विवाह को अवैध घोषित होने पर ही आप को 125-दं.प्र.संहिता व 498-ए भा.दं.सहिता के मुकदमों से राहत मिल सकेगी
|समस्या-
मेरी पहली पत्नी की मृत्यु गर्भावस्था में अगस्त 2005 में अस्पताल में हृदयगति रुक जाने से हुई थी। उस के उपरान्त मेरे पिता जी ने फरवरी 2009 में समाचार पत्र में विज्ञापन दिया और मेरा विवाह बनारस में जिस लड़की से हुआ उस के बारे में बताया गया था वह अविवाहित हैऔर पिता सेवानिवृत्त हैं। धनाभाव होने से सादा विवाह कर रहे हैं. विवाह विंध्याचल मंदिर में सम्पन्न हुआ। विवाह के छह माह बाद अचानक पता चला कि लड़की विवाहित है और उस का तलाक भी नहीं हुआ है। यह पता लगने पर लड़की केपिता उसे सारे सामान के साथ ले कर चले गए। हम लोगों से कोई बात भी नहीं की। फिर हम ने गोरखपुर परिवार न्यायालय में धारा 11 व 12 हिन्दु विवाह अधिनियम के अंतर्गत विवाह को शून्य घोषित कराने के लिए आवेदन कर दिया। नोटिस मिलने के उपरान्त उन लोगों ने हमारे खिलाफ 496-ए भा.दं.संहिता और 125 दं.प्र.सं. के मुकदमे कर दिए। 498-ए के मुकदमे में मुझे, माँ, पिताजी, बहिन और जीजाजी को पक्षकार बनाया है। हम सभी की जमानत हो चुकी है हम बहुत परेशान हैं हमें क्या करना चाहिए?
-अम्बुज अग्रवाल, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
समाधान-
आप को दूसरा विवाह करने के पहले पता करना चाहिए था कि जिस लड़की के साथ आप का विवाह हो रहा है उस की क्या स्थिति है। लड़की का विवाह हो चुका है या नहीं है। यदि सच में पहले विवाह हो चुका था और तलाक नहीं हुआ था तो उस लड़की के साथ आप का विवाह शून्य है। आप को केवल उसे न्यायालय से शून्य घोषित कराना है, जिस के लिए आप पहले ही न्यायालय में अपना मुकदमा कर चुके हैं। लड़की पक्ष ने भी आप के विरुद्ध मुकदमे किए हैं। धारा 498-ए के मुकदमे में सब से बड़ा भय तब तक होता है जब तक गिरफ्तारी नहीं होती है। यदि इस मुकदमें में अभी तक पुलिस ने आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किया है तो आप को चाहिए कि सारी स्थिति सबूतों सहित पुलिस के सामने रखें। यदि अन्वेषण करने वाला अधिकारी आप की नहीं सुनता है तो पुलिस के उच्चाधिकारियों को अपनी स्थिति स्पष्ट करें। हो सकता है पुलिस धारा 498-ए के मामले में आरोप पत्र ही प्रस्तुत नहीं करे।
आप धैर्य रखें और परेशान न हों। सभी मुकदमों को संजीदगी के साथ लड़ें। विवाह को शून्य घोषित कराने के मुकदमे पर पूरा ध्यान दें और उसे जल्दी निर्णीत कराएँ। 498-ए और धारा 125 के मुकदमों का आधार आप का उस लड़की के साथ विवाह है। यदि वह मुकदमा आप के पक्ष में निर्णीत हो जाता है तो विवाह शून्य घोषित होने के कारण अन्य दोनों मुकदमे इस निर्णय के आधार पर समाप्त हो जाएंगे।
Mera name satbir singh thakur ha main ney Saima Ansari say shadi ki joy ki Muslim ha or divorce bhi ha or honey notery say type Krya ki main apni Kushi say hindu dram apna rhi ho main ney bina ghr btya shadi ki Mandir main ab usna mera upper dorey case or mantaince case kiya huya ha mantince usko laga bhi chuka ha main kase apni marrige ko kase khtaam krao pls help me main bhout pareshan ho
Meri शादी ko 1 sal हो चूका है और मेरे पति शादी के बाद से ही मुझे मारता था और ४ महीने बाद मुझे माँ के पास छोड़ आया तब से लेकर आज तक लेने नहीं आया और उल्टा केस धारा ९ लगा दिया है न तो वो दहेज का पूरा सामान दे रहा है न पैसे दे रहा है न रजामंदी से कुछ होने दे रहा है
Sir meri shadi 2002 me hui jab mai 9 saal ka tha aur gauna 2011 me hua tab hmari age 18 saal thee 1 saal meri patni rahi iske baad usne mere upar 498a,125, 156,153(3) k section me mukadma Cort me chal raha hai jubki mai apni patni ko Lana chahata hu lekin wo aana nahi chahati hai sir mai bahut presaan hu sir mai Allahabad me civil services ke tayari karta hu is mukadme se maansik peerit hu please advise me sir.
Sir मेरा naam rajan है मेरे saadhi जून 2007 मे हुई thi taab say मे और meri
Wife सात रहते tha hamar एक ladka Bacha है Jo की is समय मेरे सात है sir २०१४ मे jab मैं duty मैं बहार गया तब sai ओ मेरा एक दोस्त के सात is ka affair chal raha tha Jo की muchi baat may malum huwa ए muchi तब malum huwa jab school की छुटि मैं मेरे मेरे बेटे के सात ओ Chennai साई wapas आई तब मैंने दिख की ओ मेरे दोस्त साई लिपट के kadhe थी और इसके बात मैंने डाइवोर्स का नोटिस भेज अब ओ मेरे से १२५ क्लेम कर रही है जब की मेरा बेटे मेरे सात मैं है और मैंने ous के kahne पर ओन के father के land पर ghar bana dhiya jesay banane मैं muchai 15 lakh tak lag गया jesay मैंने loan laykar और मेरा Bhai से credit lay कर बनाया था अब भी ओ हम से मेंटेनेंस मांग रही हैं और डाइवोर्स भी nahi de रही हैं ऐसै मैं may क्या करू सर
हेल्लो सर मेरा नाम राहुल है मेरी सगाई डाबर पिछोर में हुई थी लड़की और उसके घरबालों कैरक्टर ख़राब है यह हमे बाद में पता चला तो मैंने सगाई छोड़ दी थी एंड हमने जेबर सामान सबकुछ दिया था उन्होंने वापस नहीं किया और पुलिस में रिपोर्ट दाल दी की हमने दस लाख रूपए और फोरव्हीलर गाड़ी की मांग की है और पुलिस ने मेरे परिवार वालों दहेज़ एक्ट लगा दिया है एयर जाँच भी नहीं की हे शादी से पहले धरा ४९८अ लगा दी heहे क्या इस कैसे क्क़ैसे बचा जाये जानकारी जरूर डी प्लस
HI
बीबी मुझसे १० साल से मायके में रह रही हे और आठ
हज़ार मासिक ले रही हे
मेंअकेला अपनी जिंदगी काट रहा हु में क्या करू
मेरी हेबलप करो
मेरी बीबी मुझसे पिछले १०साल
sir namaste
meri bahanji ka 498-A ka case chal raha hai .jisko chlate hue. 7year ho gaye hai .but ab tak use nayay nahi mila hai. aur ab mujlim pach nabalik bataraha hai 10th mark sheet ke aadhar par isle lite kaya karna chahiye?
हम जो भी यहाँ लिखा ते हे क्या वो कोई पढ़ा कर रिप्ले देता हे या सब पागल हो गया हो यहाँ बताने से तुम्हरी प्रॉब्लम का सोलूशन्स माल हो तो यहाँ लिखो जब कोई सलूशन नहीं हे तो यहाँ बताने का क्या मतलब और सलूशन मिलता हे तो प्ल्ज़ मुझे इन्फॉर्म करे
मनीष जी,
लड़की ने जो लाई थी वो सब ले गई और हम ने जो दिये थे वो भी ले गई फिर भी वो हमे तगाने के लिए ipc 406 420 लगाए तो क्या करे ?
मेरे पास कुछ ऑडियो टेप है जिसमे उस ने कहा है की सामान तो सब उस ने ले गई है क्या ये साबुत अदालत माने गी plz रिप्लाई करे
Nahi mane gi cort audio or video ko nahi manta. This advice for your help
सर मेरी शादी २०१३ मे हुई ओर मेरी पत्नि केवल १३ दिन साथ रहि वाह भी ३ बार मे ओर मुझे अपने मायके मे रहने के लिये कहा पर मेने उसके मायके मे रहने से मना किया तो उसने मेरे खिलाफ़ 125का केस लगादिया जो खारिज हो गया और अब उसने हाइ कोर्ट मे अपील की हे और निचली कोर्ट मे धारा २३ वा ३० क केस लगाया हे मुझे क्या करना चाहिये?
मेरे इन लॉज़ बहोत ही गरीब है. मेरे ससुरजी चाय की लारी चलाते है. मेरी बीवी ने मेरे पर ५ लाख के दहेज़ मांगने के आरोप लगाये है. कोईं भी कॉमन सेंस वाला सोच सकता है की चायवाले के पास ५ लाख तो क्या ५ हजार भी नहीं होते है. मेरी बीवी ने अपने सरे गहने मइके और ससुराल के सभी गहने अपने पिताजी के घर चुपचाप भेज दिए है. अब हमारे पर यह आरोप लगा रही है की हमने गहनो को छुपकर रख दिए है. किसी चीज का सबूत हमारे पास नहीं है. क्या कर सकते है? उसी के तालुका प्लेस में केस चल रहा है तो मेरे वकील को भी धमकी देकर निकल दिया है. हम क्या कर सकते है? कैसे ऐसी बालाओं से छुटकारा पा सकते है?
मेरा नाम रोहित यादव है एक लड़की से बात करता था ४साल से मेरा उसके साथ शादी नहीं नहीं हुआ है एक बच्चा है उसका जो कहती है की मेरा है जो सही नहीं है उसने मेरे ऊपर १२५ का केस किया है केस में लिखा है की रीती रिवाज से शादी हुआ है और खर्चे का मांग कर रही है लड़की आदिवासी क्रिस्चन है लड़की का चाल चलन भी ठीक नहीं है मुझे क्या करना चाहिए
सर मेरी शादी २५ nov २००३ को हुई थी बो शादी के बाद अपने मैक्य चली गई और कभी कभी १ २ महेंय के लिया आ जाया करती थी जिस्सय उसको एक संतान भी हुई पैर बो मेरी पास नही आती थी और उसनी १२५ की तहत मुकदमा दाल दिया है तो प्लीज सर हेल्प में कुछ कार्य बताया डेट २३ oct २०१५ है किया मुघे मासिक भुगत्तान करना पड़ेगा मेरी प्राइवेट नौकरी है जिसे मई अपने घर का पालन पोषण करता हु
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२६/०५/२०१३ को मैंने मंदिर में एक लरके से बिना अपने घर में किसी को बताये शादी की थी. फिर मैं अपने मायके में रह कर अपने माँ पापा को उस लरके से शादी क लिए मानाने की koshish की . जब वो नहीं माने और मुझे प्रताड़ित करने लगे तब मैं १६/३/२०१४ को अपने घर से बिना अपने अभिभावक को सूचित kiye अपने पति के साथ उसके घर रहने आ गयी. फिर हमने १/४/२०१४ को अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन करवाया . जिसमे मेरे पति के जाननेवाले लोगो का गवाही है.
मेरे पिता ने १६/०३/२०१४ को मेरे सास और मेरे पति क ऊपर धरा ३६३,३६६ लगा कर उनपे केस किया.
डेढ़ साल तक केस चलने क बाद मेरे पिता ने इस बार 30/7/२०१५ को प्रोटेस्ट फाइल किया है. जिसमे उन्होंने कहा है:-
1. लरकि जो भी बोल रही है वो उस लरके क चंगुल में रह कर बोल रही है.
2. रजिस्ट्रेशन में लरकि के पक्ष से किसी का गवाही नहीं है.
३. और पता नहीं क्या कर के पुलिस को भी अपने में मिला लिया है. इसकी दुबारा जांच कराया जाये.
मैं जानना चाहती हूँ
१. क्या सिर्फ मेरा बयां मायने नहीं रखता?
2. क्या रजिस्ट्रेशन में गवाही लरका और लरकि दोनों के जानने वाले लोगो का चाहिए?
3. क्या ये केस मेरे पक्ष में होने की संभावना है?
सर मेरी शादी २५ nov २००३ को हुई थी बो शादी के बाद अपने मैक्य चली गई और कभी कभी १ २ महेंय के लिया आ जाया करती थी जिस्सय उसको एक संतान भी हुई पैर बो मेरी पास नही आती थी और उसनी १२५ की तहत मुकदमा दाल दिया है तो प्लीज सर हेल्प में कुछ कार्य बताया डेट २३ oct २०१५ है किया मुघे मासिक भुगत्तान करना पड़ेगा मेरी प्राइवेट नौकरी है जिसे मई अपने घर का पालन पोषण करता हु
सर मैं एक मस्लिम लड़की हु एंड मेरा हुसबंद न मुझे कुछ टाइम पहला तलाक नामा बेजा है जिस मैं ३ बर तलाक लिखा हुआ था मेरा १२५ क केस कोर्ट मैं चला रहा है जो पेंडिंग है अब मेरा पति दूसरी रहा कर रहा
है तो क्या मैं उसे रोक सकती हु एंड उस न जो तलाक दिया वो इस्लाम से सही नहीं है !
Meri sister ki umar 28 year hai unki shadi 2004 me hai sadi ke 1 saal tak unka aana jana apne sasural me raha uske baad kuch anban hone ki wajah se unlogo ne meri bahen ko humare yaha chhod diya TAB se lekr ab tak un logo ne abhi tak khabar nahi liya meri sister ab waha jana nahi charai wo us time ke hadse ko leke Dari hai hai mai dhara 125 aur 498 lagana chahta hu. Pls suggest me.
meri patni dwara mujh par aur mere pariwar me varnit sabhi sadasyo par 498-a laga dia hai.. mene talak ke liye aavedan dia tha, councelling hue par koi nateeja nhi nikla. uske baad meri patni ne 125 dhara (maintanance) ka lagaya hai. me part time nokri karta hun. hamari koi santan nhi hai. aur unka kehna hai ki me 10,000 rupess use masik dun. aise me kaise me use ye rashi de paunga. jabki mene talak me kaha ki me itni rakam nhi de sakta. kya iske bad b mujhe itne rupess patni ko dene honge. aur yadi me 2500 b kamata hun to mujhe law ke hisab se kitne rupess dunga. plz suggest me
मेरी शादी २० नवम्बर २०१३ को हुई थी वह मेरे साथ एक महीने रही और मेरी ओर से चढ़े हुए गहने उठा कर अपने घर चली गयी मेरा ससुर मेरा घर का मूल कागजात उठा ले गया है ओर मुझ पर घरेलू हिंशा का केश कर दिया है ऒर मेरी बहन पर दहेज़ उत्पीड़न का केश दर्ज कर दिया है मेरे घर पर अपने मायके वालो को बुलाकर मुझे लात जूतो से मरवाई तथा मुझे फर्जी तौर पर थाने पर दो दिन तक रखने के बाद मेरी स्कूटर भी ले गयी १२५ crpc का मुकदमा न्यालय में डाल कर मुझे नोटिस भेजा है प्लीज मुझे सही मार्गदर्सन दे
मै किडनी प्रत्यारोपित हूँ, मेरी शादी 2012 में हुई थी। शादी के बाद से ही वह सशुराल जाने को लेकर झगडा करती थी और अक्सर किसी और से फ़ोन पे बात भी करती थी।
मेरी माँ भी ह्रदय और अस्थमा की रोगी है और किडनी उन्होंने ही दिया है वो उनसे भी क्रूरता का वोयोहार करती थी जनवरी 2013 को वह अपने भाई और 2 लोगों के साथ मायके भाग गयी और तलाक और 2000000 की मांग करने लगी
किसी तरह मै अपनी मजबूरी बस दूसरो के माध्यम से जून 2014 में उसे ले आया
पर अगस्त 2014 में मायके के किसी कार्यक्रम के बहाने बाकी सभी सामनो सहित फिर चली गयी
लौट के आने पर 2 November को चालाकी से भाग कर महिला थाना में पहले झूटी रिपोर्ट लिखी
लेकिन वन्ही समझोता कर मै घर लाया और समझाया
पर वह नहीं मानी औरअगले दिन भाई और 7-8 लोगों को बुलाकर और धमकाकर घर भागकर गई
घर जाकर उसने 125 के अंतर्गत नोटिस भेजा
अब मुझे क्या करना चाहिय
मेरी अभी salary 14000 hi है
Jisme 6000/ month ke karib medicine hi lag jaati hai
मेरा विवाह ०६ मई २०07को indorसे हुआ था ! शादी के बाद से ही मेरी पत्नी का व्यवहार मेरे प्रति ठीक नहीं रहा और वह हमेशा ही मेरे साथ बदस की और आपत्तिजनक बाते करती थी और हमेशा फ़ोन पर किसी से बाते किया करती थी मेरे पूछने पर मुझसे तलाक लेने की बाते किया करती थी ! इसी तरह एक दिन झगड़ा करके अपना सारा सामान लेकर अपने मायके चली गयी और लगभग ढेड महीने के बाद वह पुनः वापस आकर रहने लगी और फिर लगभग २ महीने बाद झगड़ा करके वापस मायके दिनांक १२ मार्च १४ को चली गयी और धारा १२५ के तहत मुझसे मासिक खर्च मांग रही है जिससे मै बहोत परेशान हूँ ! उसके घर से जाने के बाद हम गाँव के सरपंच को लेकर उनके घर उसको लेने गए लेकिन उसने आने से मन कर दिया ! मैंने सामाजिक तौर पर बहुत कोशिश किया उसे अच्छे से समझा कर वापस लाने की लेकिन वह आने से मन कर रही है और वह किसी निजी अस्पताल में नर्स का काम कर रही है !
आपसे अनुरोध है की कृपया मुझे परामर्श दें
हम कमेंट्स में आई समस्याओं का उत्तर नहीं देते। आप अपनी समस्या निम्न लिंक पर भेजें…
https://teesarakhamba.com/%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%82%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%b8%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b9-2/
दिनेशराय द्विवेदी का पिछला आलेख है:–.बहू और उस के माता-पिता के स्थान पर खुद को रख कर सोचें, समाधान मिल जाएगा …
डिअर सर,
मेरी सादी १४ फ. २०१३ को हुई थी. और मेरी बीबी मेरे घर पे नही रहती ह वो हरवक्त अपने मायके रहती है मेरे घर पे मैक्सिमम १महिन से ज्यादा नही रही है. मेरी बीबी दुसरो में ज्यादे िटरेस्टरखती है जिससे मई काफी परेशान रहता हु मेरे मन करने क बाद भी वो मुझे धमकाती हैऔर मुझे हरवक्त टार्चर करती है और कहती मुझे divorce देदो मअ दूसरी सादी सादी करुँगी और इस समय मेरे और एरी फैमिली क ऊपर धरा १२५ मई मुकदमा कर चुकी है जिससे मई आहूत परेशान हु मेटे लाख मनाने के वाबजूद
वो मैंने क लिए तैयार नही hai उसका कहना है की मुझे हेर मंथ २०००० रूपए do मई अपने मायके में रहूंगी नही डोज तो तुम्हारीसाडी फमिलु को फसाऊँगी
सर मई बहुत परेशा हु मुझे समझ नही आ रहा ह की मई क्या करू प्लीज आप अच्छा से मार्गदरसर करे जिससे सब ठीक हो जए और मेरी बीबी मेरे पास जाये.
Regards
बिरेन्द्र गौतम
पथरदेवा
देवरिया
किसी नौकर को भी जबरन साथ नहीं रखा जा सकता। वह जब चाहे नौकरी छोड़ कर जा सकता है। फिर पत्नी को तो आप ब्याह कर लाए हैं। आप को पहले पता करना चाहिए था कि वह आप के साथ रहना भी चाहती है या नहीं। पर शायद उस से तो शादी के पहले बात ही न हुई होगी, हुई भी होगी तो औपचारिक तौर पर इतनी सी कि वह कहाँ तक पढी है और उसे क्या क्या आता है वगैरा वगैरा। अब आप ने बिना सोचे समझे उसे पत्नी के अधिकार दे दिए तो भुगतिए।
वह विवाह विच्छेद के लिए कह रही है तो दे दीजिए और दूसरा पार्टनर तलाशिए, और अब की बार सोच समझ कर।
तीसरा खंबा का पिछला आलेख है:–.समस्या का पता नहीं लग रहा है तो विधिक सेवा प्राधिकरण से काउंसलर नियुक्त करने का आग्रह करें।
सर मेरा केस सेक्शन १२५ के अंतर्गत चल रहा है मेरा सेक्शन ९ करीब १.५ वर्ष पहले डीडी हो चुका है जिसमे यह आदेश हुआ है की मेरी पत्नी मेरे साथ आकर रहे किन्तु मेरी पत्नी मेरे साथ नहीं रह रही है वह सेक्शन १२५ के अंतर्गत गुजरा भत्ता मांग रही है उसका यह केस फाइनल स्टेज पर है, कृपया हमें यह बताने की कृपा करे की क्या मुझे पैसा देना पड़ेगा या फिर कोई और तरीका है की मुझे पैसा न देना पड़े और मेरा तलाक भी हो जाये.
आप को अपनी समस्या विस्तार से निम्न लिंक पर प्रेषित करनी चाहिए।
तीसरा खंबा का पिछला आलेख है:–.घरेलू हिंसा मामले में संरक्षा अधिकारी के कर्तव्य …
मेरे पत्नी ने कलम १२५ दाखल कियाथा ,मेरेको उसकी कोई जानकारी नहि थी और केस का (एक तरफ निकाल लग गया) निकाल के बाद जब घरमे नोटिस आगई पैसे भरने केलिये तब पता चला , मेरे तरफसे कोई पुरावा नही हुवा विनालेखीजबाब अब मै क्या करु
हर महिनी रु ३००० भकना है
मै ड्रायवर हु ७००० महिनेके कमाता हु
क्या में apni patni ko धरा १२५ इ तहत भरण poshan का दवा कर सकता हु.
सौसौरभ
सर
मै बहुत ही परेसान हु . मेरी शादी १९९५ में हुई थी और गवाना २००० मे हुआ . उसके साथ करीब मेरा ६ महीना सम्बन्ध रहा , फिर वह अपने मायके चली गयी , २००४ में उसने एक दहेज़ उत्पीड़न और खर्चा १२५ का मुक़दमा कर दिया है , इसके बीच मे उसने दूसरी शादी केर ली और बिहार पुलिस मे नौकरी कर रही है जिसकी सैलरी २२५१५ रूपया है जो बिहार पुलिस पटना से आर . .टी.ई से मिला है . और दूसरे पति से लड़का भी है दूसरी सादी और लड़का का साबुत गाव का प्रधान लिख कर हमें दिया है हमारी साबुत फैमली जज मान नहीं रहा है हमने लड़की का मेडिकल की मांग की थी जो जज नहीं मान रहा है सर अब हम कया करे २०.८.२०१४ बहस सुन के फैसला करने वाला
है जब की इलाहबाद हाईकोर्ट लड़की की मेडिकल कीजांच की मांग मान ली है ,इस मुकदमे मे कया होगा , हमारा मार्गदरसन करे
आप का
शम्भू प्रसाद
ग्राम -फाजिलनगर
पोस्ट – फजीलनगनर
जिला – कुशीनगर [उ.प] पिन -274401
मो -9999058919
मेरा विवाह ०६ मई २०१३ को बालाघाट के रीना से हुआ था ! शादी के बाद से ही मेरी पत्नी का व्यवहार मेरे प्रति ठीक नहीं रहा और वह हमेशा ही मेरे साथ बदसलूकी और आपत्तिजनक बाते करती थी और हमेशा फ़ोन पर किसी से बाते किया करती थी मेरे पूछने पर मुझसे तलाक लेने की बाते किया करती थी ! इसी तरह एक दिन झगड़ा करके अपना सारा सामान लेकर अपने मायके चली गयी और लगभग ढेड महीने के बाद वह पुनः वापस आकर रहने लगी और फिर लगभग २ महीने बाद झगड़ा करके वापस मायके दिनांक १२ मार्च १४ को चली गयी और धारा १२५ के तहत मुझसे मासिक खर्च मांग रही है जिससे मै बहोत परेशान हूँ ! उसके घर से जाने के बाद हम गाँव के सरपंच को लेकर उनके घर उसको लेने गए लेकिन उसने आने से मन कर दिया ! मैंने सामाजिक तौर पर बहुत कोशिश किया उसे अच्छे से समझा कर वापस लाने की लेकिन वह आने से मन कर रही है और वह किसी निजी अस्पताल में नर्स का काम कर रही है !
आपसे अनुरोध है की कृपया मुझे परामर्श दें !
धन्यवाद …..
योगेश कुमार लांजेवार
जिला बालाघाट
मध्यप्रदेश
चिन्ता न करें। बेटे की कस्टडी वयस्क होने तक आप से लिया जाना असंभव जैसा है। आप क्रूरता के आधार विवाह विच्छेद की अर्जी लगा कर विवाह विच्छेद का प्रयास करें। पति की धमकियों में न आएँ।
दिनेशराय द्विवेदी का पिछला आलेख है:–.क्रूरता के आधार पर विवाह विच्छेद का आवेदन प्रस्तुत करें.
मैंने लव मैरिज की थी ५ साल पहले हाई कोर्ट चंडीगढ़ से तब मेरे पति मुझे बहुत अचे से रखते थे और मेरे घर मेरी मम्मी के पास ही रहते थे पिछले ४ साल से जब उनके पास कोई जॉब नही थी तब उनका सारा खर्च मेरी मम्मी ही उठाती थी लेकिन अब वो कोर्ट में लीगल ऐड डिपार्टमेंट में जॉब करते है और अब मेरी मम्मी क पास भी नही रहते अब मेरा ढाई साल का एक बेट्टा है अब वो अपनी माँ क कहने पर मुझे मरता है और कहता है की मई लड़का तुझ से लेकर तुझे छोड़ दूंगा और अब मई भी उसके साथ नही रहना चाहती तो ऐसा क्या कृ की लड़का मेरे पास ही रहे और मई उस पर मैन्टन्स का केस फाइल कर सकु मुझे सुगेस्ट करे
MERA ONE SIDE X PARTY HO CHUKA HAIN DIVOCE MAGAR ABHI 125 OR 498 CHAL RA HA VO LOG MUJHE BAHOT HARASMENT KARTE HA OR HUMKO GHAR ME AA KR DHAMKATE HAIN OR 20 LAKH KI DIMOND KAR RAHE HAIN OR MERI WIFE 4 SAAL SA ALAG REHTI HAIN SHARAM SA BAHAR BHI NAI NIKAL PATA MERI EK BACHI BHI HA JO BAHOT DUKHI HAI
बेटी यदि पत्नी के पास है तो बेटी का भरण पोषण तो देना पड़ेगा। तलाक शुदा पत्नी का भी तब तक देना होगा जब तक वह फिर से विवाह नहीं कर लेती है। ४९८-ए का मुकदमा तो मेरिट पर ही निर्णीत होगा। इस में समझौता संभव नहीं है। केवल उच्च न्यायालय ही समझौते के आधार पर इसे समाप्त कर सकता है। यदि पत्नी अपने और बेटी के आजीवन भरण पोषण के लिए दो लाख की मांग करती है तो यह वाजिब ही है। आप दे कर समझौते के आधार पर मुकदमों को समाप्त क्यों नहीं करवा लेते।
दिनेशराय द्विवेदी का पिछला आलेख है:–.क्रूरता के आधार पर विवाह विच्छेद का आवेदन प्रस्तुत करें.
जी,
लड़की ने जो लाई थी वो सब ले गई और हम ने जो दिये थे वो भी ले गई फिर भी वो हमे तगाने के लिए ipc 406 420 लगाए तो क्या करे ?
मेरे पास कुछ ऑडियो टेप है जिसमे उस ने कहा है की सामान तो सब उस ने ले गई है क्या ये साबुत अदालत माने गी plz रिप्लाई करे