कोई नहीं मानेगा कि सरकारी कर्मचारी के पास पत्नी के भरण पोषण के लिए पैसा नहीं था।
एस.एम. सोलंकी ने क्ष्रिपा, मध्यप्रदेश से समस्या भेजी है कि-
मेरे भाई के विरुद्ध 125 दंड प्रक्रिया संहिता का आदेश है। उस ने भरण पोषण की राशि पिछले साल से अदा नहीं की क्यों कि उस के पास पैसे नहीं हैं। क्या उसे जेल जाना पड़ेगा? उस की सरकारी नौकरी तो नहीं जाएगी।
समाधान–
आप का भाई सरकारी कर्मचारी है और उसे नौकरी करने पर प्रतिमाह वेतन मिलता है। निश्चित रूप से भऱण पोषण की राशि उस के वेतन के एक तिहाई से अधिक नहीं होगी। इस अवस्था में यह बात समझ में आने लायक नहीं है कि आप के भाई के पास पैसे नहीं थे। दुनिया का कोई भी व्यक्ति इस बात को स्वीकार नहीं करेगा।
आप के भाई की प्राथमिकताएँ भिन्न हैं। यदि न्यायालय का आदेश है तो भाई को चाहिए था कि वह वेतन मिलते ही तुरन्त भरण पोषण की राशि का भुगतान करता शेष राशि से अपने खर्चे चलाता। यदि आप का भाई किसी कारणवश निलंबित हो जाता तो उसे केवल आधा वेतन मिलता फिर वह क्या करता? अब आप उस की नौकरी जाने से डर रहे हैं।
यदि आप के भाई की पत्नी उक्त राशि की वसूली के लिए न्यायालय में आवेदन करती है तो न्यायालय पहले वसूली वारंट निकालेगा। यदि उस से काम न चलेगा तो गिरफ्तारी वारंट भी निकालेगा। फिर भी वह राशि जमा नहीं की तो वह उसे जेल भेज देगा। सरकारी नियम के अनुसार 24 घंटे से अधिक जेल में रहने पर आप का भाई निलंबित कर दिया जाएगा। यदि कोई अन्य मामले में दंडित हो गया तो उस की नौकरी भी जा सकती है। जेल में रहने के कारण वह अनुपस्थित रहेगा तो उस का वेतन काटा जा सकता है। और इसी कारण से उस की नौकरी जा भी सकती है।
बेहतर यह है कि आप का भाई भरण पोषण की राशि अदा कर दे। पत्नी के साथ अपने विवाद को समाप्त करने का प्रयत्न करे।