दूसरा विवाह करने से पूर्व पति से उत्तराधिकार में प्राप्त संपत्ति का अधिकार समाप्त नहीं होता।
कंचन ने पाली, राजस्थान से समस्या भेजी है कि-
मेरा नाम कंचन है। मेरी शादी शिवगंज जिला सिरोही में हुई। मेरे एक पुत्र और एक पुत्री है। मेरे पति का ज्यादा शराब पीने की वजह से स्वर्गवास हो गया। मेरी उम्र 28 वर्ष की है। मेरे परिवार वाले मेरा नाता विवाह ब्यावर करना चाहते हैं। क्या मेरा नाता विवाह होने के बाद मेरे शिवगंज वाले पुत्र व् पुत्री को मेरे स्व पति के पैतृक जायदाद से कानूनन अधिकार मिलेगा?
समाधान–
कोई भी ऐसी संपत्ति जिस में आप के पति को हिस्से का अधिकार प्राप्त था तथा ऐसी संपत्ति जो उन के स्वयं के स्वामित्व की थी उस का उत्तराधिकार आप के पति के देहावसान के समय ही निश्चित हो चुका है उस संपत्ति में आप के पुत्र व पुत्री को तथा आप का हिस्सा निहीत हो चुका है। दूसरा विवाह करने से उत्तराधिकार में प्राप्त संपति पर आपका अधिकार समाप्त नहीं होगा।
यदि आप विवाह या नाता कुछ भी करती हैं तो उस से यह अधिकार समाप्त नहीं हो सकता। ने केवल आप के पुत्र पुत्री का अपितु आप का भी, तीनों का अधिकार उस संपत्ति में बना रहेगा। आप या आप के पुत्र पुत्री जब चाहें तब उस संपत्ति में हिस्सा प्राप्त करने के लिए बंटवारे का वाद संस्थित कर सकती हैं। बेहतर तो यह है कि आप का नाता विवाह होते ही आप इस संपत्ति के बंटवारे का वाद संस्थित कर दें जिस से उक्त संपत्ति खुर्द बुर्द नहीं की जा सके।