वसीयत अनिवार्य रूप से पंजीयन योग्य दस्तावेज नहीं
प्रमेन्द्र कुमार ने अशोक नगर, मध्यप्रदेश से पूछा है-
मेरे पास मकान के स्वामित्व के कागज नहीं हैं। क्या मैं अपने मकान की वसीयत रजिस्ट्रार कार्यालय में न करवा कर नोटिरी के यहाँ करवा सकता हूँ।
समाधान-
वसीयत के रजिस्ट्रेशन के लिए यह जरूरी नहीं कि मकान के दस्तावेज आप के पास हों। उस के बिना भी उप रजिस्ट्रार के यहाँ वसीयत पंजीकृत कराई जा सकती है।
वसीयत अनिवार्य रूप से पंजीयन योग्य दस्तावेज नहीं है। बस उस पर वसीयत करने वाले के हस्ताक्षर दो गवाहों की उपस्थिति में होने चाहिए और उन गवाहों के हस्ताक्षर भी वसीयत पर होने चाहिए। उसे नोटेरी के यहाँ तस्दीक कराने की भी जरूरत नहीं है।
वसीयत पंजीकृत न होने पर बाद में उसे प्रोबेट कराने की जरूरत पड़ सकती है इस कारण लोग उस का पंजीयन कराते हैं। नोटेरी के यहाँ कराने से वसीयतकर्ता और गवाहों के हस्ताक्षर नोटेरी के रजिस्टर पर होते हैं इस से यह साबित करना आसान हो जाता है कि वसीयत स्वतंत्र इच्छा के अंतर्गत की गई थी।
्मेरी नानी के पिताजी ने वसीयत लिखी है, उसमें तीन गवाहों के हस्ताक्षर है उसमें1961 सन का टिकिट लगा हुआ है गवाह एवं मेरे नानी एवं नानी के पिताजी सभी फाैत हो चुके हैं मेरे मॉ ने वसीयत की जानकारी न होने की दशा में संयुक्त संपत्ति समझकर नानी के बहन के बच्चों को भी बांट दिया परंतु अब जानकारी होने से उसे पुन: मेरी मॉ अपने नाम करवाना चाहती हैा तो गवाहों को कहॉ से लायेगें उनका एक स्टाम्प में अन्य किसी कारण से हस्ताक्षर है क्या वह मान्य होगा
१ बकील वसीयत लिखने के ज्यादा पैसे मागते है , क्या वसीयत का कोई निश्चित प्रारूप या फॉर्मेट होता है, क्या अपनी इच्छानुसार खुद वसीयत नहीं लिख सकते है,
२ नोटरी बकील नोटरी वसीयत को रजिस्टर करने के ३००० रुपये मागते है , और वोलते है की वसीयत नामा के शील अलग होती है और नोटरी की शील अलग होती है और वो रूपये वसीयत बाली शील लगाने के ३००० रुपये मांग रहे है ; और वो रशीद भी नहीं देते है ,
३ क्या सपथ पत्र पर लगाने बलि शील और वसीयत बलि शील अलग होती है या एक ही होती है , क्या बकील हमें बेबकुब तो नहीं बना रहे है ,शील का क्या माजरा है.
Kya condional bill karwai jaa sakti hai