विधिक सेवा प्राधिकरण को आवेदन करें, योग्य होने पर सरकारी खर्च पर वकील मिलेगा
|रमेश कुमार सिरफिरा जी ने तीसरा खंबा को धड़ाधड़ तीन मेल कर के अपनी समस्या सामने रखी है —–
1. मेरी पत्नी ने मुझ पर धारा 406 और धारा 498-ए का का झूठा मामला दर्ज कराया है। मैं अपनी बात को कैसे अदालत के सामने रखूँ? मेरे पास वकीलों को देने के लिए पैसे नहीं हैं क्या मुझे जेल में रहना होगा?
2.क्या कोर्ट मैरिज करने के चार साल बाद दहेज की धारा लगाई जा सकती है? जब कि कभी दहेज की मांग की ही नहीं।
3.क्या धारा 406, 498-ए में जमानत मिलती ही नहीं है?
उत्तर —
सिरफिरा जी,
एक तो आपने नाम ऐसा रखा हुआ है कि यदि पुलिस को यह नाम पता लगेगा तो आप से कुछ विशिष्ठ व्यवहार कर सकती है। यह विशिष्ठ व्यवहार आप के लिए लाभदायक भी हो सकता है और हानिकारक भी। वैसे पुलिस का रवैया आप खुद जानते हैं। यदि उन के पास तिल्ली या कोई ऐसा ही दाना उन के पल्ले पड़ जाए तो वे तब तक दबाते हैं जब तक उस से तेल निकलने की संभावना होती है। लेकिन रेत को वे देखते ही पहचान लेते हैं और जानते हैं कि इस से तेल नहीं निकाला जा सकता। फिर वे उस से रेत के दाने जैसे ही व्यवहार करते हैं।
अभी आप का मामला अदालत तक नहीं पहुँचा है, पुलिस तक ही है। पुलिस ने यदि आप को गिरफ्तार कर लिया तो ही वह आप को अदालत में प्रस्तुत करेगी। तब अदालत तक आप का जाना हो सकेगा। लेकिन जब तक आप के विरुद्ध चालान पेश नहीं होता है आप को अदालत से कुछ कहने का अवसर नहीं मिलेगा। इस कारण से जब तक आप को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर लेती है. आप पुलिस के अन्वेषण अधिकारी जिस के पास मामला अन्वेषण के लिए है उस के सामने अपना पक्ष स्पष्ट कर सकते हैं। यदि वह अधिकारी आप की बात सुनने से इन्कार करे तो आप पुलिस के उच्चाधिकारियों को अपनी बात लिख कर दे सकते हैं।
यदि आप यह समझते हैं कि भा.दं.संहिता की धाराएँ 406 और 498-ए केवल दहेज के कारण ही लागू हो सकती हैं तो यह गलत धारणा है। यदि आप अपनी पत्नी के साथ क्रूरता पूर्ण व्यवहार करते हैं तो भी धारा 498-ए लागू होगी। यह क्रूरता मानसिक भी हो सकती है। आप यह न समझें कि यह धारा केवल दहेज के कारण ही प्रभाव में आ सकती है। धारा-406 स्त्री-धन के सम्बंध में है। यदि आप की पत्नी की कोई भी संपत्ति आप के कब्जे में है और आप उसे लौटाने से मना करते हैं या रोक कर रखते हैं तो धारा-406 लागू होगी। आप को चाहिए कि आप अन्वेषण अधिकारी को ऐसी सारी संपत्ति स्वयं ही सौंप दें और उसे सारी बात बताएँ। यह उस के विवेक पर है कि वह क्या करता है?
यदि आप के पास वकील के लिए पैसा नहीं है तो आप जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित विधिक सेवा प्राधिकरण के समक्ष एक आवेदन कीजिए कि आप को कानूनी सहायता चाहिए। यदि आप को योग्य माना गया तो आप को वहाँ से वकील की सुविधा प्राप्त हो जाएगी। जिस की फीस सरकार अदा करेगी।
धारा 406 व 498 ए में जमानत हो जाती है। लेकिन यह अन्वेषण समाप्त हो जाने पर या पुलिस को अन्वेषण के लिए आप की आवश्यकता न रहने पर ही संभव हो सकता है।
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16 Comments
Hi shi my help me प्लीज
My kanhi bhi kisi police ya court k chackar
Nahi pada hoo mujhay insay bahut dr lagta ह
Lekin mere satha kishi ne dhokha kr diya
Mujhay job dene k liye meri id pohto lea kiya
Or sicyorti k liye blange chaeque signatur krwa k lea liya or mere upar cheque baubce ka jhutha kess kr diya mere pass waqill ki fees k liye paise bhi nahi ho pataye h my bahut paresan hoo please meri help kijiye
mujhay sarkari waquil k bare me bataye kissay contacte krna padega my court k bare me cuchh bhi nhi janta please
Contact 9599934148
Hello sir Maine ek ladki ko kuch paise udar diye the us ladki ne promise kiya tha ki kuch din m waps de degi lekin vo city chod k chli gyi ह
To m usse waps paise lene k liye kya kru mere ps bs uska pic or bank account no. H
Please help me
४०६ धारा मे केसे बरी हो सकते हे
हेलो सर मेरी शादी २००८ में लखीमपुरखीरी उ.प. से हुई थी मेरे ससुर का नाम रामतेज पाठक था बात
हेलो sers
हेलो सर
मेरा नाम संदीप है मेरी हाल मैं इंगगेमेंट हुई थी पर मैं अब कुछ निजी कारणो से शादी नहीं करना चाहता हूँ
और मै gov job करता हूँ
तो मैं कैसे अपना बचाव करू अगर कोर्ट केस किया जाये तो
मेरी शादी को 11 साल हो गए है ओर अब मेरी पत्नी मुझ पर झूठा केस दर्ज़ कर मुझे ओर मेरे परिवार वालों को फसाना चाहती है इससे मुझे बचने का कोई उपाय बताए
आज कल बस लडकिया ब्लैकमेल ही कर रही है मेरे साथ भी आशा ही हुवा है प्लीज मेरी भी कोई हेल्प करो मेरे नंबर है ९०५०२९०३४७
AAJ DES ME SARKAR LAKHON LOGON KA UTPIDAN HOTE KH RAHI PAR MAHILA VOT BANK KO RAKHANE KE FER ME KISI BHE PARTI KI YA KISI BHI NETA KI OKAT NAHI KI BO IS KANON KA BHIRODH KAR SAKEN. CHAHE LAKHON LOG 1 SAL ME SOUCIDE KARTE HON. DES ME KEVAL LOGON KO SUPRIM KORT PAR BHAROSA HO SAKTA.
क्या पत्नी के ही साथ क्रूरता पूर्ण व्यवहार हो सकता है पति के साथ नहीं ?अगर पत्नी पति के साथ क्रूरता पूर्ण व्यवहार करे ,उसे उसके ही घर व् बच्चो से दूर कर दे,और खुद उशी के घर में रहे तो क्या कानून पति की मदद करेगा |केसे ????
I’d have to buy into with you on this. Which is not something I typically do! I love reading a post that will make people think. Also, thanks for allowing me to speak my mind!
pronounced log you carry
sir, mein sirf lekhn mein apna upnaam "sirfiraa" pryog karta huin. mein chote se prakashan pariwaar ka prkashak, mudrak, editor or owner hone ke saat-saat free-losar Press Reporter tha. magar 5 saal pahle ghar walo ki marji ke bagar utaye ek kadam ne meri zindi or carier sab barbad kar diya. aaj halat ese hai ki aaj mein ek saas leti zinda lash bankar rah gaya hu.aapko bahut jald ek courire aapke address par bejuga. aap apna add. meri email send karein. aapne muje bahut acchi salah di hai.uske liye aapka bahut-bahut dhanybad. # muje ek choti-si jaankari or de ki agar mein I.O ke paas apni baat rkhne jata hu to kya wo muje girftaar nahi kar lega.fir kese mein apni baat bate office ke paas pahuchuga or meri patni ne marrg. ke bad mere hi paiso se kharida tha.lekin mere paas usk bill nahi hai or jo mene kharide the unke bill mere naam se hai unko bhi apna batane ke saat-saat bahut sara esa samaan jo mene apne ghar mein kabhi dekha hi nahi tha. esk saat hi 2 lakh ka gold, ek lakh cash maagte hue kahti hai ki meri maa-papa ne diye the wo bhi chahiye. ek bar prsanal meeting karke apne ghar ka sara samaan (jo mene kharida tha)dene ke bhi kah diya tha. magar sara samaan lekh kar dene se inkar kar diya.kyoki wo pahle bhi kabhi samaan lekar ja chuki hai or usko ab inkar kar rahi hai.kya samaan bagar likhwakar dena uchit hoga? meri patni ki list ke anusar to kuch bhi nahi hai fir I.O ko konsa samaan dene jauu. mein to apna sara samaan pahle bhi "woman's cell" PS-KIRTI NAGAR,DELHI dene ko tayar tha.magar unki jid hai ki unhein apni list ka sara samaan chahiye. jabki womans cell ke I.O ne mere saamne hi CAW CELL ki ACP ko kaha tha. ladkiwalo ke paas apni kisi bhi baat ko sabit karne ke liye pukhta sabut nahi hai. ladke ke paas apni baat ko sach sabit karne ke liye tos sabut hai.kya womans cell ki ACP file ko DCP ke pass bejne se pahle us par koi tippni nahi karti hai or kya DCP bagar file ki jaac kare hi mere khilaf dhara 498A or 406 ke tahat case darj karne ka oder kar sakta hai? muje ummid hai ki mere sasur ne DCP or ACP womans cell par koi dabab dalwaya hai kyoki patoliyam & gas minstri (shastri bhavan,delhi)mein kaam karta hai. mein har taraf se niras hu.bas SUICIDE karne ke siwaye khch najar nahi aata hai.logo ke samachar prakasit karne wale ek insaan ki ek columm mein akhbaar ke kisi kone mein ek khabar aayegi ki-EK SIRFIRE NE SUICIDE KIYA.
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कोर्ट मेरिज की तो जरुर लव मेरिज होगी बहुत जल्द ही प्यार क भुत उतर गया… बाकी आप की राय बहुत अच्छी लगी. धन्यवाद
काश …फली नारीमन, पालकीवाला या जेठमलानी सरकार के तरफ से मिलें.