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बेहतर है कि पत्नी को मनाएँ और समझौता कर घर ले आएँ।

समस्या-

दिव्यदीप ने हाउसिंग बोर्ड कालोनी, बड़वाह, जिला खरगोन (म.प्र.) से पूछा है-

मेरी शादी के 11 महीने बाद मेरी बेटी होने के बाद. मेरी पत्नी ने झूठी 498ए आईपीसी तथा भरण पोषण के लिए केस  किया था। 498ए और घरेलू हिंसा झूठा सिद्ध हुआ। भरण पोषण 1000/- पत्नी को और 500/- मेरी पांच साल की बेटी को दिया गया। मैंने तलाक का केस किया वहाँ उक्त को समावेशित कर 2000/- भरण पोषण दे रहा हूँ। मेरी पत्नी 5000-10000/- की नौकरी करने लगी है। जब कि महीने में 4-5 तारीखे पड़ने के कारण मेरी नौकरी छूट गयी। पत्नी तलाक के केस में अक्सर नहीं आती। बैंक खाते में मेंटीनेस ले रही है। क्या मैं बेटी की कस्टडी ले सकता हूँ क्या? मेंटीनेंस बन्द हो सकता है क्या? तलाक के लिए 75 लाख मांग रही है, मैं नहीं दे सकता। मैं चालीस साल का हो गया हूँ। क्या लिव इन में रह सकता हूँ क्या?

समाधान-

498ए और घरेलू हिंसा के केस झूठे सिद्ध हुए हैं। आप तलाक के केस में समावेशित भरण पोषण 2000/- रुपए प्रतिमा दे रहे हैं। यह वर्तमान के हिसाब से कम है। आपकी समस्या है कि पत्नी तलाक के केस में आती नहीं है और केस आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इसके लिए आपको अपने वकील से कहना चाहिए कि वह अदालत पर दबाव बनाए कि केस जल्दी आगे बढ़े। स्थानीय रूप से आपको आपके स्थानीय वकील ही मदद कर सकते हैं।

आपकी बेटी पाँच साल की है। फिलहाल आपको उसकी कस्टड़ी नहीं मिल सकेगी। केवल तभी मिल सकती है जब कि पत्नी उसकी परवरिश बहुत खराब तरीके से कर रही हो और आपके परिवार में कोई स्त्री हो जो उसकी परवरिश में आपकी मदद कर सकती हो। आम तौर पर बेटियों की कस्टड़ी पिता को नहीं मिलती है। इस कारण इसे फिलहाल न छेड़ें। जैसा चल रहा है चलते रहने दें।

फिलहाल आपको भरण पोषण बन्द कराने की ओर ध्यान बिलकुल नहीं देना चाहिए। पत्नी 75 लाख के लिए कहती है इसका अर्थ है कि वह तलाक नहीं देना चाहती। कोई भी पत्नी क्यों अचानक आपको छोड़ कर चल दी और मुकदमे कर दिए हैं, कोई तो कारण होगा? आपने हमें नहीं बताया। ऐसा लगता है आपकी गलती अधिक है। आप उस गलती को स्वीकार कर लें तो पत्नी के साथ आपका झगड़ा खत्म हो सकता है। हमारा सुझाव है कि यदि आप कोशिश करें तो यह सब खत्म हो सकता है और आप अपनी पत्नी और बेटी के साथ रह सकते हैं। यदि ईगो इसका कारण है तो आप अपनी ईगो छोड़ें और गृहस्थी को सुधार लें। यदि और कोई कारण है पत्नी खुद ही विवाह तोड़ना चाहती है और आपके पास तलाक के लिए उचित आधार है तो अदालत से तलाक हो जाएगा।

लिव-इन में रहने में कोई समस्या नहीं है। इस पर कानूनी कोई पाबंदी नहीं है। बस आपकी पत्नी को तलाक का आधार उत्पन्न हो जाएगा। वह तलाक भी ले लेगी और अपने और बेटी के लिए भरण पोषण राशि बढ़वा लेगी। आपकी नौकरी छूट गयी है और आपको 2000/- रुपए भरण पोषण देना भी भारी पड़ रहा है तो आप किसी के साथ लिव-इन में रहना कैसे अफोर्ड करेंगे यह हमारी समझ से बाहर है। यदि तलाक हो जाता है तो उसके बाद की परिस्थितियों में आप पर भरण पोषण का भार कम करने का कोई कारण मिल सकता है और बेटी की कस्टडी प्राप्त करने का भी। तब आप दूसरी शादी भी कर सकते हैं। फिलहाल हमारी सलाह यह है कि पत्नी से बात करें, उसे मनाएँ और उसी के साथ जीवन बिताने की कोशिश करें।