अपने उत्तराधिकार के बारे में शंका होने पर वसीयत कर दें।
राजू ने सवाई माधोपुर राजस्थान से पूछा है-
मेरी पत्नी के कोई औलाद नहीं होने पर टेस्ट टयूब बेबी का इलाज लिया जो सफल नहीं होने पर एक बच्चा अनाथालय से गोद लिया। बच्चा गोद लेते ही मेरी पत्नी अपने परिवार वालों से मिलकर मेरे घर को छोडकर चली गयी तथा मेरे व भाई के उपर 498अ, 406 व 323 का मुकदमा दर्ज करा दिया। इसी बीच मेरा कोर्ट से तलाक हो गया। उसने भरण पोषण का मुकदमा दर्ज करा दिया जिसमें 10 हजार रूपये महिने का भरण पोषण का आदेश करा लिया। मैं गम्भीर बीमारी से ग्रस्त हूँ। मेरी मृत्यु के पश्चात क्या मेरी पूर्व पत्नी मेरी सम्पति में से हिस्सा बँटवा सकती है।
समाधान-
आप अपनी पूर्व पत्नी से तलाक ले चुके हैं इस कारण अब आप की पूर्व पत्नी आप की पत्नी नहीं रही है और उसे आप की संपत्ति में किसी प्रकार का कोई उत्तराधिकार प्राप्त करने का अधिकार नहीं है। इस कारण वह आप की संपत्ति पर किसी प्रकार का कोई दावा नहीं कर सकती है। आप एक बच्चा गोद ले चुके हैं इस कारण वही एक मात्र उत्तराधिकारी रह गया है। आप के जीवनकाल के उपरान्त वही आप की संपत्ति का एक मात्र उत्तराधिकारी होगा।
फिर भी किसी भी तरह की शंका आप को हो तो आप अपनी समूची सम्पत्ति की वसीयत आप के गोद पुत्र के नाम कर के उसे उप पंजीयक के यहाँ पंजीकृत करवा सकते हैं। यदि गोद पुत्र अभी नाबालिग है तो आप को चाहिए कि आप अपने जीवनकाल के बाद उस के संरक्षक की नियुक्ति भी उसी वसीयत मे कर दें।
मेरे पिताजी का देहांत सन 2004 में हो गया था तथा मेरे बाबा स्वास्थ अच्छा नहीं था और मेरे सगे चाचा और चचेरे भाई के अधिवक्ता होने का फायदा उठाकर दूसरी तहसील में जाकर एक वसीयत लिखवा ली वसीयत ०३/१२/2012 की है और बाबा को घर से दवा लेने के बहाने हैदरगढ़ ले गए और वहीं पर निबंधन कार्यालय में वसीयत वसीयत लिखवाकर रजिस्टर्ड करवाया तथा अंतिम पृष्ठ पर जो दो हाशिया गवाह ईश्वरदीन पुत्र मैकू व रंजीत पुत्र राम दुलारे यह दोनों गवाह ससुर व दामाद हैं है तथा तथा यह दोनों gawah ईश्वरदीन वा रंजीत सब रजिस्ट्रार के समक्ष उपस्थित न होकर अन्य दो गवाह विजय राज सिंह ग्राम किशोर त्रिपाठी उपस्थित होकर सब रजिस्टार के समक्ष सिग्नेचर बनाए तथा मेरे सगे चचेरे भाई ने फोटो प्रमाणित की तथा सिग्नेचर भी प्रमाणित किया यह वसीयत मेरे चचेरे भाई की मां के नाम हुई है तथा मेरे सगे चचेरे भाई ने फोटो प्रमाणित की तथा सिग्नेचर भी प्रमाणित किया यह वसीयत मेरे चचेरे भाई की मां के नाम हुई है इस वसीयत के संबंध में राय