पिता की संपत्ति में पुत्री का अधिकार
|समस्या-
श्यामलाल ने इंदिरा नगर लखनऊ (उ.प्र.) से पूछा है –
मेरी बहन ने लगभग 30 साल पहले भाग कर शादी करली थी। उसके बाद आज तक मेरे और मेरे पापा से उनसे किसी भी तरह का संबंध नही है। इसलिए पूछना चाहता हूँ कि क्या मेरी बहन मेरे पापा की जायदाद में हिस्से की हकदार है।
समाधान-
आप के पापा के नाम दो तरह की संपत्तियाँ हो सकती हैं। पहली उनकी निजी संपत्ति दूसरी ऐसी संपत्ति जो उन्हें उनके पिता, दादा या परदादा से उत्तराधिकार में प्राप्त हुई हो। यदि उन्हें उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति उन्हें या उनके पापा या दादा या परदादा को 17 जून 1956 के पहले कभी उत्तराधिकार में प्राप्त हुई थी तो वह सहदायिक संपत्ति हो सकती है। यदि पिता के पास कोई संपत्ति सहदायिक है तो उसमें आपकी बहिन का जन्म से ही हिस्सा है। उसे पाने की वह अधिकारी है।
आपके पापा के जीवनकाल में उनकी स्वयं की आय से खरीदी गयी अथवा वसीयत से प्राप्त कोई संपत्ति है तो वह उनकी निजी संपत्ति है। उनके जीवन काल में इस संपत्ति पर किसी का कोई अधिकार नहीं है। लेकिन उनके जीवन काल के बाद यदि उसके सम्बन्ध में उन्होंने कोई वसीयत नहीं की और संपत्ति निर्वसीयती है तो उसमें भी आपकी बहिन का हिस्सा होगा और वह आपसे अपना हिस्सा प्राप्त कर सकती है।
आपकी बहिन ने परिवार वालों की मर्जी के विरुद्ध विवाह किया है। इस से उस के संपत्ति के अधिकारों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Aaj kal Kanoon hi aisa hai. Jo bhagne wali orto ko, jo parivaar ki ijjat se khelti hai . Baap ki Naak katathi hai , unko bhi samman deta hai.
Ladkiya bhag rhi hai, pati ki hatya karwa rhi hai, Pati hote hue Premi ke sath bhag rhi hai, Lekin Kanoon inka support krta hai. Thooooo.
Aise Nari sasakti karan aur uske supported Law par thoo hai.