उत्तराधिकारी की संपत्ति से बेदखली
|समस्या-
मुम्बई महाराष्ट्र से सतीश यादव ने पूछा है-
हम तीन भाई है। पापा ने निर्णय किया है कि वे बीच वाले भाई को अपनी संपत्ति से बेदखल कर देंगे। पापा की संपत्ति उन की खुद की कमाई हुई है। बीच वाले भाई को बेदखल करने के लिए पापा को क्या करना होगा?
समाधान-
आप के पापा की संपत्ति उन की स्वअर्जित संपत्ति है वे अपने जीवनकाल में उस संपत्ति के साथ कुछ भी कर सकते हैं, विक्रय कर सकते हैं, दान कर सकते हैं या अन्य रीति से उसे हस्तांतरित कर सकते हैं। उन की संपत्ति उन के देहान्त के उपरान्त किसे मिले इस संबंध में वसीयत कर सकते हैं। यदि किसी संपत्ति की वसीयत कर दी जाती है तो संपत्तिधारक की मृत्यु के उपरान्त वह उत्तराधिकारियों को प्राप्त होने के स्थान पर उस व्यक्ति या व्यक्तियों को प्राप्त होती है जिन्हें वह वसीयत की गई है। इसलिए किसी सम्पत्ति से किसी उत्तराधिकारी को वंचित (बेदखल) करने का उपाय यही है कि संपत्तिवान व्यक्ति अपनी संपत्ति जिन्हें देना चाहता है उन के नाम वसीयत कर दे। जिन्हें नहीं देना चाहता उन के लिए वसीयत में कोई संपत्ति न देने का उल्लेख कर दे। इस तरह की वसीयत को उप पंजीयक के यहाँ पंजीकृत करा देना चाहिए।
यदि मंझले बेटे से पापा को कोई ऐसी परेशानी हो सकती हो जिस से पापा के जीवनकाल में उन की संपत्ति पर कोई आँच आने की संभावना हो तो पापा एक विज्ञप्ति दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित करवा दें कि उन्हों ने अपने मँझले बेटे से सारे सम्बन्ध विच्छेद कर लिए हैं और अपनी समस्त संपत्ति की वसीयत कर दी है जिस में मँझले पुत्र को सभी प्रकार की संपत्ति से वंचित कर दिया गया है।
पिता को तीनो बेटो को आपस में बात करना होगी ..आखिर बाप ही तो बेटो को sudharega
उत्तम जानकारी
अपने ये नहीं बताया की क्यों बे दखल करना चाहते, बिना वाजिब कारन के आपको अपने पिता को समझाना चाहिए की वह उसको बे दखल न करे क्योंकि आखिर हे तो भाई ही
राजेंद्र सिंह अजमेर राजस्थान
अपने ये नहीं बताया की क्यों बे दखल करना चाहते, बिना वाजिब कारन के आपको अपने पिता को समझाना चाहिए की वह उसको बे दखल न करे क्योंकि आखिर हे तो भाई ही
राजेंद्र सिंह अज्म्र राजस्थान