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आप के लिए अलग गृहस्थी बसाना उचित होगा।

समस्या-

मेरी शादी 28 फरवरी 2017 को लव मैरेज हुई थी। मेरी पत्नी का दूसरा विवाह था, पहले से तलाक लेने के बाद मेरे से शादी हुई थी। तब सब ठीक था, पर कुछ समय बीतने के बाद घर वालों ओर मेरी पत्नी के बीच गृहक्लेश बढ़ता ही जा रहा है। वजह उनका गुस्सा वो चाहती है के घर में कोई काम को न कहे। वह जो चाहे अपनी मर्ज़ी से करने लगी, जब मन करता था तब उठना, काम न करना, पूरे दिन अपने घर वालों से फ़ोन पर बात करना, अपनी मर्ज़ी के कपड़े पहनना जिससे घर का माहौल बिगडता चला गया। मेरी माँ रोती है। वजह पूछने पर सिर्फ घर से अलग होने को कहती है। मेरे पिता जी एक डॉक्टर के यहां कंपाउंडर की जॉब करते हैं और मैं भी एक सेल्स मैन की प्राइवेट जॉब करता हूँ। घर में हम तीन भाई हैं, सबसे बड़ा मैं ही हूँ, दो मेरे से छोटे हैं, जो कि पढ़ाई करते हैं। दादी जी भी साथ रहती हैं पूरी फैमली किराये के मकान में रहती है। पिताजी की उम्र 56 के करीब हो गई है। माँ भी हाउस वाइफ हैं। ऐसे में मैं अपने घर वालों को छोड़कर नहीं जाना चाहता। क्योंकि पिता जी घर का खर्च अकेले नहीं चला पाएंगे और ना ही मैं अपने घर वालों को ऐसी हालत में भी देख पा रहा हूँ। अलग रहकर कोई मदद भी नहीं कर पाऊंगा। अब हालात और ज्यादा खराब हो गए हैं, वह घर में तू तड़ाक की गंदी भाषा का इस्तेमाल करने लगी है। मैं अपनी पत्नी के घर वालों से जब भी उसकी शिकायत करता हूं वे एक ही बात बोलते है। तुमने अपनी मर्ज़ी से शादी की है खुद झेलो। वह ठीक इन्ही शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। इन्हें तलाक देने को कहता हूं तो मना कर देती है और कहती है मुझे यहाँ से ऐसे कोई नही निकाल सकता। मेरी एक साल की छोटी बच्ची भी है। इतने टाइम से सबको समझा समझा कर यह तक इस शादी को लेकर आया हूँ पर इससे आगे नहीं जा सकता। आप बतायें, मुझे क्या करना चाहिए। मैं तलाक चाहता हूँ। मेरी मदद कानून कैसे कर सकता है।

-उज्ज्वल कुमार, काशीपुर, उत्तराखंड

समाधान-

आप ने स्वयं स्वेच्छा से एक तलाकशुदा स्त्री से विवाह किया है। हो सकता है विवाह के पूर्व आपने अपने जीवन की वास्तविकताएँ अपनी पत्नी को न बताई हों। ऐसा लगता है कि आप की पत्नी ने भी विवाह पश्चात की वास्तविकताएँ नहीं समझी हों। ऐसा लगता है आप दोनों ने महज आकर्षण के अंतर्गत विवाह किया है। अब आकर्षण टूट रहा है।

आप के पिता की उम्र ऐसी है कि वे अभी 5-10 वर्ष और काम कर सकते हैं। दो भाई आप के और हैं, वे पढ़ रहे हैं। आपकी यह सोच कि आप के अलग हो जाने के बाद आप के पिता काम नहीं कर सकेंगे, ठीक नहीं है। वे कर सकते हैं, इसी कारण आप को अलग रहने को कह रहे हैं। आप के लिए यही वक्त है जब आप को अपनी स्वतंत्र गृहस्थी बसाने की तैयारी शुरू करनी चाहिए। हमेशा यह संभव नहीं है कि आप आपके माता-पिता और आपके दो भाई एक साथ रह सकें। कभी न कभी सब को अपने परिवारों के लिए अलग पारिवारिक इकाइयाँ खड़ी करनी पड़ेंगी। आप यदि परिवार की मदद करते हैं और बाद में कभी अलग होते हैं तो आप और आपकी पत्नी यह भी कह सकते हैं कि आपने माता पिता व भाइयों के लिए बहुत कुछ किया लेकिन वे इसका एहसान नहीं मानते।

यदि आप अलग जा कर रहते हैं तो फिर आप की पत्नी को सब काम अकेले करने होंगे। बच्ची अभी एक वर्ष की है। आप की पत्नी के लिए उसे संभालना आसान नहीं होगा। आप पहले अपनी पत्नी को कहिए कि आप अलग जा कर रह सकते हैं। लेकिन उसके लिए आप को वर्तमान काम में मेहनत करनी होगी और अधिक समय कमाई के लिए देना पड़ेगा या वर्तमान काम के साथ कुछ और कमाना होगा। जिससे घर को ठीक से चलाया जा सके। क्या वह सब कुछ संभाल लेगी। उसे सारे दायित्व गिनाइए और उसे पक्का कीजिए कि वह अकेले रहने पर सब दायित्वों को ठीक से निबाहेगी।

कानूनी रूप से आप तलाक भी ले लेंगे तो इतनी छोटी बच्ची की कस्टडी आप को नहीं मिलेगी। पत्नी और बच्ची अपने मायके में या अन्यत्र कहीं रहेंगी। आप को उन के खर्चे देने पड़ेंगे। तब आप कहेंगे कि आप की आय कम है और माता-पिता व भाइयों को भी मदद करनी पड़ती है आप पत्नी और बच्ची को भरण पोषण नहीं दे सकते। तब स्थिति अत्यन्त विकट होगी। उतना खर्च देने के बाद आप न तो खुद अपने लिए कुछ कर पाएंगे और न ही माता-पिता, भाइयों की कोई मदद कर पाएंगे। इस कारण आप के माता-पिता सही कहते हैं कि आप अलग हो जाएँ। आप के पास इस समय तलाक का कोई अच्छा आधार भी नहीं है।

इन परिस्थितियों में हमारी राय तो यही है कि आप किसी तरह से कानूनी पचड़े में न पड़ कर अपनी पत्नी को अलग रहने के बाद के दायित्वों के बारे में समझाएँ। यदि वह ठीक से साथ रहने को तैयार है और उसके व्यवहार से आप के माता-पिता संतुष्ट होते हैं तो साथ रहिए। अन्यथा पत्नी को अलग रहने के बाद की वास्तविकताओं में जीने के लिए वायदे करते हुए अलग हो जाइए। वही आप के लिए बेहतर होगा।

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