जो भी करें पत्नी को विश्वास में ले कर करें।
|समस्या-
मनीश ने मरु मंदिर, सीकर, राजस्थान से समस्या भेजी है कि-
मेरी शादी जनवरी 2015 में हुई और मुझे एक 9 महीने की बच्ची भी है। मेरी पत्नी मार्च से अपने पीहर में है। उस का ओर मेरा रिश्ता अच्छा नहीं चल रहा है। उससे मेरी बात होती है, वो मेरे परिवार से खुश नहीं है वो कहती है कि मेरी माँ और बहन उसके घर वालों के नाम से उसे गालियां देते हैं और उनकी वजह से वह परेशान है। उसके पिताजी मुझे धमकियाँ दे रहे हैं कि वो मेरे परिवार सहित मुझे जेल में डलवा देंगे। लेकिन चार महीने बाद क्योकि उनके लड़के की शादी होने के बाद अब उसके मामाजी का कॉल आया है कि उसे जाकर ले आऊँ। तो में किसी भी कानूनी समस्या में तो न फंस जाऊंगा? कहीं उसे लेकर आने के बाद ओर कोई समस्या हो जाये और परिवार किसी मुसीबत न फंस जाए कोई तरीका बताएँ कि अब उसे लेकर आना चाहिये या नहीं। अगर लेकर आऊँ तो फिर वो क्या कर सकते हैं मेरे ओर परिवार के साथ किस तरीके से मैं बच सकता हूँ?
समाधान-
आप की पत्नी की शिकायत की ओर आप को ध्यान देना चाहिए। यदि किसी स्त्री को उस के माता पिता को गालियाँ देते हुए अक्सर सास ननद प्रताड़ित करें तो यह तो कोई भी स्त्री सहन नहीं कर सकती। यदि आप की पत्नी की बात सही है जिस का पता आप सहज ही लगा सकते हैं तो आप को अपने परिवार में अपनी पत्नी की तरफदारी करते हुए बात करनी चाहिए कि ऐसा गलत व्यवहार आप अपनी पत्नी के साथ सहन नहीं करेंगे। यह अच्छी बात है कि पत्नी के साथ आप की बातचीत है। इस का अर्थ यह भी है कि वह सच बोल रही है। आप को अपनी पत्नी को आश्वस्त करना चाहिए कि उस के साथ ऐसा व्यवहार अब नहीं होगा। यदि होता है तो हम अलग रहेंगे।
आप को चाहिए कि आप पत्नी से बात करें। उस के आश्वस्त होने पर ही उसे ले कर आएँ। यदि आप अपनी पत्नी में विश्वास पैदा कर पाते हैं और प्रताड़ना के विरुद्ध उस का साथ देते हैं तो पत्नी भी आप के साथ खड़ी हो जाएगी। यदि पत्नी आप के विरुद्ध कुछ नहीं करती है तो उस के परिजन भी आपके विरुद्ध कुछ नहीं कर पाएंगे। इस कारण सब से पहले आप स्वयं अपने और अपनी पत्नी के बीच आपसी विश्वास अर्जित करें। इस के लिए आप को कई बार आप की ससुराल जाना पड़े तो भी जाइए।