हिन्दू स्त्री अपने नाम की संपत्ति की संपूर्ण स्वामी है।
|मोहन लाल सैनी ने सीकर, राजस्थान से पूछा है-
मेरी माँ के नाम से दो प्लाट हैं और हम तीन भाई और एक बहन हैं। मैं भाइयों में सब से छोटा हूँ और बहन मुझ से भी छोटी है। क्या मुझे माँ के प्लाट में कोई हक है? जबकि मैंने मेरी अब तक की पूरी कमाई उन के साथ ही लगायी है।
समाधान-
किसी भी स्त्री के नाम जो संपत्ति होती है हिन्दू विधि के अनुसार वह उस की अकेली स्वामी होती है। इस तरह आप के माँ के नाम जो भी संपत्ति है वह उस की संपूर्ण स्वामी आप की माताजी हैं। उन के जीवनकाल में उस संपत्ति को किसी भी तरह से बेचने, दान करने, हस्तान्तरित करने आदि का अधिकार है। उन्हें उस संपत्ति की वसीयत करने का भी अधिकार है।
यदि आप की माताजी अपने जीवनकाल में उक्त संपत्ति को किसी भी तरह से हस्तान्तरित नहीं करती हैं और कोई वसीयत भी नहीं करती हैं तो उन के जीवनकाल के उपरान्त आप तीन भाइयों और एक बहन को उन की संपत्ति में समान हिस्सा अर्थात प्रत्येक को ¼ हिस्सा प्राप्त होगा। आप जो अपनी आय में से लोगों पर जो भी खर्च कर रहे हैं उस का कोई महत्व इस संपत्ति के मामले में नहीं है।
मेरे पिताजी उनके सात भाई और दादीजी के नाम से कृषि ज़मीन हे / दादाजी का स्वरगवास १९८० में हो गया था / ज़मीन दादाजी के नाम से थी / १९८२ में ज़मीन के खाते पटवारी रिकॉर्ड में पिताजी की ४ बहनो की सहमति से पटवारी रिकॉर्ड में दादीजी एवं ८ भाई का समान भाग हो गया था / दादीजी का स्वर्गवास १ वर्ष पूर्व २०१५ में हो गया हे /उक्त भूमि उज्जैन म. प्र . में हे / मेरा प्रश्न हे की क्या मेरे पिताजी की चार बहनो का जो अभी जीवित हे / उक्त ज़मीन में बहनो का कानूनन क्या हक़ बनता हे ( दादीजी के भाग पर या समस्त ज़मीन पर ) उक्त ज़मीन का बटवारा भी करवाना हे इसका क्या प्रोसेस हे
कृपया जवाब का इंतजार हे / धन्यवाद
मेरे पिताजी उनके सात भाई और दादीजी के नाम से कृषि ज़मीन हे / दादाजी का स्वरगवास १९८० में हो गया था / ज़मीन दादाजी के नाम से थी / १९८२ में ज़मीन के खाते पटवारी रिकॉर्ड में पिताजी की ४ बहनो की सहमति से पटवारी रिकॉर्ड में दादीजी एवं ८ भाई का समान भाग हो गया था / दादीजी का स्वर्गवास १ वर्ष पूर्व २०१५ में हो गया हे / मेरा प्रश्न हे की क्या मेरे पिताजी की चार बहनो का जो अभी जीवित हे / उक्त ज़मीन में बहनो का कानूनन क्या हक़ बनता हे ( दादीजी के भाग पर या समस्त ज़मीन पर ) उक्त ज़मीन का बटवारा भी करवाना हे इसका क्या प्रोसेस हे
कृपया जवाब का इंतजार हे / धन्यवाद