धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं, तुरन्त पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराएँ
समस्या-
स्वाति ने पुणे, महाराष्ट्र से पूछा है-
पिछले दिनों हमारी मुलाकात एक मित्र से हुई, जो स्कूल से लेकर कॉलेज तक साथ में पढ़ी थी। उसका रहना भी इसी शहर में है। उसने बताया कि उसके पति एक बहुत बड़ी प्रापर्टी कंपनी के पार्टनर है। उन्होंने हमें बताया कि हाल ही में उन्होेंने एक बड़ी जमीन खरीदी है और पूरी कार्रवाई निपटाने के बाद वे उसे टुकडों में काट कर अन्य ग्राहकों को बढ़ी हुई कीमताें पर बेंचेगे । उन्होंने हमें जमीन भी दिखाई और प्रस्ताव दिया कि यदि आप इच्छुक है तो आप अभी भी थोड़े से पैसे डाल कर जमीन ले सकते है। सिर्फ 1 लाख रू. बयाना दे दीजिए, बाद में 4 लाख रू. देकर एग्रीमेंट होगा,जिसमें सारी शर्ते लिखी होगी कि जमीन की रजिस्ट्री 2 साल बाद होगी तब तक आप पूरे पैसे चुका देना। हमने उनसे जमीन के पेपर्स की मांग की ताकि वकील से चेक कराकर ही आगे बढ़ा जाए। किंतु उन्होंने यह कह दिया कि पेपर्स पार्टनर के पास है और 3-4 दिन बाद मिलेंगे, किंतु यदि आप इच्छुक है तो आपको आज कल में ही 1 लाख रूपया जमा कराना होगा, नहीं तो पार्टनर के पहचान वाले लोग उसमें पैसा लगाने वाले है, और जमीन नहीं मिल पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी कारण से अपनी डीलिंग आगे नहीं बढ़ती है तो यह पैसा तुरंत हम वापस कर देंगे। परिचित होने के नाते हमने उन पर विश्वास कर लिया और 1 लाख रूपए उनके बताए एकाउंट नंबर में जमा कर दिये। उसके 5-6 दिन बाद उन्होंने हमें पेपर्स लाकर दिए,जिसकी जांच कराने पर वे फ्राड निकले। उनके आफिस का पता किया तो वह भी झूठा ही निकला, वे उस कंपनी में कोई पार्टनर नहीं थे। घर भी उनका किराए का है,जिसके बारे में पता चला है कि वे शीघ्र ही बदलने वाले है। कृपया बताएं कि ऐसी स्थिति में हमें अपना पैसा किस तरह वापस मिल सकता है।
समाधान-
आप धोखाधड़ी की शिकार हो चुकी हैं, और इस धोखाधड़ी में अपना एक लाख रुपया खो चुकी हैं जिस में आप की पुरानी परिचित माध्यम बनी है। सब से पहले तो आप की कथित मित्र और उस के पति और उन के साथियों के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट कीजिए, पुलिस सुनवाई करने में आनाकानी करे तो तुरन्त एसपी से मिल कर उसे परिवाद दीजिए और फिर भी कोई कार्यवाही आरंभ न हो तो क्षेत्र के थाने पर अधिकारिता रखने वाले मजिस्ट्रेट की अदालत में परिवाद प्रस्तुत कर उसे प्रार्थना करिए कि मामले को पुलिस को भेज कर तुरन्त कार्यवाही का निर्देश दिया जाए। क्यों कि यह उन का अनेक लोगों को ठगने का प्रोजेक्ट हो सकता है। आप के द्वारा त्वरित कार्यवाही करने से अनेक लोग इस तरह की धोखाधड़ी से बच सकते हैं। पुलिस तुरन्त जिस खाते में आपने धन जमा कराया है उस में और ट्रांजेक्शन रुकवा सकती है। हालांकि ऐसे खातों में से धन तुरन्त निकाल लिया जाता है, फिर भी यदि कुछ रुपया उस में पड़ा हो तो उसे रोका जा सके।
उक्त कार्यवाही करने के बाद जब पुलिस आप के परिचितों तक पहुँचे तो हो सकता है परिचित आप से संपर्क करें। हो सकता है वे खुद भी लालच की वजह से फर्जी जमीन बेचने वाले किसी बड़े गिरोह का शिकार हुए हों और थोड़ी बहुत कमाई करने के लालच में उन्हों ने विश्वास कर के कि वे सही जमीन बेच रहे हैं फर्जी जमीन बेचने के काम में शामिल हो गए हों। तब आप उन से कहिए कि वे पुलिस जाँच में सहयोग करें। आप उन से कहिए कि वे आप का धन वापस दिलाने में मदद करेंगे तो आप भी उन की मदद करेंगे और धोखाधड़ी के इस मुकदमे में सजा होने से उन्हें बचाएंगे।
इसी जाँच से पता लगेगा कि जिस खाते में आप ने रुपया जमा कराया है वह किस व्यक्ति के खाते का है। आप ने जिस व्यक्ति के कहने से पैसा जमा कराया है उसे, जिस व्यक्ति ने आप को एक लाख रुपये लेने और प्लाट बेचने की लिखत दी है उसे तथा जिस के खाते में धन जमा किया है उसे पक्षकार बना कर रुपया वसूली के लिए दीवानी वाद प्रस्तुत कर सकते हैं। लेकिन यह वाद तो धन जमा कराने से 3 वर्ष की अवधि में किया जा सकता है। इस कारण अभी उस के लिए जल्दबाजी न करें। वसूली के लिए वाद संस्थित करने के पहले आप देख लें कि जिस के विरुद्ध धन प्राप्ति के लिए वाद पेश करना है उस के पास इतनी संपत्ति है कि नहीं जिससे कोर्ट उस से यह धन वसूल कर सके। क्यों कि यदि उन के पास संपत्ति नहीं हुई तो धन वसूल होना असंभव जैसा हो जाएगा।
आपका सुझाव बहुत अच्छा होता है।