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संयुक्त संपत्ति के लिए विभाजन का वाद करें …

court-logoसमस्या-

अजय कुमार ने लखनऊ, उत्तर प्रदेश से उत्तर प्रदेश राज्य की समस्या भेजी है कि-

मेरे बाबा के पिता जी ने एक मकान खरीदा था, उसकी उन्हों ने कोई वसीयत नहीं की थी। मेरे बाबा का स्वर्गवास हो गया है उन्हों ने भी कोई वसीयत नही की। मेरे बाबा के एक भाई हैं जो जीवित हैं नगर निगम का गृह कर उन्हीं के नाम पर है। मेरे बाबा के ३ लड़के थे जिन में से बड़े का स्वर्गवास हो गया है, मेरे पिता और चाचा हैं। मेरे बाबा के भाई तथा चाचा ने अभी हाल ही मे एक वसीयत करा ली है हम लोगों को बिना बताए तथा उसकी फोटो कापी भी नहीं दी। क्या मेरे चाचा मेरे बाबा के भाई के साथ मिल कर पूरा मकान अपने नाम करा सकते हैं? क्या मेरा उस मकान पर कोई हक है?

समाधान-

प ने यह नहीं बताया कि बाबा के पिताजी ने वह मकान कब खरीदा था और उन का देहान्त कब हुआ। इस विवाद में यह तिथियाँ महत्वपूर्ण हैं। यदि आप के दादा जी के पिता का देहान्त 17 जून 1956 के पूर्व हुआ है तो फिर उक्त संपत्ति पुश्तैनी है और उस में आप का जन्म से अधिकार है। यदि उन का देहान्त उक्त तिथि के उपरान्त हुआ हो तो आप का अधिकार उस संपत्ति में जन्म से नहीं है वह पुश्तैनी संपत्ति न हो कर अविभाजित हिन्दू परिवार की संपत्ति है। बाबा के पिता के देहान्त के उपरान्त उक्त संपत्ति उत्तराधिकार में आप के बाबा व उन के भाई बहनों को प्राप्त हुई है जिस में सभी का समान हिस्सा है। यदि आप के बाबा के कोई बहिन भी है तो उस का भी अधिकार उक्त संपत्ति में है।

प के बाबा के देहान्त के बाद उक्त संपत्ति में उन के हिस्से में आप के पिता व उन के भाई बहनों को समान अधिकार प्राप्त हुआ है। यदि आप के पिता तीन भाई थे और कोई बहिन नहीं थी तथा आप के बाबा केवल दो भाई थे तो उक्त मकान में आप के बाबा को ½ हिस्सा और आप के पिता को उस का 1/3 अर्थात उक्त मकान में आप के पिता का 1/6 हिस्सा है। यदि आप के बाबा के पिता का देहान्त 17 जून 1956 के पूर्व हुआ है तो उक्त संपत्ति पुश्तैनी है और उस में आप का भी अधिकार है। कितना है इस का निर्धारण आप के बाबा के पिता से ले कर आज तक का वंशवृक्ष (शजरा) देख कर ही किया जा सकता है।

प के चाचा और बाबा यदि किसी तरह से आप के पिता को उक्त मकान के हिस्से से वंचित करने का प्रयत्न कर रहे हैं तो आप के पिता उक्त संपत्ति के विभाजन के लिए दीवानी वाद प्रस्तुत कर सकते हैं। यदि संपत्ति पुश्तैनी है तो फिर आप भी विभाजन के लिए वाद प्रस्तुत कर सकते हैं।

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