12 वर्ष के उपरान्त प्रतिकूल कब्जा हो जाने से मूल स्वामी कब्जे का वाद नहीं कर सकता।
|समस्या-
बाँसवाड़ा, राजस्थान से सक़ीना ने पूछा है-
हम 1978 से एक मकान में रहते हैं जो पहले खाली प्लाट था। 1976 में मेरे पापा ने उस में मकान बनाया था। उस मकान में बिजली कनेक्शन मेरे पापा के नाम से है। एक व्यक्ति स्वयं को उस जमीन का मालिक बता कर उसे खाली करने को कहता है या फिर उस की कीमत 14 लाख रुपये मांग रहा है। प्लाट का क्षेत्रफल 50X40 वर्गफुट है। हमें क्या करना चाहिए?
समाधान-
आप के पापा उक्त भूखंड पर 1976 से मकान बना कर निवास कर रहे हैं। आपके पापा और उस व्यक्ति के मध्य किसी तरह का किराया नामा भी नहीं है और कोई किराया भी अदा नहीं करते हैं। इस तरह आप के पिताजी का उक्त भूखंड पर 12 वर्ष से अधिक सय से कब्जा है. अब मूल स्वामी उस भूखंड पर कब्जे का वाद प्रस्तुत नहीं कर सकता। अप के पापा का उक्त भूखंड पर 36 वर्ष से कब्जा है जो अब प्रतिकूल कब्जा Adverse Possession हो चुका है। आप के पापा का यह कब्जा प्लाट का स्वामी नहीं हटा सकता।
आप के पापा को कोई भी कानूनी कार्यवाही उस व्यक्ति के विरुद्ध नहीं करनी चाहिए और इस बात की प्रतीक्षा करनी चाहिए कि वह व्यक्ति स्वयं आप के पापा के विरुद्ध भुखंड के कब्जे के लिए कार्यवाही करे। तब उस कार्यवाही में आप के पापा प्रतिकूल कब्जे के आधार पर अपनी प्रतिरक्षा कर सकते हैं।
इस के अतिरिक्त आप के पापा को चाहिए कि उक्त भूखंड पर अपने 30 वर्षों से अधिक 36 वर्षों के कब्जे के आधार पर नगरपालिका/नगरविकास न्यास से अपने नाम पट्टा हासिल करने की कार्यवाही कर पट्टा हासिल करें।
पट्टा मेरे तयोजि के नाम से १९६२ में बन गया था तब बड़ओ के नाम से बनता था पर मेरे पापा और में जनम से यहा पर ह और वे जयपुर रह रहे ह और अब मेरे ताऊजी के मर जाने के बाद वो अपना हक़ जमा रहे ह बिजल् और पानी का बिल मरे पापा के नाम से आ रहा ह
प्लीज सर मुझे मेल पर बताना
अपनी समस्या https://teesarakhamba.com/कानूनी-सलाह-फॉर्म/ पर रखें
मेरे पापा की जमीन पिछले 40-50 साल से पापा के नाम पर है । ओर उसमे खेती करते आये हैं लेकिन वह थोड़ी आप पास की जमीन सरकारी है और मेरे पापा उसका टैक्स भरते आये हैं 40 साल से तो अब वो जमीन हमारे से छीनी जा रही है तो नियम अनुसार उसे जमीन पर किसका हक होना चाहिए
प्लीज कोई आईडिया बताये ताकि वो जमीन हम वापस ले पाए ।
कृपया अपनी समस्या कमेंट में लिखने के स्थान पर कानूनी सलाह लिंक पर क्लिक करने पर खुलने वाले फार्म में भेजें। तभी हम समस्या का कोई समाधान पेश कर सकेंगे। धन्यवाद!
Pls read the latest judgements of supreme court on adverse possession before write comments on it.
मतलब कोई वेक्ति विदेश में रह रहा हो तो उस की जमीन पर कब्ज़ा किया जा सकता है चाहे रजिस्ट्री उस के नाम हो यह तो बहुत ही फायदे की बात है सर
आप गलत समझे हैं, ऐसा नहीं है। यदि कोई व्यक्ति संपत्ति का स्वामी है तो उसे उस का प्रबंधन ठीक से करना चाहिए। ऐसा न हो कि कोई उस पर प्रतिकूल कब्जा कर ले। और यदि कब्जा कर लेता है तो कब्जा करने की तिथि से १२ वर्ष की अवधि में संपत्ति के स्वामी को विधिक कार्यवाही आरंभ कर लेनी चाहिए। कानून उन के लिए है जो समय से उस के पास न्याय के लिए पहुँचते हैं। उन के लिए नहीं जो लंबे समय तक सोए रहते हैं और न्यायालय के समक्ष न्याय के लिए नहीं पहुँचते।
दिनेशराय द्विवेदी का पिछला आलेख है:–.जन संस्कृति के सर्जक शिवराम के दूसरे स्मृति दिवस के कार्यक्रमों में आप सादर आमन्त्रित हैं …
मेरे अंकल ने २ साल पहले क़ब्ज़ा की ज़मीन ख़रीदी थी
अब पंचायत उस पर क़ब्ज़ा करने की बात कर रही है
जब की उन्होंने मकान भी बना ली या है
Please answer me
You r wrong. Govt of India made special law for NRI’s. If I r thinking to possess their land then u r totally wrong. It is not so easy to grab others property. Even supreme court neglects the law of adverse possession many times