ग्राम पंचायत द्वारा अवैध भू-आवंटन के विरुद्ध क्या करें?
|अश्वनी कान्त पाण्डेयने आजमगढ़, उत्तर प्रदेश से पूछा है-
हमारी ग्राम सभा के अंतर्गत आने वाला एक बड़ा उसर रुपी बंजरभू-भाग अवैध रूप सेग्राम मुखिया के द्वारा पैसे लेकर कुछ विशेष व्यक्तियों में बाट दिया गयाहै। यहाँ पर हाल ही में उस पर प्रस्तावित गन्ना मिल को उन्हीं लोगों के जबरनविरोध और स्थानीय सपा नेता की चापलूसी के चलते रोकदिया गया। मैं इस कब्जे के सख्त खिलाफ हूँ, मुझे कानूनी लड़ाई लड़ के जनताको उसका हक़ दिलाना है। मुझे पहली कार्यवाही के बारे में राय दीजिये, मुझेक्या करना चाहिए?
समाधान-
सब से पहले तो आप को जानकारी करनी चाहिए कि यह ऊसर भूमि आबादी भूमि है या फिर राजस्व विभाग की है। यदि यह राजस्व विभाग की भूमि है तो इस का आवंटन राज्य सरकार का राजस्व विभाग ही कर सकता है, ग्राम पंचायत नहीं।
यदि यह आबादी भूमि है तो ग्राम पंचायत इस भूमि को आवासीय व अन्य आबादी उद्देश्यो के लिए आवंटित कर सकती है। यदि आप की ग्रामपंचायत ने इस ऊसर भूमि में भूखण्ड बना कर कुछ लोगों को आवंटित कर दिए हैं तो ऐसे आवंटन पत्र/ पट्टे ग्राम पंचायत द्वारा जारी किए गए होंगे। यह सब ग्राम पंचायत में निर्णय ले कर किया गया होगा। आप ग्राम पंचायत के ऐसे निर्णय की अपील कर सकते हैं। इस तरह की अपील आम तौर पर जिला कलेक्टर सुनता है। फिर भी इस मामले में आप अपने यहाँ के स्थानीय वकील से राय कर लें कि ग्राम पंचायत के भूखंड आवंटित करने के निर्णय की अपील किसे की जा सकती है। अपील करने के पहले आप को ग्राम पंचायत से भू-आवंटन के निर्णय की प्रति प्राप्त करनी होगी।
लेकिन मामला इतना आसान नहीं है। मुखिया ने कुछ प्रभावशाली लोगों को भू-आवंटन कर के कृतार्थ कर दिया है। गाँव में ऐसे कृतार्थ लोगों के प्रभाव में अन्य लोग भी होंगे। जब आप ये लड़ाई लड़ने जाएंगे तो वे लोग आप को परेशान करने का प्रयत्न करेंगे। इस कारण से आप को गांव में इस लड़ाई के पक्ष में माहौल भी तैयार करना पड़ेगा। उस के लिए जरूरी है कि इस आवंटन के अवैध होने के प्राथमिक सबूत आप के पास हों जिन्हें दिखा कर आप गांव में लड़ाई के पक्ष में लोगों का समर्थन हासिल कर सकें। आप को चाहिए कि आप पहले सूचना के अधिकार के अन्तर्गत सारी सूचनाएँ ग्राम पंचायत से प्राप्त करें। गांव में समर्थन हासिल करें और फिर गांव के कुछ लोग मिल कर अपील प्रस्तुत करें।