। लेकिन यह वास्तविक समस्या नहीं है। कोई तो कारण होगा जिस के कारण वह दिल्ली ट्रांसफर करवाना चाहती है। यह कारण आप ने हमें नहीं बताया। आप इसे छुपा रहे हैं अथवा आप खुद भी पता नहीं कर पाए हैं। आप के विरुद्ध एक अपराधिक मुकदमा 498 ए का और एक घरेलू हिंसा का मुकदमा हुआ है। निश्चित रूप से इन मुकदमों में आरोप पत्र व शिकायत की प्रतियाँ जरूर होंगी। उन में आप की पत्नी ने क्या विवरण लिखा है यह भी आप ने हमें नहीं बताया है। वैसी अवस्था में कोई भी आप को क्या उपाय सुझा सकता है।
आप ने अपनी पत्नी पर उस के कार्यालय के कर्मचारी के साथ संबंध होने की बात कही है और देखने की बात कही है। क्या देखा है यह नहीं बताया। हमारे यहाँ तो यह हालत है कि यदि पत्नी घर के बाहर किसी भी पुरुष से अकेलें में बात करते दिखाई दे जाए तो लोग समझते हैं उन के बीच जरूर कोई चक्कर है। लेकिन ऐसा होता नहीं है। हमें लगता है कि आप अपनी पत्नी पर फिजूल शक करते हैं।
आप की पटरी आप की पत्नी के साथ नहीं बैठ रही है और आप की पत्नी की आप के साथ। वैसी स्थिति में आप का विवाह विच्छेद हो जाए वह अच्छा है। आप ने जो तलाक का मुकदमा किया है उसे तेजी से चलाने का प्रयत्न करें इस के लिए अपने वकील को कहें। यदि आप के पास मजबूत आधार हुआ तो आप को तलाक मिल जाएगा। वैसे आप की पत्नी आप के साथ रहने को तैयार है, इस का अर्थ यह है कि वह आप के साथ वैवाहिक संबंध तोड़ना नहीं चाहती। आप यदि पत्नी पर शक करना छोड़ सकते हैं और पत्नी को वापस ला कर रख सकते हैं। इस से आप के बीच सारे मुकदमे समाप्त हो जाएंगे और आप जीवन में नया आरंभ कर सकते हैं। सब से बेहतर तरीका तो यही है। एक बार फिर से साथ रहने का प्रयास करने में कोई बुराई नहीं है। आप तलाक ले कर यदि दूसरा विवाह करते हैं तो दूसरी पत्नी के लिए क्या कह सकते हैं कि वह शत प्रतिशत आप की इच्छाओं के खाँचे में फिट ही बैठ जाएगी और वह सब न करेगी जो आप की पत्नी ने किया।
मनोज जी आप परेशान क्यु हो रहे है।
जिन बातो को आप फेस कर रहे है वो ही बातो को वो बी फेस कर रही है। द्विवेदी जी ने आपको सलाह दी है की आप तलाक वाला केस जल्दी खत्म करवाये। बको जिंदगी को एन्जॉय करे। अपनी फॅमिली माता पिता जी का ध्यान रखे। लोगो की मदद करे ।
पैसे से या फिजिकली जैसे भी हो मदद करे।जिंदगी को जिए।
आप की जो जो होब्बीस शोंक है उन्हें पूरा कीजिये।
खुद की तकलीफ से दुखी न होये अपने जो जो तकलीफे दूसरी तरफ दी है उनसे अपने मन को होसला दे।
बस जब आप जिंदगी को एन्जॉय करना शुरू करेंगे आपकी तकलीफे दूर हो जायँगी सबसे बड़ी बात आप सरकारी नोकरी वाले है पैसे आपके पास है उससे एन्जॉय करे।नए नए और अच्छे और सच्चे दोस्त बनाइये।
जी जगराज जी सुझाव क लिए बहुत धन्यवाद अभी तक हमारी कोई संतान नही है मेरी पत्नी और उसके परिवार वालो की ट्रांसफर की बात ना मैंने के कारन ही मुझ पर केस कर दिया है वो आगे भी कुछ भी कर सकती है पहले ही वो कई बार ट्रांसफर क लिए दबाव बनाने के लिए आत्महत्या करने की कोशिश कर चुकी थी रिपोर्ट में केवल दहेज़ मांगना बताया था रही बात साथ रहने की तो अगर वो मेरे साथ रहना चाहती तो किराये के मकान में और सरकारी आवास में रहकर भी वैवाहिक जीवन जी सकती थी वो केवल अपनी ही सर्तो पे जीवन जीना चाहती है पीछा करने पर ऑफिस के बाहर केवल दोनों को मिलते देखा और मुझे जैसे ही देखा दोनों वह से तेजी से निकल गए में बहुत परेशान हो चूका हू और अब साथ रहना पॉसिबल नही है
उसे वपस न लए और case लड़े , हीरे अ डेक्टीवे
नमस्कार द्विवेदी जी
मनोज जी आपकी बीवी ने जो करना था वो कर चुकी है।आपने अपने बच्चों के बारे में बी नहीं लिखा।
वैसे अभ् घर बसने वाला कोई रास्ता नहीं रह गया अगर आप उसके हिसाब से रह सकते है तो घर बसने का सोचे नहीं तो यह गलती न करे। आपकी बीवी भी नोकरी करती है इसलिय १२५ खर्चे का केस तो होगा नहीं।
सिर्फ तलाक का सोचे जिंदगी को एन्जॉय करे।
और अगर आपकी किस्मत इतनी बुरी होगी तो ही दूसरी बी ऐसा करेगी ।
कोशिश करना जहा दूसरी शादी हो वहा या तो सास ही न हो या फिर उसकी घर में चलती न हो