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विधवा द्वारा दत्तक ग्रहण

lawसमस्या-
बाबू साहब ने दरभंगा, बिहार से पूछा है-

मेरे मामाजी तीन भाई थे। पहले (उम्र- 58 वर्ष) को एक पुत्र और तीन पुत्री हैं। इन का पुत्र 18 वर्ष से कम उम्र का है एवं सभी पुत्रियों का विवाह हो चुका है। दूसरे (उम्र-45) वाले नि:संतान थे जिन की मृत्यु दो साल पहले हो गई। तीसरे (उम्र-4०) वाले को पॉच पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। सभी संतान 18 वर्ष से नीचे के उम्र के हैं। दूसरे वाले मामा की मृत्यु के बाद उनको अग्नि तीसरे वाले मामा के तीसरे पुत्र ने दिया। कर्म समाप्त होने के बाद पंचो के समक्ष उस लड़के को दूसरी मामी को गोद दिया गया और कोर्ट से गोदनामा भी बनाया गया। दूसरी मामी स्वभाव की ठीक नहीं है। मामा की असमय मृत्यु (45 वर्ष के उम्र में) उसी के कारण हुआ। पुरे परिवार से बराबर झगड़ा किया करती थी। गोद लेने के दो महिने बाद झगड़ा करके उसने लड़के को तीसरे मामा को वापस कर दिया। अब वह जमीन बेच कर कहीं और जाना चाहती है। मामा की मृत्यु के बाद मिले बीमा के पैसों को भी इधर-उधर कर रही है। सारा खेत का जमीन पहले वाले मामा के नाम से है जो किसी तीसरे व्यक्ति से खरिदा गया था। घर वाला जमीन उनके पिता के नाम से है एवं घर के पीछे की जमीन तीनों भाइयों के नाम से है। कृपया बतायें कि क्या वो जमीन बेच सकती है। उस गोद लिये बच्चे का क्या हक है? आप को बता दें कि मेरी माँ दो बहन हैं। मैं नानी गॉव मे ही बसा हूँ। कुछ दिन पह्ले गॉव की एक अभद्र औरत के साथ मिलकर मामी ने अपराधिक मामला में फँसाने का धमकी भी दी है।

समाधान-

प के मामा का देहान्त होते ही आप के मामा की जो व्यक्तिगत संपत्ति थी वह तो उत्तराधिकार में आप की मामी को प्राप्त हो चुकी है क्यों कि मामा के कोई संन्तान नहीं थी। अब आप के तीसरे मामा की सन्तान को उस ने गोद लिया है। जिसे आप कहते हैं कि उसे वापस तीसरे वाले मामा को दे दिया है। लेकिन एक बार किसी सन्तान को गोद ले लिया जाए तो उसे वापस नहीं दिया जा सकता। इस कारण वह लड़का अभी भी मामी का गोद पुत्र है। गोद ली हुई संतान मामी ने मामा की मृत्यु के बाद गोद ली है इस कारण वह केवल मामी का गोद पुत्र है मामा जी का नहीं। इस कारण उस का मामी पर वही अधिकार है जो कि केवल मामी के पुत्र का होता। किसी भी स्त्री की संपत्ति पूरी तरह से उसी की होती है। इस कारण से आप की मामी को जो संपत्ति मामा से उत्तराधिकार में प्राप्त हुई है उस पर उस का पूरा अधिकार है उसे वह बेच सकती है या किसी को दे सकती है। बीमा के पैसे उस के ही हैं, वह उन का कुछ भी कर सकती है।

खेत की जमीन पहले वाले मामा के नाम है तो उन की ही है। इस कारण दूसरी मामी उस को नहीं बेच सकती। घर की जमीन मामा के पिता जी अर्थात आप के नाना के नाम है इस कारण वह उसे भी नहीं बेच सकती। यदि आप के नाना नहीं हैं तो वह उस घऱ में अपना हिस्सा जरूर मांग सकती है। लेकिन वह संपत्ति पुश्तैनी हो जाने के कारण उस में दूसरे मामा के हिस्से में मामी के साथ साथ मामी द्वारा गोद लिए पुत्र का भी बराबर का हक है। पीछे की जमीन जो तीनों भाइयों के नाम है उस में भी मामी का हिस्सा है। लेकिन उस में गोद लिए पुत्र का कोई हिस्सा नहीं है। मामी चाहे तो इस जमीन में हिस्सा मांग सकती है लेकिन इस हिस्से को प्राप्त करने के लिए उसे न्यायालय में कार्यवाही करनी होगी। मामी की मृत्यु के बाद यदि कोई संपत्ति बचती है तो उस का उत्तराधिकार उन के द्वारा गोद लिए पुत्र को प्राप्त होगा।

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