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अचल संपत्तियों के लिए उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा सकता

समस्या-

अजमेर, राजस्थान से दीपक ने पूछा है-

मेरे चाचा ने कर्नाटक के जिला बागलकोट, तहसील हुन्गुन्द में एक प्लाट ख़रीदा जो कर्नाटक सरकार के KSSIDC इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित है।  मेरे चाचा का देहांत हो गया है।  मैंने अपने यहाँ पंचायत से उत्तराधिकार प्रमाण पत्र (Succession Certificate) बनवा लिया।  मुझे  प्लाट चाचा जी की पत्नी, मेरी चाची के नाम करवानी है।  इस कारण मैं KSSIDC ऑफिस, बेलगाम गया और वहाँ मैंने मृत्यु प्रमाण पत्र, उत्तराधिकार प्रमाण पत्र आदि प्रस्तुत कर  दिए पर वहाँ के अधिकारी ने कहा कि पंचायत का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र यहाँ नही चलेगा।  न्यायालय का बना हुआ चलेगा।
उनसे पूछने पर बताया कि पंचायत, तहसीलदार का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र कर्नाटक में 6 माह ही वैध है उसके बाद न्यायालय का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र देना होगा।  जो कि पंचायत, तहसीलदार के उत्तराधिकार प्रमाण पत्र को वहाँ की कोर्ट में पेश करने के 10 -15 दिन बाद मिल जाता है |
मैंने अजमेर में वकील से पूछा तो उसने कहा कि यहाँ कोर्ट से उत्तराधिकार प्रमाण पत्र बनने में एक साल लगेगा कम से कम और अंकल कि प्रॉपर्टी का कुछ प्रतिशत कटेगा | अतः मुझे बताये कि उत्तराधिकार प्रमाण पत्र को अजमेर से बनवाने में कम से कम कितना समय लगेगा और क्या करूँ?

समाधान-

त्तराधिकार प्रमाण पत्र उस क्षेत्र के जिला न्यायाधीश द्वारा जारी किया जाता है जिस क्षेत्र में मृतक मृत्यु के समय सामान्य रूप से निवास करता था। यदि मृतक का कोई स्थायी निवास नहीं था तो उस क्षेत्र का जिला न्यायाधीश इसे जारी कर सकता है जिस क्षेत्र में मृतक की संपत्ति या उस का कोई अंश पाया गया हो। यदि आप के चाचा अजमेर जिले के स्थाई निवासी थे तो उत्तराधिकार प्रमाण पत्र अजमेर जिले के जिला जज ही जारी करेंगे। लेकिन जिला जज द्वारा उत्तराधिकार प्रमाण पत्र केवल सीमित उद्देश्यों के लिए मृतक की सीक्योरिटीज तथा ऋण हैं उन के लिए ही जारी किए जा सकते हैं। सीक्योरिटीज का अर्थ यहाँ प्रोमिसरी नोट, डिबेंचर, स्टॉक व राज्य तथा केन्द्र सरकार से प्राप्त होने वाली नकद राशियाँ, बोण्ड, एन्युटी आदि है। इस का अर्थ यह है कि उत्तराधिकार प्रमाण पत्र केवल चल संपत्तियों के सम्बन्ध में ही जारी किए जा सकते हैं। आप के चाचा द्वारा खरीदा गया औद्योगिक भूखण्ड एक अचल संपत्ति है। इस संपत्ति के लिए कोई उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जिला न्यायाधीश द्वारा जारी नहीं किया जा सकता। अचल संपत्ति का स्वामित्व मृतक की व्यक्तिगत विधि के अनुसार वसीयत होने पर वसीयती को तथा वसीयत न होने पर मृतक के उत्तराधिकारियों को स्वतः ही हस्तान्तरित हो जाता है। इस के लिए राजस्व रिकार्ड में केवल नामान्तरण कराना होता है। वस्तुतः आप के चाचा के उक्त भूखंड का नामान्तरण होता है।

ह नामांतरण राजस्व विभाग द्वारा जारी किए गए विधिक प्रतिनिधि प्रमाण पत्र, विधिक प्रतिनिधियों के घोषणा पत्रों /शपथ पत्रों के आधार पर स्थानीय समाचार पत्र में आपत्तियाँ आमंत्रित करने की सूचना के प्रकाशन के बाद कर दिया जाता है।  आप को KSSIDC से गलत जानकारी दी गई है।  कभी कभी ऐसा भी होता है कि उच्चाधिकारियों तक को यह ज्ञान नहीं होता कि अचल संपत्ति के लिए उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जा सकता। इस कारण से मेरी राय है कि आप को KSSIDC को यह बताते हुए कि अचल संपत्ति के लिए उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सकता उन से पुनः जानकारी करनी चाहिए कि आप को नामान्तरण कराने के लिए क्या करना होगा? उत्तराधिकार प्रमाण पत्र कितने दिन में जारी हो सकता है इस की जानकारी करने के लिए आप यहाँ क्लिक कर के तीसरा खंबा की पुराना लेख ‘उत्तराधिकार प्रमाण पत्र कितने दिन में बनेगा?’ पढ़ सकते हैं।

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